लेखक की कलम

भव्य होगी प्राण प्रतिष्ठा की वर्षगांठ

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
अयोध्या राम मंदिर में रामलला के स्थापित होने के 1 साल होने वाले है। ऐसे में राम नगरी में महा उत्सव की तैयारी चल रही है। वहीं, राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि प्रभु राम के मंदिर में विराजने के पहले वर्ष गांठ को राम मंदिर ट्रस्ट प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाएगा जहां तीन दिवसीय भव्य कार्यक्रमों का आयोजन भी किया जाएगा। इस बीच मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के मंदिर में कई देवी देवताओं के मंदिरों का निर्माण भी किया जा रहा है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सचिव चम्पत राय ने बताया कि अयोध्या में बन रहा राम मंदिर पूरे समाज और समाज के सभी वर्गों का मंदिर है। उन्होंने बताया कि मंदिर की बाहरी दीवार करीब 14 फीट चौड़ी रहेगी और दीवार के आसपास कई मंदिरों का निर्माण अभी होना है। ऐसे में तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारी की गई है, जो एक दिन पहले शुरू होगा और एक दिन बाद तक चलेगा। मंदिर में 10 जनवरी से भगवान के प्राण प्रतिष्ठम महोत्सव के वार्षिक उत्सव शुरू हो जाएंगी। प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव इस बार 11 जनवरी को होगा क्योंकि द्वादशी तिथि उसी तारीख को पड़ रही है।
मंदिर और मूर्तियों की नगरी अयोध्या में एक बार फिर महा उत्सव की तैयारी चल रही है। यह महा उत्सव प्रभु राम के भव्य मंदिर में एक साल विराजमान होने के मौके पर मनाया जाएगा। प्रभु राम बीते 22 जनवरी को भव्य मंदिर में विराजमान हुए थे और विराजमान होने को एक साल पूरे होने वाले हैं। इसके उपलक्ष्य में राम मंदिर ट्रस्ट हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रभु राम के विराजमान होने की पहली वर्षगांठ को ऐतिहासिक और भव्य बनाने की तैयारी में जुट गया है। अभी कुछ दिनों पहले ही अंबाला सिटी के सेक्टर-7 नीलकंठ मंदिर में विश्व हिंदू परिषद के विभाग कार्यालय में विश्व हिंदू परिषद के केंद्रीय सचिव व श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट अयोध्या के सचिव चंपत राय पहुंचे थे। उनके पहुंचने पर विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। उनके साथ ही विश्व हिंदू परिषद के प्रांत संगठन मंत्री राधेश्याम भी अंबाला पहुंचे। इस मौके पर कार्यक्रम भी रखा गया। कार्यक्रम की शुरुआत शाम 7.30 बजे हुई। कार्यक्रम का शुभारंभ चंपत राय के दीप प्रज्वलन व स्वस्ति मंत्र के साथ हुआ। कार्यक्रम में सर्वप्रथम चंपत राय का सम्मान करते हुए जिला संगठन मंत्री महेंद्र शर्मा ने उन्हें पगड़ी पहनाई। इस मौके पर मुख्य वक्ता चंपत राय ने बताया कि अयोध्या में बन रहा राम मंदिर पूरे समाज और समाज के सभी वर्गों का मंदिर है। उन्होंने बताया कि मंदिर की बाहरी दीवार करीब 14 फीट चौड़ी रहेगी और दीवार के आसपास कई मंदिरों का निर्माण अभी होना है। इसमें लक्ष्मण जी का मंदिर, ऋषि वशिष्ठ ऋषि अगस्त्य, अहिल्या जी, शबरी मंदिर व निषाद राज मंदिर रहेंगे।हिंदी तिथि के अनुसार इस साल 11 जनवरी को पौष माह की द्वितीया तिथि पड़ रही है. इस तिथि के दिन साल 2024 में प्रभु राम अपने मंदिर में विराजमान हुए थे, जिसके बाद अब अगले साल 10 जनवरी 11 जनवरी और 12 जनवरी इन तीन दिनों तक अयोध्या में प्रभु राम का पहली वर्षगांठ मनायी जाएगी। ऐसे में तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की तैयारी की गई है, जो एक दिन पहले शुरू होगा और एक दिन बाद तक चलेगा. ऐसे में 10 जनवरी से भगवान के प्राण प्रतिष्ठम महोत्सव का वार्षिक उत्सव शुरू किया जाएगा, जिसमें रामाचा का पाठ वेद का पारायण रामचरितमानस का पाठ यज्ञ अलग-अलग तरीके के धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे।
भगवान के भव्य मंदिर में विराजमान होने के इस वार्षिक उत्सव को ऐतिहासिक बनाने का प्रयास किया जाएगा। इतना ही नहीं खास बात यह भी है कि इस तीन दिवसीय महा उत्सव में आम श्रद्धालु भी कैसे शामिल हों। इस पर राम मंदिर ट्रस्ट विचार विमर्श भी कर रहा है। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि प्रभु राम के मंदिर में बिराजने के पहले वर्ष गांठ को राम मंदिर ट्रस्ट प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाएगा। इसके लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान भी होंगे। इन तीन दिनों में यज्ञ होगा। साथ ही वेद पाठ और रामचरितमानस का पाठ होगा। तत्पश्चात प्रभु राम का अभिषेक किया जाएगा। इसलिए तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव की भव्य तैयारी की गई है, जो एक दिन पहले शुरू होगा और एक दिन बाद तक चलेगा। ऐसे में 10 जनवरी से भगवान के प्राण प्रतिष्ठम महोत्सव का वार्षिक उत्सव शुरू किया जाएगा, जिसमें रामाचा का पाठ वेद का पारायण रामचरितमानस का पाठ यज्ञ और अलग-अलग तरीके के धार्मिक अनुष्ठान किए जाएंगे।
भगवान के भव्य मंदिर में विराजमान होने के इस वार्षिक उत्सव को ऐतिहासिक बनाने का प्रयास किया जाएगा। इतना ही नहीं खास बात यह भी है कि इस तीन दिवसीय महा उत्सव में आम श्रद्धालु भी कैसे शामिल हों इस पर राम मंदिर ट्रस्ट विचार विमर्श भी कर रहा है।राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती ने बताया कि प्रभु राम के पहले वर्ष गांठ को राम मंदिर ट्रस्ट प्रतिष्ठा द्वादशी के रूप में मनाएगा। इसके लिए तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। बड़ी संख्या में श्रद्धालु पधारेंगे। विभिन्न प्रकार के धार्मिक अनुष्ठान भी होंगे। तीन दिनों यज्ञ होगा। साथ ही वेद पाठ और रामचरितमानस का पाठ होगा जहां प्रभु राम का अभिषेक किया जाएगा। इसलिए विशेस व्यवस्था करनी होगी।
रामनगरी अयोध्या आने वाले राम भक्तों को अयोध्या विकास प्राधिकरण ने एक और सुविधा दी है। दरअसल, अयोध्या में आस्था की सरयू में डुबकी लगाने के लिए एक तरफ जहां लाखों लोग रोज पहुंच रहे हैं, तो दूसरी तरफ विज्ञान के जरिए पर्यटकों को रामनगरी और रामचरित्र को दिखाकर देश भर में पर्यटन की सुविधा भी प्रदान की जा रही है। अयोध्या के हनुमानगढ़ी पर दुर्लभ दर्शन केंद्र बनाए गए हैं जहां अयोध्या के मठ मंदिरों समेत भगवान श्री राम के चरित्र और उनके वन गमन की 3डी डॉक्यूमेंट्री चलाई जा रही है। इस डिजिटल प्वाइंट का उद्देश्य है कि भगवान के दुर्लभ दर्शन को श्रद्धालुओं तक पहुंचाया जा सके। इतना ही नहीं इस वर्चुअल डिवाइस के माध्यम से श्रद्धालु एक ही जगह बैठकर अयोध्या के मठ मंदिर समेत देश भर के प्रसिद्ध मंदिर का दर्शन भी कर सकेंगे। इसके साथ ही 10 मिनट के एपिसोड में ऐसा प्रतीत होता है कि हम उस जगह पर खुद मौजूद हैं जहां का दृश्य दिखाया जा रहा है। दुर्लभ दर्शन केंद्र के प्रोपराइटर हर्षित श्रीवास्तव ने बताया कि अयोध्या में दुर्लभ दर्शन केंद्र को संचालित किया जा रहा है, जिसमें पिछले एक सप्ताह से यहां पर टेस्टिंग चल रही थी. इसके अलावा बीआर डिवाइस के माध्यम से अयोध्या में एक ही जगह पर बैठकर देश के कई मठ मंदिर के दर्शन कर सकते हैं। इसमें अभी फिलहाल राम वन गमन पथ अर्थात् प्रभु राम 14 वर्ष के वनवास में जहां-जहां गए थे, उस जगह को दिखाया जा रहा है। इतना ही नहीं आने वाले समय में हम अयोध्या समेत देशभर के मठ मंदिरों का दर्शन कराएंगे। इसके लिए 150 रुपए तक का शुल्क भी निर्धारित किया जाएगा। इस प्रकार प्रभु श्रीराम की नगरी विश्व हिंदू तीर्थ स्थल बनने जा रही है। (हिफी)

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