लेखक की कलम

चुनाव हो या शादी, नोटों की बर्बादी

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
हमारे देश में 80 करोड़ लोग गरीब है क्योंकि उनको सरकार मुफ्त का राशन देती है लेकिन यहां नोटो का खेल भी होता है। उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में एक शादी समाोह में वर पक्ष की तरफ से घर की छत और बुलडोजर से 20 लाख रूपये उड़ाये गये। फल बरसाते हुए हमने कई अवसरों पर देखा लेकिन सिद्धार्थनगर में जोटों की बारिश हो रही थी। इसी प्रकार महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भी नोटो की वारिश करने का आरोप है। यह अलग बात कि सिद्धार्थनगर में नोटो की वारिश को सभी ने देखा और आनंद लिया लेकिन महाराष्ट्र में नोटो की वारिश को किसी ने नहीं देखा और आरोप-प्रत्यारोप की तीर भी छोड़े।
हम सभी ने बहुत सारी ग्रैंड शादियों के बारे में सुना होगा लेकिन यूपी के एक गांव की शादी वायरल हो रहे वीडियो के कारण चर्चाओं का विषय बनी हुई है. दरअसल, इस वीडियो को देखकर ऐसा लग रहा है कि घरवालों में शादी की इतनी अधिक खुशी है कि वो जेसीबी और घर की छत पर चढ़कर कागज की तरह नोटों की बारिश करने लगे। यह वीडियो पूरे सिद्धार्थनगर में चर्चा का विषय बनी हुई है।
दरअसल, यूपी के सिद्धार्थनगर जिले में एक शादी की चर्चा पूरी बस्ती में हो रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि शादी में बारात के दौरान छत और जेसीबी पर चढ़कर नोटों की गड्डी उड़ाने का वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल हो रहे वीडियो में लड़के के घरवाले सौ, दो सौ रुपये से लेकर पांच सौ के नोटों को कागज की तरह हवा में उड़ाते हुए नजर आ रहे हैं और नीचे मौजूद लोग हवा में उड़ते हुए नोटों को लूटते हुए दिखाई दे रहे हैं. जानकारी के मुताबिक यह वायरल वीडियो देवलहवा गांव के निवासी अफजाल और अरमान के शादी का बताया जा रहा है. शादी में बारात की रवानगी के दौरान लड़के के घरवालों ने करीब 20 लाख रुपये उड़ा दिए। जेसीबी और छत पर चढ़कर युवकों ने नोटों को हवा में कागज की तरह उड़ाए और इस वजह से यह वीडियो पूरे जिले में चर्चा का विषय बना हुआ।
उधर महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग से ठीक पहले नालासोपारा में 19 नवम्बर को राजनीतिक उथल-पुथल मच गई। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े पर वोट के बदले पैसे बांटने का आरोप लगा। यह आरोप बहुजन विकास अघाड़ी (बीबीए) के कार्यकर्ताओं ने लगाया। कार्यकर्ताओं ने उस होटल के बाहर हंगामा किया जहां तावड़े एक बैठक कर रहे थे। बीवीए विधायक क्षितिज ठाकुर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने बीजेपी पर पैसे बांटने का आरोप लगाया और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने होटल की तलाशी ली और 9.93 लाख रुपये नकद और कुछ दस्तावेज बरामद किए। चुनाव आयोग ने वीबीए की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए तावड़े के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। तावड़े ने आरोपों से इनकार किया है और निष्पक्ष जांच की मांग की है। बीजेपी ने आरोपों को निराधार बताते हुए इसे विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की हताशा भरी चाल बताया है।
यह घटना ऐसे समय हुई है जब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव अंतिम चरण में थे। चुनाव प्रचार समाप्त हो गया और 20 नवंबर को मतदान होना था। वीबीए विधायक क्षितिज ठाकुर ने आरोप लगाया कि तावड़े मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए 5 करोड़ रुपये लेकर विरार आए थे। ठाकुर ने कहा कि मुझे कुछ बीजेपी नेताओं ने बताया कि बीजेपी महासचिव विनोद तावड़े मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए 5 करोड़ रुपये बांटने विरार आ रहे हैं। मुझे लगा कि उनके जैसा राष्ट्रीय नेता इतना छोटा काम नहीं करेगा लेकिन मैंने उन्हें यहां देखा। मैं चुनाव आयोग से उनके और बीजेपी के खिलाफ कार्रवाई करने का आग्रह करता हूं। ठाकुर ने आरोप लगाया कि तावड़े जिस होटल में रुके थे। उसने सीसीटीवी रिकॉर्डिंग बंद कर दी थी। उन्होंने कहा कि होटल प्रशासन तावड़े और बीजेपी के साथ मिला हुआ लगता है। हमारे अनुरोध के बाद ही उन्होंने अपना सीसीटीवी चालू किया। तावड़े मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए पैसे बांट रहे थे। इस घटना का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इसमें तावड़े और वीबीए नेताओं के बीच बहस होती दिख रही है। इस पर राजनीति भी शुरू हो गयी है।
शिवसेना (यूबीटी) नेता संजय राउत ने कहा कि बीजेपी की पोल खुल गई है। ठाकुर ने वही किया है जो चुनाव आयोग को करना चाहिए था। चुनाव आयोग के अधिकारी हमारे बैग की तलाशी लेते हैं और हमारी जांच करते हैं, फिर भी बीजेपी के इन व्यक्तियों की ऐसी कोई जांच नहीं होती है। राउत ने कहा कि बीजेपी चाहे जितना भी छिपाने की कोशिश करे लेकिन नालासोपारा-विरार में जो हुआ वह कैमरे के सामने हुआ। उन्होंने तावड़े के पास बड़ी संख्या में नकदी होने की बात का भी जिक्र किया और आरोप लगाया कि उनके पास 18 लोगों के नाम हैं जो पुलिस सुरक्षा के साथ पैसे बांटते हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य के गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस सहित बीजेपी के प्रमुख नेता उनकी गतिविधियों से अवगत थे। राउत ने कहा कि अगर चुनाव आयोग निष्पक्ष होता तो उसके अधिकारी छापेमारी करते। वीबीए नेता हितेंद्र ठाकुर ने आरोप लगाया कि तावड़े ने पालघर जिले में मतदाताओं को पैसे बांटे। शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकुर ने कहा कि विनोद तावड़े को पीएचडी मिलनी चाहिए। उनकी (व्यंग्यात्मक रूप से) प्रशंसा की जा रही है कि उन्होंने कुछ राज्यों में सरकारें गिराईं और कुछ राज्यों में बीजेपी की सरकारें बनाईं। असली वजह क्या है? यह बीजेपी का नोट जिहाद है। ठाकरे ने तावड़े के खिलाफ केंद्रीय चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि सबूतों के आधार पर कार्रवाई होनी चाहिए। वरना महाराष्ट्र खुद कार्रवाई करेगा।
कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि एक वीडियो में भगवा रंग की पोशाक पहने हुए व्यक्ति बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े हैं। इनके पास से बड़ी मात्रा में पैसा बरामद होने की खबर है। वह विरार पूर्व इलाके में 5 करोड़ रुपये नकद से भरे एक काले बैग और 15 करोड़ रुपये के विवरण वाली एक डायरी के साथ पकड़े गए थे। उधर, चुनाव आयोग के अधिकारियों ने विरार के उस होटल में छापेमारी की जहां तावड़े बैठक कर रहे थे। इस पर शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि ऐसे वीडियो सामने आए हैं जिनमें भारी मात्रा में नकदी दिखाई दे रही है, जो संभवतः 5 करोड़ रुपये है। घटनास्थल से मिली एक डायरी में उन लोगों के नाम दर्ज हैं जिन्हें पैसे मिले थे। यह वोट खरीदने का घिनौना प्रयास है। निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग को तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। (हिफी)

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