सीरिया में राष्ट्रपति पैलेस में विद्रोहियों ने मचाई लूटपाट

सीरिया में विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क में घुसकर असद परिवार के 50 साल के शासन का अंत कर दिया। अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद अपने परिवार के साथ मॉस्को पहुंच गये हैं और उन्हें शरण दी गई है।
वीडियो में नागरिकों को भव्य अल-रावदा और मुहाजरीन महलों में टहलते हुए, तस्वीरें लेते व फर्नीचर और आभूषण जैसे कीमती सामान निकालते हुए दिखाया गया है। अल-रावदा पैलेस में बच्चों को भव्य हॉल में दौड़ते हुए देखा जा सकता है, जबकि पुरुष कुर्सियाँ और स्लाइडिंग ट्रंक ले जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। कुछ लोग फूलदान और अन्य सजावटी सामान लेकर चल रहे थे, और अलमारियाँ और कैबिनेट खाली कर रहे थे।
राष्ट्रपति बशर अल-असद के तानाशाही शासन के अचानक पतन के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने सीरिया के लोगों से स्थिर और शांतिपूर्ण भविष्य के लिए ऐतिहासिक अवसर का लाभ उठाने का आह्वान किया है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने इस बात पर भी जोर दिया कि सीरिया का भविष्य उसके लोगों द्वारा निर्धारित किया जाना चाहिए। गुटेरेस ने कहा, 14 साल के युद्ध और तानाशाही शासन के पतन के बाद आज सीरिया के लोग एक स्थिर और शांतिपूर्ण भविष्य के निर्माण के लिए ऐतिहासिक अवसर का लाभ उठा सकते हैं। सीरिया का भविष्य सीरियाई लोगों को निर्धारित करना है और मेरे विशेष दूत इस दिशा में उनके साथ काम करेंगे।” गुटेरेस ने सीरियाई लोगों को सुलह, न्याय और समृद्धि पर आधारित देश बनाने में मदद करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की प्रतिबद्धता जताई।
यूएन महासचिव ने कहा, “मैं इस संवेदनशील समय में बिना किसी भेदभाव के सभी सीरियाई लोगों के अधिकारों की रक्षा करते हुए शांति और हिंसा से बचने के लिए अपना आह्वान दोहराता हूं।” गुटेरेस ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन की आवश्यकता होगी कि कोई भी राजनीतिक परिवर्तन समावेशी और व्यापक हो। सीरिया की