विश्व-लोक

गुयाना में 56 साल बाद पीएम के रूप में जा रहे मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 19 से 21 नवंबर तक गुयाना गणराज्य के ऐतिहासिक दौरे पर जा रहे हैं। सन् 1968 के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री का इस दक्षिण अमेरिकी देश गुयाना का यह पहला दौरा होगा। यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रूप में 56 साल बाद कोई भारतीय पीएम गुयाना जा रहा है। यह यात्रा दोनों देशों के बीच मजबूत और बढ़ते संबंधों को दर्शाती है, जो एक साझा औपनिवेशिक अतीत, सांस्कृतिक विरासत और रणनीतिक हितों से जुड़े हैं। राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली के निमंत्रण पर यह दौरा गुयाना के साथ भारत के संबंधों को गहरा करने और कैरिबियन समुदाय के भीतर अपने प्रभाव का विस्तार करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस दौरान पीएम मोदी राष्ट्रपति अली के साथ कई अहम मुद्दों पर बातचीत करेंगे। इनमें ऊर्जा, रक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में आपसी सहयोग पर चर्चा होगी। दोनों नेता जॉर्जटाउन में दूसरे भारत-कैरिकॉम शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन से आपसी हितों पर चर्चा, आर्थिक भागीदारी तलाशने और भारत और कैरेबियाई देशों के बीच राजनयिक संबंधों को मजबूत करने का मंच मिलेगा। इससे पहले 2023 में भारत में 17वें प्रवासी भारतीय दिवस के दौरान एक उपयोगी बैठक हुई थी। इसी बैठक में राष्ट्रपति अली को प्रवासी भारतीय सम्मान से सम्मानित किया गया था। यह पुरस्कार भारत की ओर से नान रेजिडेंट इंडियंस और भारतीय मूल के लोगों को दिया जाने वाला सर्वोच्च सम्मान है। पीएम मोदी गुयाना की संसद के नेशनल एसेम्बली को भी संबोधित करेंगे। यह दर्शाता है कि दोनों देशों के बीच लोकतांत्रिक रिश्ते कितने मजबूत हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा ऐसे महत्वपूर्ण समय पर हो रहा है, जब भारत अपनी वैश्विक साझेदारियों को और विस्तृत करना चाहता है, खासकर अमेरिका में। पीएम मोदी, राष्ट्रपति अली और ग्रेनेडा के प्रधानमंत्री डिकॉन मिशेल की संयुक्त अध्यक्षता में होने वाले कैरीकॉम-भारत शिखर सम्मेलन में कैरिबियन क्षेत्र के भीतर जलवायु परिवर्तन से निपटने, सतत विकास और आर्थिक सहयोग जैसी रणनीतिक प्राथमिकताओं पर चर्चा होगी।

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