राजकपूर की 100वीं जयंती मनायी गयी

दिवंगत अभिनेता और निर्देशक राज कपूर की 14 दिसंबर को 100वीं जयंती मनायी जा रही है। इस खास मौके पर बॉलीवुड के शोमैन की कई शानदार फिल्में स्क्रीन पर लौट रही है। आग (1948) से दिग्गज अभिनेता राज कपूर के निर्देशन मे बनी पहली फिल्म थी। इतना ही नहीं यह उनके नए बैनर, आर.के. फिल्म्स के तहत बनी पहली मूवी थी। सबसे खास बात ये थी कि इसने राज कपूर और नरगिस को हिंदी सिनेमा की सबसे बेहतरीन ऑनस्क्रीन जोड़ियों में से एक के रूप में पेश किया था। इस फिल्म में राज कपूर के छोटे भाई शशि कपूर भी थे, जिन्होंने अपने भाई के यंग एज का किरदार निभाया था। इसके बाद जागते रहो (1956)-के ए अब्बास द्वारा लिखित, सोमभु मित्रा और अमित मित्रा द्वारा निर्देशित ये फिल्म हिंदी और बंगाली दोनों में बनी है। ये फिल्म एक हलचल भरे शहर में गांव के एक आदमी के संघर्ष पर आधारित है। श्जागते रहोश् में राज कपूर लीड में थे। इस फिल्म के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कारों में सर्टिफिकेट ऑफ मेरिट से सम्मानित किया गया। बरसात (1949) से राज कपूर ने इस ब्लॉकबस्टर के साथ निर्देशक के रूप में अपनी पहली हिट फिल्म बनाई जो उस समय कि की सबसे बड़ी हिट फिल्म बन गई थी। आवारा (1951) क्राइम ड्रामा के हिट होते ही राज कपूर हिंदी सिनेमा में छा गए। ख्वाजा अहमद अब्बास द्वारा लिखित, आवारा में नरगिस ने लीड रोल और राज कपूर के पिता और दिग्गज अभिनेता पृथ्वीराज कपूर सपोर्टिंग रोल में नजर आए थे। संगम (1964) से राज कपूर ने म्यूजिकल रोमांटिक के साथ निर्देशन में वापसी की। राज, राजेंद्र कुमार और वैजयंतीमाला के बीच लव ट्राएंगल देखने को मिला था। ये इंदर राज आनंद द्वारा लिखित पहली भारतीय फिल्म थी, जिसे लंदन, पेरिस और स्विट्जरलैंड में शूट किया गया था। लगभग 4 घंटे की यह फिल्म उस समय की सबसे लंबी रनटाइम वाली फिल्म थी।
जिस देश में गंगा बहती है (1960)-राज कपूर द्वारा निर्मित यह फिल्म राधू करमाकर की निर्देशन की पहली फिल्म थी, जिन्होंने सिनेमैटोग्राफर के रूप में अभिनेता-फिल्म निर्माता के साथ कई बार काम किया था। इसमें राज कपूर के साथ पद्मिनी थीं जो मशहूर एक्ट्रेस होने के साथ-साथ एक भरतनाट्यम डांसर भी रहीं। (हिफी)