तख्ता पलट के बाद भी खालिदा जिया के मंसूबे अधूरे

बांग्लादेश में गजब की हालत बन गई है। शेख हसीना के तख्तापलट के बाद खालिदा जिया की पार्टी बीएनपी ने सोचा था कि कुछ ही दिनों बाद सत्ता उनके हाथ में होगी। वे सरकार चलाएंगे लेकिन मुहम्मद यूनुस सत्ता छोड़ने को तैयार नहीं दिख रहे। इसके बाद खालिदा जिया की बेचैनी बढ़ गई है। बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने अंतरिम सरकार को चेतावनी तक दे डाली। कहा, बांग्लादेश में लोकतंत्र के अलावा कुछ भी नहीं चलेगा।
नेशनल रिवॉल्यूशन एंड सॉलिडेरिटी डे पर बीएनपी ने एक बड़ी रैली की। इसमें फखरुल इस्लाम ने कहा, आज हम साबित करेंगे कि बीएनपी बांग्लादेश में सबसे बड़ी राजनीतिक ताकत है और 7 नवंबर हमारे राजनीतिक इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण तारीखों में से एक है। इस दिन, जियाउर रहमान ने फासीवाद और साम्राज्यवाद को हराया और हमारी स्वतंत्रता की रक्षा की। उन्होंने बांग्लादेश की कमान संभाली, उसके बाद बेगम खालिदा जिया ने और अब तारिक रहमान हमें आगे ले जा रहे हैं। फखरुल इस्लाम ने कहा, हमारा विरोध अवामी दल की नीतियों से है। 2024 में उसके खिलाफ स्टूडेंट्स और नागरिकों ने विद्रोह किया। 17 साल के कुशासन को खत्म किया। शेख हसीना तो भाग गईं, लेकिन उनके सहयोगी अभी भी देश में हैं, जो बांग्लादेश पर हमला करने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन हम उनके मंसूबे पूरे नहीं होने देंगे। बीएनपी महासचिव ने कहा, अंतरिम सरकार या तो लोगों की जरूरतें पूरी करे या सत्ता से हट जाए। उन्होंने कहा-लोकतंत्र विरोधी ताकतें अभी भी देश में मौजूद हैं। साजिशें कर रही हैं। लेकिन इसे कामयाब नहीं होने देना चाहिए। इससे पहले भी बीएनपी महासचिव ने कहा था कि मुहम्मद यूनुस को बताना चाहिए कि देश में आम चुनाव कब होंगे। कब देश की सत्ता चुने हुए प्रतिनिधियों के हाथ में होगी। उधर, शेख हसीना भले ही भारत में आ गई हैं, लेकिन उनकी पार्टी अवामी लीग अभी भी बांग्लादेश में एक्टिव है।