विनोद खन्ना की फिल्म के टिकट के लिए लगती थी लम्बी लाइन

बॉलीवुड के सुपरस्टार्स की फिल्मों को फैंस का खूब प्यार मिलता है। वहीं अगर कोई एक्टर सालों बाद कमबैक करे तो फैंस की दिल की तमन्ना उन्हें पर्दे पर देखने की पूरी हो जाती है। ऐसा ही कुछ बिग बी के स्टारडम को टक्कर देने वाले इस सुपरस्टार के साथ भी हुई, जिन्होंने अपने करियर के पीच पर फिल्मी दुनिया से किनारा कर लिया और फिर जब वह दोबारा बॉलीवुड में लौटे तो उन्हें पर्दे पर देखने के लिए सिनेमाघरों में भीड़ उमड़ती दिखी। यह और कोई नहीं सुपरस्टार विनोद खन्ना थे, जिन्होंने करियर छोड़ यूएसए के ओशो आश्रम को ज्वॉइन कर लिया था। इसके पांच साल बाद विनोद खन्ना ने 1987 में आई फिल्म इंसाफ से पॉवरफुल कमबैक किया। इसी बीच हाल ही में एक्टर डायरेक्टर स्क्रीनराइटर अनंत महादेवन ने विनोद खन्ना के लोगों के बीच चार्म के बारे में याद किया। उन्होंने बताया कि विनोद खन्ना की फीस 35 लाख रुपये तय थी, चाहे वह किसी भी फिल्म के लिए कितने भी दिन शूटिंग करें।
अनंत महादेवन ने बताया कि विनोद खन्ना के साथ काम करना उनका सपना था। उन्होंने कहा, मैं विनोद खन्ना जैसे महान पर्सनैलिटी के साथ काम करना चाहता था। जब आप वास्तव में कुछ करते हैं, तो वह सच हो जाता है। जब मैंने नक्सलियों पर आधारित फिल्म रेड अलर्ट बनाई, तो मेरे पास एक बेहतरीन कलाकार था जिसमें आशीष विद्यार्थी, समीरा रेड्डी और सुनील शेट्टी जैसे कलाकार शामिल थे। विनोद खन्ना ने उसमें बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और मुझे इस व्यक्ति को देखने, वहां खड़े होकर परफॉर्म करने का शानदार अवसर मिला। आगे उन्होंने कहा, मुझे याद है जब इंसाफ रिलीज हुई थी, तो यह ओशो आश्रम से लौटने के बाद उनकी कमबैक फिल्म थी। उनका चार्म इतना था कि लोग अप्सरा थिएटर से लेकर मराठा मंदिर तक एडवांस टिकट खरीदने के लिए कतार में खड़े थे और यह दूरी काफी है, एक किलोमीटर से भी ज्यादा। (हिफी)