रुक नहीं रहा गोमांस का अवैध कारोबार

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)
फगवाड़ा में गौमांस की फैक्टरी का मिलना असंख्य हिंदुओं की आस्था से सीधा जुड़ा होने के अलावा कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न चिन्ह लगाता है। अतः यथाशीघ्र इस मामले की तह तक जाकर आरोपियों तथा राज्य में चल रही अन्य ऐसी फैक्ट्रियों का पता लगाकर उनके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
पंजाब के फगवाड़ा-गोराया के बीच हाईवे पर स्थित ज्योति ढाबे से दो दिन पहले क्विंटलों गोमांस बरामद किया गया। इस संबंध में विभिन्न हिंदू संगठनों के नेता और गौ रक्षक संस्थान के सदस्य मौके पर पहुंचे और उन्होंने रोष व्यक्त किया। हिंदू संगठनों ने कहा कि ढाबे के अंदर एक बड़ा फ्रीजर बनाया गया था, जिसमें क्विंटलों गोमांस रखा हुआ था। आप जानते हैं कि गाय को हिन्दू माता मानते हैं। कहा जाता है कि गाय में 33 कोटि देवताओं का वास रहता है जो हर तरह से हमारी रक्षा करती है परंतु आज यही गौ माता समाज के एक वर्ग के लोगों के अत्याचारों का शिकार हो रही है।
2 जुलाई, 2025 को पंजाब के फगवाड़ा में गांव चाचोकी के निकट स्थित ज्योति वैष्णो ढाबा, जिसे अब सील कर दिया गया है, के पीछे कोल्ड स्टोरेज के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले तहखाने में गौमांस की प्रोसैसिंग फैक्टरी तथा बड़ी मात्रा में पैक किए हुए गौमांस का पता चलने पर शहर में तनाव फैल गया।
इसका पता लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले संयुक्त गऊ रक्षा दल पंजाब तथा अन्य स्थानीय हिंदू संगठनों के पदाधिकारियों के अनुसार यहां प्रतिदिन क्विटलों के हिसाब से गौमांस की पैकिंग की जाती थी। इसी परिसर में एक कमरे के बाहर एक बर्तन में पकाया हुआ गौमांस भी बरामद हुआ है जिसके बारे में जानकारों का कहना है कि यहां गौमांस को प्रोसैस करने वाले लोग स्वयं भी गौमांस पकाकर खाते थे। यहां इतनी अधिक असहनीय दुर्गंध फैली हुई थी कि सांस लेना भी मुश्किल था। सवाल यह है कि हिन्दू संगठन के लोग इस अवैध धंधे को पकड़ रहें हैं फिर पुलिस क्या कर रही है। जाहिर है सारा अवैध गोमांस का धंधा कुछ पुलिस की गंदी मछलियों के संरक्षण में चल रहा है। पुलिस ने इस मामले में शामिल कुल 17 लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया है तथा इस सिलसिले में 8 लोगों (लेबर) को गिरफ्तार करने के अलावा 29 क्विटल 32 किलो गौमांस बरामद कर लिया है। इस अवैध गौमांस फैक्टरी में जहां उत्तर प्रदेश के रहने वाले 3 लोग शामिल बताए जाते हैं, वहीं इस रैकेट में म्यांमार के रोहिंग्या भी शामिल बताए गए हैं। इसका प्रमाण फगवाड़ा पुलिस द्वारा थाना सिटी में दर्ज की गई एफ. आई.आर. है जिसमें म्यांमार के रहने वाले अरमान नामक व्यक्ति का उल्लेख है।गौमांस की तस्करी करने वाले आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। आरोपियों में मुख्तयार आलम, आजाद, जाकिर हुसैन, रिहाना आलम और मिंजर अली मालदा पश्चिम बंगाल के रहने वाले हैं। अरशद उत्तर प्रदेश का और मदन शाह जालंधर जिले के गोराया का रहने वाला है।
संयुक्त गऊ रक्षा दल पंजाब (रजि.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह ने शिवसेना पंजाब के सीनियर उपाध्यक्ष इंद्रजीत करवल, अखिल भारतीय हिंदू सुरक्षा समिति के दीपक भारद्वाज एवं अन्य गौभक्तों की मौजूदगी में बताया कि यहां गौमांस की पैकिंग कर इसकी सप्लाई दिल्ली, श्रीनगर आदि विभिन्न स्थानों को भेजी जा रही थी। फगवाड़ा पुलिस द्वारा दर्ज एफ.आइ.आर. में उल्लेख किया गया है कि गौवंश को होशियारपुर रोड पर स्थित एक हड्डा रोड़ी में काटा जाता था और वहां से गौमांस को बोनलैस करके उक्त फैक्टरी में डीप फ्रीज किया जाता था और गौवध तेजधार दातरों से नहीं, मोटर चालित आरियों से किया जाता था। डी. एस. पी. भारत भूषण का कहना है कि अभी पुलिस सारे मामले की जांच कर रही है और ऐसा हो सकता है कि फगवाड़ा में ही गौवंश काटा गया हो तथा पुलिस गौमांस की फैक्टरी के आसपास के खेतों सहित होशियारपुर रोड पर मौजूद हड्डा रोड़ी के पूरे इलाके की खुदवाई करवाएगी। फर्स्ट च्वाइस ब्रांड नाम वाले 900 ग्राम वजन के गौमांस के इन पैकेटों पर अरबी और अंग्रेजी भाषाओं में हलाल तथा व्हील क्यूब्स लिखा हुआ है। जानकारों के अनुसार व्हील शब्द का प्रयोग गौमांस विशेष रूप से छोटी आयु (6 महीने) के बछड़े-बछड़ियों के लिए किया जाता है जिसकी विदेशों में काफी कीमत मिलती है। संयुक्त गऊ रक्षा दल पंजाब (रजि.) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुरप्रीत सिंह के अनुसार पूरे पंजाब में ऐसी लगभग 14 फैक्टरियां चल रही है। इतने बड़े पैमाने पर गौवध किसी राजनीतिक संरक्षण के बिना चला पाना संभव नहीं है। फगवाड़ा के विधायक बलविंद्र सिंह धालीवाल तथा गौभक्तों का आरोप है कि इस रैकेट में शामिल एक आरोपी की अवैध गतिविधियों के बारे में फगवाड़ा पुलिस और प्रशासन को जानकारी दी गई थी परन्तु उनकी किसी ने नहीं सुनी तथा मामले को दबाया जाता रहा।
मामले में गुरुप्रीत सिंह पुत्र अवतार सिंह के बयानों पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने गुप्त सूचना देते हुए बताया कि फगवाड़ा से लुधियाना साइड जीटी रोड ज्योति ढाबे के बैकसाइड में बने हुए पैकिंग प्लांट में भारी मात्रा में गाय का मांस पैक किया जाता है। मांस काटने और पैकिंग का काम कई लोग करते हैं। गौमांस की कटिंग हड्डा रोड, होशियापुर रोड (फगवाड़ा) में की जाती है। फिर ज्योति ढाबे की बैकसाइड गोदाम में बने पैकिंग प्लांट में उसकी पैकिंग की जाती है, जिसे दिल्ली और श्रीनगर तक सप्लाई किया जाता है। गुरुप्रीत सिंह ने पुलिस को सूचना देते हुए बताया कि अगर मौके पर जाकर छापा मारा जाए तो ज्योति ढाबे के बैकसाइड पैकिंग प्लांट से भारी मात्रा में पैक्ड गौमांस बरामद किया जा सकता है। कोर्ट ने पुलिस को आरोपियों की रिमांड दे दी। मामले में अभी आरोपियों के अलावा अन्य लोगों की इनवोल्वमेंट का भी खुलासा होने की संभावना है, जो गौमांस की तस्करी करते हैं।
फगवाड़ा में गौमांस की फैक्टरी का मिलना असंख्य हिंदुओं की आस्था से सीधा जुड़ा होने के अलावा कानून व्यवस्था पर गंभीर प्रश्न चिन्ह लगाता है। अतः यथाशीघ्र इस मामले की तह तक जाकर आरोपियों तथा राज्य में चल रही अन्य ऐसी फैक्ट्रियों का पता लगाकर उनके विरुद्ध भी कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। (हिफी)