कुंभकर्ण सोता नहीं था, छिपकर हथियार बनाता था: राज्यपाल

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती लैंग्वेज यूनिवर्सिटी में आयोजित दीक्षांत समारोह में बड़ा दावा किया। उन्होंने दीक्षांत समारोह में हवाई जहाज से लेकर कुंभकर्ण तक के लिए कई बड़े खुलासे किए। राज्यपाल ने जो दावे किए हैं उसको लेकर कहीं कोई जिक्र नहीं है। लेकिन आपका ये जानना जरूर है कि एक शिवकर बापूजी तलपड़े थे, जिन्होंने 1895 में एक मानव रहित जहाज को चौपाटी के ऊपर से उड़ाया था। इसके आठ साल बाद राइट बंधुओं ने 17 दिसंबर 1903 को उत्तरी कैरोलिना के किट्टी हॉक के समुद्री तट पर अपना हवाई जहाज उड़ाया था। आनंदीबेन पटेल ने छात्रों को बताया कि बहुत से लोग यह तो जानते कि रावण, माता सीता को पुष्पक विमान से लंका ले गया था। यह आविष्कार 5 हजार साल पुराना है, लेकिन क्या किसी को पता है कि पुष्पक विमान किसने, कब और कहां बनाया था? इसके अलावा राज्यपाल ने रावण का भाई कुंभकर्ण को लेकर दावा किया कि वह एक टेक्नोक्रेट था। यह कहना गलत है कि कुम्भकर्ण छह महीने तक सोता था बल्कि वह साल के अधिकांश समय गुप्त तरीके से हथियार बनाने का काम करता था। वह तकनीक को बहुत अच्छी तरह से जानता था। कोई दूसरा देश उसकी तकनीक को न चुरा ले इस लिए ही यह छह महीने सोने और छह महीने खाने की बात फैलाई गई।