फिल्म गुमनाम की मर्डर मिस्ट्री ने भर दिये थे सिनेमाहाल

इंडियन सिनेमा में मर्डर मिस्ट्री फिल्मों का क्रेज शुरू से ही ज्यादा रहा है। अब मर्डर मिस्ट्री और सस्पेंस थ्रिलर कंटेंट का ठेका ओटीटी ने ले लिया है। साल दर साल ओटीटी पर इस जोनर की कई सीरीज और फिल्में रिलीज होती हैं। वहीं बॉलीवुड और साउथ सिनेमा में भी साल में इक्का-दुक्का मर्डर मिस्ट्री सस्पेंस थ्रिलर फिल्म बनती रहती हैं। आज से 60 साल पहले रिलीज हुई हिंदी मर्डर मिस्ट्री फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर दिया था। इस फिल्म को हिंदी सिनेमा में अबतक की सबसे बड़ी सस्पेंस थ्रिलर मर्डर मिस्ट्री फिल्म का टैग मिला है। इस फिल्म के आगे आज की सस्पेंस-थ्रिलर फिल्में और वेब-सीरीज फीकी नजर आती हैं। हम बात कर रहे हैं साल 1965 में रिलीज हुई फिल्म गुमनाम की, जिसे राजा नवाथे ने डायरेक्ट किया था। यह एक मल्टीस्टारर फिल्म थी, जिसमें मनोज कुमार, नंदा, प्राण, हेलेन, महमूद, तरुण बोस, मदन पुरी, मनमोहन और धूमल जैसे स्टार नजर आए थे। इस फिल्म का गाना हम काले हैं तो क्या हुआ दिलवाले हैं आज भी लोगों की जुबां पर रटा हुआ है। फिल्म की कहानी और इसका सस्पेंस दर्शकों को आज भी थ्रिल कर देता है। गुमनाम में मनोज कुमार एक पुलिसवाले के रोल में हैं, जो फिल्म में कातिल का पता लगाते हैं। फिल्म की कहानी की बात करें यह एक द्वीप पर फंसे 8 लोगों के ईर्द-गिर्द घूमती है। ऐसे में ये सभी एक हवेली में पहुंचते हैं, जहां एक संदिग्ध शख्स पहले से मौजूद होता है। इसके बाद हवेली में इन 8 लोगों में से कुछेक को मौत के घाट उतारा जाता है, लेकिन फिल्म के अंत तक किसी को पता नहीं चलता है कि यह मर्डर क्यों हो रहे हैं और कौन कर रहा है। फिल्म का क्लाईमैक्स इतना रूह कंपा देने वाला है, कि फिल्म को दोबारा देखने का मन करेगा। फिल्म गुमनाम ने उस वक्त बॉक्स ऑफिस पर
2.6 करोड़ रुपये की कमाई की थी। (हिफी)