यूपी में खिलाडियों को सम्मान

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
उत्तर प्रदेश सरकार ने भारतीय क्रिकेटर रिंकू सिंह को यूपी में बेसिक शिक्षा अधिकारी बनाया है। उन्हें खेल जगत में उनकी शानदार उपलब्धियों और उनके योगदान के लिए सीधी भर्ती नियमावली 2022 के तहत ये पद दिया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने स्वयं इसकी घोषणा की, जिसके बाद उनकी नियुक्ति की सारी प्रक्रिया शुरू हो गई हैं। रिंकू सिंह की हाल ही में सपा सांसद प्रिया सरोज से सगाई हुई है। क्रिकेटर रिंकू सिंह को जिला बेसिक शिक्षा (बीएसए) अधिकारी बनाया गया है, जिसके बाद उन्हें वेतन के साथ कई तरह की अन्य सुविधाएं भी मिलेंगी। आमतौर पर बीएसए पदों को यूपी पीसीएस परीक्षा के तहत भरा जाता है। जिसमें लिखित परीक्षा और इंटरव्यू समेत एक लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इसके लिए अभ्यर्थी के पास ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए और बीएड की योग्यता भी होनी चाहिए। रिंकू सिंह को खेल कोटा के तहत ये पद दिया गया है। क्रिकेटर रिंकू सिंह की यह नई नियुक्ति जहां खेल और शिक्षा के संगम का उदाहरण बन रही है। वहीं, यह राजनीतिक और सामाजिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। एक साधारण परिवार से निकलकर भारतीय क्रिकेट टीम तक का सफर और अब प्रशासनिक जिम्मेदारी रिंकू की यह यात्रा युवाओं के लिए मिसाल है। उत्तर प्रदेश सरकार ने हाल ही में रिंकू सिंह समेत 7 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी देने का फैसला किया है। इन सभी खिलाड़ियों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश के लिए पदक जीते हैं और उन्हें उनके योगदान के लिए यह सम्मान दिया जा रहा है। रिंकू सिंह को बीएसए के पद पर शिक्षा विभाग में नियुक्त किया जा रहा है। अन्य खिलाड़ियों को भी अलग-अलग विभागों में नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक हुई थी।
बेसिक शिक्षा अधिकारी का पद कई तरह की जिम्मेदारियों से भरा होता है। जिसमें जिले की शिक्षा व्यवस्था से लेकर तमाम तरह की व्यवस्था की देखरेख करनी होती है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बनने के बाद रिंकू सिंह शिक्षा विभाग को लीड करेंगे। जिसमें जिले के स्कूलों और बच्चों से जुड़ी तमाम योजनाओं की जिम्मेदारी होती है। यूपी में बीएसए का पद ग्रुप ए का गजटेड पद होता है जिसमें अच्छी खासी सैलरी के साथ रहने के लिए घर और अन्य तरह की सुविधाएं मिलती हैं। ये नौकरी सातवें वेतन आयोग के पे मैट्रिक्स लेवल 10 के तहत आती है। इसमें वेतन की शुरुआत 56,100 रुपये से होती और अनुभव के आधार पर वेतन में बढ़ोतरी होती है और ये 1,77,500 रुपये प्रति माह तक हो सकती है। इसके अलावा वेतन में मूल वेतन का 46 फीसद महंगाई भत्ता दिया जाता है। बीएसए को बतौर एमआरए मेट्रो शहर में 24 फीसद और ग्रामीण क्षेत्रों में 8 फीसद तक एचआर (मकान किराया भत्ता), यात्रा भत्ता के तौर पर 3600-7200 रुपये और अन्य तरह के भत्ते दिए जाते हैं। जिसमें मेडिकल भत्ता, बच्चों की पढ़ाई का भत्ता और कुछ अन्य तरह की सुविधाएं दी जाती हैं। इस तरह से बीएसए अधिकारी की शुरुआती सैलरी 70 से 90 हजार रुपये तक होती है।
क्रिकेटर और समाजवादी पार्टी के विधायक तूफानी सरोज के दामाद रिंकू सिंह को बेसिक शिक्षा अधिकारी यानी बीएसए बनाने का आदेश जारी होने के बाद राजनीति शुरू हो गयी है। केराकत विधानसभा सीट से विधायक तूफानी सरोज को सपा चीफ अखिलेश यादव का करीबी माना जाता है। रिंकू सिंह की नौकरी के संदर्भ में उनको भेजे गए पत्र में कहा गया है- शासन के पत्र संख्या-1/961617/ 2025 दिनांक 16 मई, 2025 (प्रति संलग्न) जो मुख्य चिकित्साधिकारी, लखनऊ को संबोधित तथा इस कार्यालय के साथ-साथ आपको भी पृष्ठांकित है, का अवलोकन करने का कष्ट करें। पत्र में कहा गया- जिसके द्वारा उ.प्र. अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता सीधी भर्ती नियमावली-2022 के अन्तर्गत बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के पद हेतु आपकी नियुक्ति के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी, लखनऊ के
माध्यम से राज्य चिकित्सा परिषद् के समक्ष स्थास्थ्य परीक्षण हेतु उपस्थित हो एवं साथ ही कार्मिक विभाग के शासनादेश एवं उनके साथ संलग्न सत्यापन प्रपत्र 1 एवं 2 ,उक्त शासनादेश पर सत्यापन प्रपत्र 1 एवं 2 उपलब्ध है। पत्र में कहा गया है कि सत्यापन के समस्त विवरणों के साथ इस आशय का स्वघोषणा पत्र भी यथाशीघ्र शासन को उपलब्ध कराये कि प्रपत्र में दिये गये समस्त तथ्य और विवरण सही है, ताकि आपके स्वघोषणा पत्र के आधार पर उक्त शासनादेश दिनांक 29.04.2021 में वर्णित शर्तों व प्रतिबन्धों के अधीन आपका औपबंधिक नियुक्ति पत्र निर्गत किया जा सकें। सत्यापन प्रपत्र एवं स्वघोषणा पत्र में की गयी घोषणा के लिए अभ्यर्थी स्वयं जिम्मेदार होंगे। इसमें कहा गया है कि उक्त के संबंध में आपसे अपेक्षा है कि शासन के पत्र दिनांक 16.05.2025 के क्रम में वांछित सूचना निर्धारित प्रपत्र पर शासन को अतिशीघ्र उपलब्ध कराने का कष्ट करें।
रिंकू सिंह को बीएसए के पद पर शिक्षा विभाग में नियुक्त किया जा रहा है। अन्य खिलाड़ियों को भी अलग-अलग विभागों में नियुक्त किया गया है। इन नियुक्तियों के लिए मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में चयन समिति की बैठक हुई थी। पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को डिप्टी एसपी के पद पर गृह विभाग में नियुक्त किया गया है। इसी तरह हॉकी खिलाड़ी राजकुमार पाल को भी डिप्टी एसपी के पद पर गृह विभाग में नियुक्त किया गया है। पैरा एथलीट अजीत सिंह को पंचायती राज विभाग में नियुक्त किया गया है। पैरा एथलीट सिमरन को भी जिला पंचायती राज अधिकारी के पद पर नियुक्त किया गया है। एक अन्य पैरा एथलीट प्रीति पाल को विकास अधिकारी के पद पर ग्रामीण विकास विभाग में नियुक्त किया गया है। एथलीट किरन बालियान को क्षेत्रीय वन अधिकारी के पद पर वन विभाग में नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने खिलाड़ियों की नियुक्ति तो कर दी है। संबंधित विभागों के नियमों के अनुसार खिलाड़ियों को अगले सात साल के अंदर अपने विभाग से जुड़ी सभी योग्यताएं पूरी करनी होंगी। ऐसा करने से उन्हें नौकरी में आगे प्रमोशन दिया जाएगा। यदि वे ऐसा नहीं कर पाए तो वे प्रमोशन के योग्य नहीं माने जाएंगे।
शिक्षा विभाग में बड़ा पद पाने वाले रिंकू सिंह खुद पढ़ाई में बहुत अच्छे नहीं थे। न ही उन्होंने ज्यादा पढ़ाई की है।क्रिकेटर रिंकू सिंह 8वीं पास है। 9वीं कक्षा में फेल होने के बाद पढ़ाई छोड़ दी थी। या यूं कहें तो आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से रिंकू सिंह ने पढ़ाई छोड़कर काम करना शुरू कर दिया था लेकिन, क्रिकेट खेलना नहीं छोड़ा। उनका पूरा ध्यान क्रिकेट में करियर बनाने पर रहा। खुद रिंकू सिंह बताते हैं कि उनके पास कभी गेंद खरीदने तक के पैसे नहीं थे और पिता गैस सिलेंडर डिलीवरी का काम करते थे। वहीं, उनकी होने वाली पत्नी प्रिया सरोज पेशे से वकील है और मौजूदा समय में मछलीशहर लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं। रिंकू सिंह ने क्रिकेट को ही जीवन का उद्देश्य बना लिया था। रिंकू सिंह की लाइफ में सबसे बड़ा टर्निंग प्वाइंट तब आया, जब 2023 में एक ओवर में 5 छक्के जड़कर वह सुर्खियों में आ गए। रिंकू सिंह रातों-रात फेमस हो गए थे। अगस्त 2023 में रिंकू ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू कर यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ एक सितारा नहीं, बल्कि एक प्रेरणास्रोत हैं। यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसीलिए खेल प्रतिभा को सम्माति
किया है। (हिफी)