विदेश

मानवता की सफलता का संदेश

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
आज के मानव ने धरती पर सभी सुख-सुविधाएं जुटा लीं अंतरिक्ष में सैर करने लगा और चंद्रमा व मंगल पर मानव बस्ती बसाने की सोच रहा है लेकिन मानवता से दूर होता जा रहा है। यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध हो रहा है। इजरायल और हमास के लड़ाकू बच्चों महिलाओं का बेदर्दी से कत्ल कर रहे हैं। महिलाओं और बच्चियों के साथ दुराचार की घटनाओं ने पूरी दुनिया में मानवता को शर्मसार किया है। इंसानियत तो उस समय भी सिसकती है जब पेट की आग शांत करने के लिए जिम्बाबवे में दो हजार हाथियों के कत्ल की इजाजत दी जाती है। स्वार्थ में अंधे होकर लोग भारत के विश्वविख्यात तिरुपति तिरुमाला मंदिर के प्रसाद में चर्बी मिला देते हैं। इसी मानवता को बचाने का संदेश भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विश्व की सर्वमान्य संस्था संयुक्त राष्ट्रसंघ में गत 23 सितंबर को दिया है। दुनिया के सबसे बड़े मंच से पीएम मोदी का संदेश मानव केन्द्रित दृष्टिकोण को बढ़ाने में सफल रहेगा ऐसी उम्मीद करनी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा के ‘समिट ऑफ द फ्यूचर’ कार्यक्रम को संबोधित किया और कहा कि वैश्विक शांति एवं विकास के लिए ग्लोबल संस्थाओं में रिफॉर्म्स आवश्यक हैं। पीएम ने इस दौरान कई अहम बातों पर जोर दिया और भारत की प्राथिमिकताओं को भी सामने रखा। उन्होंने मानवता की सफलता का विशेस रूप से संदेश दिया है । पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सक्सेस ऑफ ह्यूमैनिटी लाइज इन कलेक्टिव स्ट्रेंथ। पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक शांति और विकास के लिए ग्लोबल संस्थाओं में रिफार्म आवश्यक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 23 सितंबर को न्यूयॉर्क में 79वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र को संबोधित करते हुए कई मुद्दों का जिक्र किया। पीएम मोदी ने सत्र की शुरुआत में कहा, विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र और 140 करोड़ की आबादी वाले देश भारत की ओर से आप सबको नमस्कार। भारत के लोगों ने मुझे लगातार तीसरी बार सेवा का मौका दिया है। जब हम ग्लोबल फ्यूचर की बात कर रहे हैं तो ह्यूमन सेंट्रिक अप्रोच सर्वप्रथम होनी चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक तरफ आतंकवाद जैसा खतरा है तो दूसरी तरफ साइबर, मेरीटाइम, स्पेस जैसे अनेक मैदान बन रहे हैं। इस सभी विषयों पर मैं जोर देकर कहूंगा, वैश्विक एक्शन और वैश्विक एंबिशन एक होना चाहिए। टेक्नोलोजी के इस्तेमाल के लिए बैलेंस रेगुलेशन की आवश्यकता है।
पीएम मोदी ने कहा, भारत के लिए वन अर्थ वन फैमली वन फ्यूचर एक कमिटमेंट है। वैश्विक समृद्धि के लिए भारत मनसा वाचा कर्मणा से काम करता रहेगा। मोदी ने कहा अफ्रीकन यूनियन को नई दिल्ली समिट में जी-20 की स्थायी सदस्यता दी गई, जो एक महत्वपूर्ण कदम था। हमें मानव कल्याण, भोजन, स्वास्थ्य आहार सुनिश्चित करना होगा। मैं इन सभी मुद्दों पर जोर देते हुए कहूंगा कि वैश्विक कार्रवाई वैश्विक महत्वाकांक्षा से मेल खानी चाहिए। हमें ऐसा ग्लोबल डिजिटल गवर्नेंस चाहिए, जिससे राष्ट्रीय संप्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रहे। उन्होंने कहा, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर लोगों के लिए एक पुल होना चाहिए न कि किसी के लिए बाधा बने और भारत यह साझा करने के लिए तैयार है।
पीएम मोदी ने सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट का दावा भी ठोका और कहा कि हमारे पास दुनिया को देने को बहुत कुछ है। पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल एक्शन मस्ट मैच ग्लोबल एम्बिशन। टेक्नोलॉजी के सेफ और रेस्पांसिबल इस्तेमाल के लिए बैलेंस की आवश्यकता है। ग्लोबल गुड के लिए भारत अपने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरे विश्व से साझा करने के लिए तैयार है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत में 25 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर निकाले गए हैं, इससे साफ दिखता है कि सतत विकास सफल हो सकता है। मानवता की सफलता हमारी सामूहिक ताकत में है, युद्ध के मैदान में नहीं। सुधार प्रासंगिकता की कुंजी है।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अफ्रीकन यूनियन को नई दिल्ली समिट में जी-20 की स्थायी सदस्यता इसी दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए एक तरफ आतंकवाद जैसा बड़ा खतरा है तो दूसरी तरफ साइबर, स्पेस जैसे अनेक संघर्ष के नए-नए मैदान भी बन रहे हैं। पीएम मोदी का अमेरिका दौरा कई मायनों में काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि अमेरिका में आने वाले महीनों में चुनाव भी हैं। पीएम ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 79वें सत्र में कई अहम बातें कहीं। पीएम ने अपने भाषण में शांति, विकास, एकता, मानव कल्याण, जैसे विषयों पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि हमें ऐसीग्लोबल डिजिटल गवर्नेस चाहिए, जिससे राष्ट्रीय संप्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रहे। ग्लोबल गुड के लिए भारत अपना डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर पूरे विश्व से साझा करने के लिए तैयार है। पीएम ने कहा कि भारत के लिए “एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य” एक कमिटमेंट है।
पीएम ने कहा कि सतत विकास को प्राथमिकता देते हुए हमें मानव कल्याण, भोजन, स्वास्थ्य सुरक्षा भी सुनिश्चित करनी होगी। पीएम ने कहा कि भारत में 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकालकर हमने दिखा दिया है कि सतत विकास सफल हो सकता है। मोदी ने कहा एक तरफ आतंकवाद जैसा वैश्विक शांति और सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है, तो दूसरी तरफ साइबर, अंतरिक्ष जैसे संघर्ष के नए क्षेत्र भी उभर रहे हैं।
पीएम ने कहा कि मानव इतिहास के सबसे बड़े चुनावों में भारत के लोगों ने मुझे लगातार तीसरी बार सेवा का अवसर दिया है और आज मैं इसी आवाज को आप तक पहुंचाने यहां आया हूं। जब हम ग्लोबल फ्यूचर की बात कर रहे हैं तो हमारे लिए मानवता सर्वप्रथम होनी चाहिए।
इस प्रकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में ‘भविष्य के शिखर सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए मानवता के संदर्भ में अनुकरणीय संदेश दिया है। उन्होंने वैश्विक चुनौतियों से निपटने के तरीकों पर भाषण दिया। ‘बेहतर कल के लिए बहुपक्षीय समाधान’ विषय पर आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दुनिया भर के विभिन्न नेता शामिल हुए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक सहयोग को मजबूत करने और आपसी हितों के मुद्दों पर चर्चा की। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि अभी- अभी मानव इतिहास के सबसे बड़े चुनावों में लोगों ने मुझे सेवा का तीसरी बार मौका दिया है। भारत में 250 मिलियन लोगों को गरीबी से बाहर निकलकर हमने दिखाया है कि सस्टेनेबल डेवलपमेंट सक्सेस हो सकता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि सक्सेस ऑफ ह्यूमैनिटी लाइज इन कलेक्टिव स्ट्रेंथ। पीएम मोदी ने कहा कि वैश्विक शांति और विकास के लिए ग्लोबल संस्थाओं में रिफार्म आवश्यक है। पीएम मोदी ने सुरक्षा परिषद में स्थाई सीट का दावा ठोका और कहा कि हमारे पास दुनिया को देने को बहुत कुछ है। पीएम मोदी ने कहा कि ग्लोबल एक्शन मस्ट मैच ग्लोबल एम्बिशन। टेक्नोलॉजी के सेफ और रेस्पांसिबल इस्तेमाल के लिए संतुलन की आवश्यकता है। ग्लोबल गुड के लिए भारत अपने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरे विश्व से साझा करने के लिए तैयार है। हम हर कदम पर मानवता का विकास चाहते हैं। (हिफी)

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