सम-सामयिक

बांग्लादेश में कट्टरपंथी अराजकता

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)
हमारे पड़ोसी देश बांग्लादेश में हिन्दुओं के साथ क्रूरतापूर्ण व्यवहार में कोई कमी नहीं आई है। शेख हसीना के सत्ताच्युत हो जाने के बाद से इन में असामान्य रूप से वृद्धि हुई है। बांग्लादेश में इस साल शारदीय नवरात्र दुर्गा पूजा समारोहों से जुड़ी लगभग 35 अप्रिय घटनाएं सामने आई हैं, जिसके बाद सत्रह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। लगभग एक दर्जन मामले भी दर्ज किए गए हैं जबकि वास्तव में ऐसी वारदातों की तादाद कई गुना अधिक है जिन्हें बांग्लादेश के प्रशासन ने दर्ज नहीं किया है।
यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है जब एक दिन पहले पता चला कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उपहार में दिया गया एक मुकुट दुर्गा पूजा समारोहों के बीच बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी सतखीरा जिले में एक हिंदू मंदिर से चोरी हो गया था, जिस पर भारत ने चिंता व्यक्त की थी। बांग्लादेश में भी पांच दिवसीय हिंदू धार्मिक उत्सव देवी दुर्गा के आह्वान के साथ शुरू हुआ, जिसे महा षष्ठी कहा जाता है। समारोह का समापन 13 अक्टूबर को देवी दुर्गा की मूर्तियों के विसर्जन के साथ हुआ।
बता दें कि अल्पसंख्यक हिंदू बांग्लादेश की 170 मिलियन आबादी का लगभग 8 प्रतिशत हिस्सा हैं। हिंदुओं को 5 अगस्त को तत्कालीन प्रधानमंत्री शेख हसीना के निष्कासन के बाद भड़की छात्र-नेतृत्व वाली हिंसा के दौरान अपने व्यवसायों और संपत्तियों की बर्बरता और मंदिरों के विनाश का सामना करना पड़ा। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) एमडी मोइनुल इस्लाम ने कहा कि 1 अक्टूबर से देश भर में चल रहे दुर्गा पूजा समारोह से संबंधित 35 घटनाएं हुई हैं, जिसके कारण 11 मामले दर्ज किए गए हैं। इस्लाम ने इसी दौरान ढाका में बनानी पूजा मंडप का दौरा किया, जिसके बाद उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि देश भर में 32000 से अधिक मंडपों में दुर्गा पूजा मनाई जा रही है।
भारतीय उच्चायोग ने बांग्लादेश सरकार से देवी के मुकुट चोरी की जांच करने और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के अलावा मुकुट बरामद करने का आग्रह किया था। आईजीपी इस्लाम ने आश्वासन दिया कि पुलिस के पास घटनाओं के लिए जिम्मेदार लोगों का रिकॉर्ड है और आरोपी को सजा मिलकर रहेगी। बांग्लादेश में दुर्गा पूजा के मौके पर अनेक अप्रिय घटनाएं देखने को मिली हैं। ढाका में एक दुर्गा पूजा पंडाल पर पेट्रोल बम फेंका गया। घटना में एक शख्स घायल हुआ। वहीं चौटोग्राम में एक दुर्गा पूजा पंडाल में इस्लामिक गाना बजाया गया, जिसे लेकर सवाल उठ रहे हैं। इस संदर्भ में 7 लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है।
आपको बता दें कि बांग्लादेशी समाचार पत्र ‘ढाका ट्रिब्यून’ ने बांग्लादेश में इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस मोहम्मद मोइनुल इस्लाम के हवाले से दुर्गा पूजा समारोह के दौरान दर्ज की गई 35 अप्रिय घटनाओं का उल्लेख किया। मोहम्मद इस्लाम ने ढाका में बनानी पूजा मंडप का दौरा किया था, जिसके बाद उन्होंने पत्रकारों से कहा था कि ‘हिंदू अल्पसंख्यकों के पर्व पर पूजा-समारोहों की सुरक्षा की जाएगी। देश में 32,000 से अधिक मंडपों में दुर्गा पूजा समारोह आयोजित किया गया है।’ मोहम्मद इस्लाम का बयान ऐसे समय में आया है, जब दो दिन पहले ही पता चला था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बांग्लादेश के मंदिर में चढ़ाया गया स्वर्ण मुकुट दुर्गा पूजा समारोह के दौरान चुरा लिया गया। स्वर्ण मुकुट चोरी होने की घटना से बांग्लादेश के हिंदू दुखी हो गए। उन्होंने पुलिस-प्रशासन से गुहार लगाई। इस घटना पर भारत सरकार ने भी चिंता व्यक्त की है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश की राजधानी ढाका के तांतीबाजार में पूजा मंडप पर हमले और सतखीरा में प्रतिष्ठित जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी की घटना की निंदा करते हुए बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने उस बयान को सोशल मीडिया पर भी पोस्ट किया। उन्होंने लिखा, ‘बांग्लादेश में पूजा मंडप पर हमले और हिंदू मंदिरों को अपवित्र करने तथा उन्हें क्षति पहुंचाने पर हमारा बयान’। विदेश मंत्रालय के इस बयान में बांग्लादेश में हिंदू मंदिरों पर हुए हमले और चोरी की निंदा करते हुए, बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया गया।
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया, “हमने ढाका के तांतीबाजार में पूजा मंडप पर हमले और सतखीरा में प्रतिष्ठित जेशोरेश्वरी काली मंदिर में चोरी की घटना को गंभीर चिंता के साथ देखा है। ये निंदनीय घटनाएं हैं। हम पिछले कई दिनों से देख रहे हैं कि वे मंदिरों और देवताओं को अपवित्र करने और नुकसान पहुंचाने में व्यवस्थित पैटर्न का पालन करते हैं। खासकर इस शुभ त्योहार के समय, हम बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान करते हैं।”
बहरहाल बांग्लादेश के दक्षिण-पश्चिमी सतखीरा जिले में एक हिंदू मंदिर से चोरी हुए सोने के मुकुट की चर्चा और निंदा हो रही है। सोने का वो मुकुट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2021 में अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान काली मां के मंदिर को भेंट किया था। इस घटना का सीसीटीवी फुटेज वायरल हो गया है। भारत ने चोरी की घटना पर आपत्ति जताई है। मंदिर से मुकुट चोरी के सीसीटीवी विडियो में जींस और टी-शर्ट पहने एक लड़का मंदिर में घुसते हुए दिखाई दे रहा है। मुकुट को उठाने के बाद वह उसे अपनी टी-शर्ट के अंदर छिपा लेता है और फिर आराम से मंदिर से निकल जाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से 2021 में अपनी बांग्लादेश यात्रा के दौरान जेशोरेश्वरी काली मंदिर को उपहार स्वरूप भेंट किए गए मुकुट की चोरी के मामले में भारत ने बांग्लादेश से जांच करने का आग्रह किया है। सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में, ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग ने धार्मिक वस्तु की चोरी पर गहरी चिंता व्यक्त की तथा अधिकारियों से उसे बरामद करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह किया। इसमें कहा गया, ‘हमने 2021 में बांग्लादेश यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी द्वारा जेशोरेश्वरी काली मंदिर (सतखीरा) में भेंट किए गए मुकुट की चोरी की खबरें देखी हैं।’ ‘हम गहरी चिंता व्यक्त करते हैं और बांग्लादेश सरकार से चोरी की जांच करने, मुकुट को बरामद करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करते हैं।’ भारत सरकार के सूत्रों ने बताया कि चोरी की इस कथित घटना से नयी दिल्ली बहुत चिंतित है। उन्होंने
बताया कि ढाका स्थित भारतीय
उच्चायोग इस मुद्दे पर बांग्लादेशी अधिकारियों के संपर्क में है। सूत्रों ने बताया कि बांग्लादेश के कानून प्रवर्तन अधिकारियों से घटना की जांच करने, चोरी की गई वस्तु को बरामद करने और दोषियों को सजा दिलाने का आग्रह किया गया है। (हिफी)

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