ईरान ने इस्राइली हमले की आशंका के चलते सभी हवाई उड़ानों को किया रद्द

इस्राइल और हमास के टकराव के साथ शुरू हुआ पश्चिमी एशिया का टकराव लगातार जारी है। इस्राइल अब कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहा है। पहले हूती विद्रोहियों की मार और अब हिजबुल्ला के लड़ाकों के साथ हिंसक संघर्ष। ईरान भी इस संघर्ष में शामिल हो चुका है। हमास के हमले के साथ शुरू हुई लड़ाई अब लेबनान, ईरान और पश्चिम एशिया के कई इलाकों तक फैल चुकी है। इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने आईडीएफ उत्तरी कमान के प्रमुख मेजर जनरल उरी गॉर्डिन और डिवीजन कमांडर ब्रिगेडियर जनरल मोरन ओमर के साथ लेबनान सीमा का दौरा किया। द टाइम्स ऑफ इस्राइल के मुताबिक प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि नेतन्याहू ने यात्रा के दौरान कहा कि एक साल पहले हमें बहुत बड़ा झटका लगा था। पिछले 12 महीनों में हम वास्तविकता को अंत से बदल रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस्राइल की सैन्य शक्ति से प्रभावित है। उन्होंने सैनिकों से कहा कि आपने हमारे दुश्मनों पर जो प्रहार किया है, उससे पूरी दुनिया आश्चर्य में है।
ईरान ने इस्राइली हमले की आशंका के चलते ईरान के सभी हवाई अड्डों से उड़ानों को रद्द कर दिया है। द टाइम्स ऑफ इस्राइल के मुताबिक ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन के प्रवक्ता ने बताया कि ईरान के सभी हवाई अड्डों से उड़ानें रविवार रात नौ बजे से सोमवार सुबह छह बजे तक स्थानीय समयानुसार रद्द कर दी गई हैं। अलजजीरा के मुताबिक तेहरान में तोहिद और रिसालत सुरंगें भी मध्यरात्रि से सुबह 5 बजे तक बंद रहेंगी। बताया जाता है कि ईरान ने यह फैसला इस्राइल के हमले की आशंका के चलते लिया है। इससे पहले ईरान के पेट्रोलियम मंत्री मोहसेन पकनेजाद ने देश के सबसे बड़े तेल संयंत्र का दौरा किया। साथ ही आईआरजीसी के शीर्ष सैन्य कमांडर से मुलाकात कर संयंत्र की सुरक्षा पर चर्चा की।
इस्राइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि अगर ईरान ने इस्राइल को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो उसकी हालत गाजा या बेरूत जैसी हो सकती है। अलजजीरा के मुताबिक गैलेंट ने एक बयान में कहा कि ईरानियों ने वायु सेना की क्षमताओं को प्रभावित नहीं किया। इस्राइल का कोई भी विमान क्षतिग्रस्त नहीं हुआ। जो कोई भी सोचता है कि हमें नुकसान पहुंचाने का मात्र प्रयास हमें कार्रवाई करने से रोक देगा, उसे गाजा और बेरूत पर एक नजर डालनी चाहिए। गैलेंट ने कहा कि हम रक्षा और आक्रमण दोनों में मजबूत हैं और हम इसे सफल बनाएंगे।