सम-सामयिक

मोदी ने जवानों को दिया पारिवारिक स्नेह

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)
दीपावली खुशियों का पर्व है, जिसमें हर कोई अपने परिवार के साथ त्योहार मनाना चाहता है। मगर हमारे देश के वीर जवान घर-परिवार से दूर होकर इस मौके पर देश की रक्षा में डटे रहते हैं। ऐसे जवानों के बीच दीपावली मनाने पीएम नरेंद्र मोदी ने पिछले ग्यारह वर्ष से चल रही अपनी परम्परा का निर्वाह किया और कच्छ गुजरात सीमा पर सुरक्षा बलों को मिठाई खिला कर दीपावली मनायी। प्रधानमंत्री देश को परिवार मानते हैं। उनकी प्रेरणा लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने भी सैनिकों के बीच दीपावली मनायी।
रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ऐसी जगह पहुंचे जहां हड्डियां गला देने वाली सर्दी में भी भारत की सीमाओं को अभेद्य बनाने के लिए लेह में वीर जवान तैनात हैं। लेह से करीब 17500 फीट ऊपर बैंकॉक लेक पहुंचे केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री ने इस दौरान वीर जवानों के साथ दिवाली की खुशियां मनाईं। पीएम नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर लेह की इस चोटी पर जवानों के साथ दीवाली मनाकर लौटे संजय सेठ ने कहा कि मैं उपहार के तौर पर उनके लिए रांची के ठाकुरगांव की सब्जियां लेकर गया था। इसके अलावा गाय के गोबर से बने दीये और खूंटी की हल्दी को वीर जवानों को भेंट किया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुजरात के कच्छ पहुंचे जहां पीएम ने दिवाली का पर्व देश के जवानों के साथ मनाया। हर साल की तरह इस बार भी पीएम मोदी ने दिवाली पर जवानों के साथ समय बिताने का निर्णय लिया था। इसी कड़ी में पीएम मोदी ने कच्छ में भारतीय सैनिकों के साथ दिवाली सेलिब्रेट किया और सैनिकों को मिठाई खिलाई। यह यात्रा पीएम मोदी के लिए खास थी, क्योंकि यह पहली बार है जब वे प्रधानमंत्री बनने के बाद गुजरात में जवानों के साथ दिवाली का जश्न मना रहे थे। इससे पहले, जब पीएम मोदी मुख्यमंत्री थे, तब भी उन्होंने गुजरात के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी।
दिवाली की पूर्व संध्या पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सैनिकों के साथ दिवाली मनाई। इस मौके पर रक्षा मंत्री ने चीन के साथ सीमा विवाद की स्थिति पर अपनी बात भी रखी। रक्षा मंत्री ने कहा कि अब हम एक आम सहमति पर पहुंच चुके हैं। एलएसी पर बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। रक्षा मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच बेहतर संबंधों को लेकर बातचीत चल रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह दिवाली के मौके पर असम के तेजपुर में सैनिकों के बीच पहुंचे थे। रक्षा मंत्री ने यहां सैनिकों के साथ दिवाली मनाई। रक्षा मंत्री ने इस मौके पर जवानों के साथ फुलझड़ियां भी जलाईं।
आपको बता दें कि दिवाली के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर की खूब चर्चा हो रही है। निश्चित रूप से इस तस्वीर को देखकर हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाएगा। इस तस्वीर को देखकर कुछ लोग तो पीएम मोदी की कोहिनूर हीरा से तुलना करना शुरू कर दिया है। बता दें कि दिवाली के दिन कच्छ से आई पीएम की इस तस्वीर से पाकिस्तान और चीन की नींद उड़ सकती है। वहीं, दुनिया के कई देशों को भारत की महाशक्ति बनने का रूप भी नजर आ रहा होगा। पीएम मोदी के इस तस्वीर में भारत की निडरता और आगे बढ़ने की ललक साफ नजर आ रही है। प्रधानमंत्री मोदी की यह तस्वीर बता रही है कि भारत कैसे महाशक्ति बनने की ओर अग्रसर है। बेशक यह प्रधानमंत्री मोदी की तस्वीर है, लेकिन इस तस्वीर के पीछे 140 करोड़ भारतीयों की शक्ति है।पीएम मोदी पिछले 10-11 सालों से हर दिवाली के मौके को खास बना देते हैं। एक-दो बार छोड़ दें तो बीते 8-10 सालों में पीएम मोदी की दीपावली दिल्ली से दूर ही मनती है। इस बार भी पीएम मोदी ने दिवाली को खास बना दिया। दिवाली के दिन जहां पीएम मोदी ने सरकार का एजेंडा साफ किया तो वहीं कच्छ में सैनिकों के साथ दिवाली मनाते बहादुर सैनिकों का हौसला अफजाई किया। पीएम मोदी थल, जल और वायु तीनों सेनाओं को कच्छ से बड़ा संदेश दिया।
दशकों तक यह तस्वीर याद रखेंगे आप। कच्छ में पीएम मोदी का
अंदाज देखकर चीन और पाकिस्तान के राष्ट्राध्यक्ष पानी मांगना शुरू कर देंगे। पीएम मोदी ने साफ कर दिया कि किसी भी हालत में देश की एक इंच भी जमीन से भारत समझौता नहीं कर सकता। आपको बता दें कि भारत-चीन सीमा पर हाल ही में पीएम मोदी को सामरिक सफलता हाथ लगी है। चीन को भारत ने
उसी के अंदाज में जवाब दिया है, जिसका परिणाम यह हुआ कि आज चीन को अपने सैनिकों को वापस लेना पड़ा।
पीएम मोदी बनते जा रहे हैं बुलंद भारत की बुलंद आवाज पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि हमारी नीतियां हमारी सेनाओं के संकल्पों के हिसाब से तय होती हैं। हम दुश्मन की बातों पर नहीं अपने सैनिकों की सुरक्षा और उनके हित पर काम करते हैं। इस मौके पर पीएम मोदी सिर पर हैट और फौजी वर्दी में नजर आए। पीएम मोदी समुद्र तट पर बोट पर खड़े होकर पाकिस्तान की तरफ निहार रहे हैं। यह बताता है कि भारत अब वह भारत नहीं रहा, जिसको कोई ललकारता था तो वह बातचीत के लिए टेबल टॉक शुरू करता। अब भारत को कोई ललकारता है तो टेबल टॉक बाद में होता है, पहले हमारी सेना टॉक करती है। इस तस्वीर को देखकर चीन-पाकिस्तान की हेकड़ी गुम हो गयी। कुल मिलाकर देश को एक ऐसा प्रधानमंत्री मिला है, जिसको देखकर चीन और पाकिस्तान की हेकड़ी सालों से गुम है। हर साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिवाली के मौके पर सेना का हौसला बढ़ाते हैं लेकिन, मोदी की तीसरे टर्म की यह पहला दिवाली कच्छ के सैनिकों को जिंदगीभर याद रहेगी। पीएम मोदी ने न केवल जवानों का जोश बढ़ाया बल्कि उनके साथ तस्वीर भी खिंचाई।
पीएम मोदी की इस तस्वीर को देखने के बाद सोशल मीडिया पर खूब चर्चे हो रहे हैं। कुछ लोग तो यहां तक कह रहे हैं के बेशक महाराजा दलीप सिंह ने 1849 में 108 कैरेट का कोहिनूर हीरा महारानी विक्टोरिया को दे दिया था। बाद में इसे महारानी के ताज में लगा दिया गया लेकिन, भारत के पास उससे भी बड़ा कोहिनूर नरेंद्र मोदी के रूप में मिल गया है, जो भारत का ताज बनकर वर्षों तक याद रखा जाएगा। वास्तव में प्रधानमंत्री सैनिकों और देशवासियों को अपना परिवार मानते हैं यह उनके आचरण में भी साफ झलकता है। (हिफी)

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