हूती लड़ाकों के हमले के बाद एटरनिटी सी जहाज डूबा

लाल सागर में बीते कुछ दिनों की शांति एक बार फिर टूट गई है। यमन के ईरान-समर्थित हूती लड़ाकों की ओर से 9 जुलाई को हमला किए गए दो जहाजों में से एक ‘एटरनिटी सी’ पूरी तरह डूब गया। इस घटना ने एक बार फिर लाल सागर में जहाजों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह हादसा तब हुआ जब जहाज पर 7 और 8 जुलाई को हूती लड़ाकों ने समुद्री ड्रोन और रॉकेट से हमला किया। जहाज में पानी पूरी तरह समा गया। इस जहाज पर सवार 25 में से 6 क्रू मेंबरों को किसी तरह बचा लिया गया है, लेकिन 15 अब भी लापता हैं जबकि 4 की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हूतियों ने घटना का वीडियो जारी किया, जिसमें जहाज के डेक पर एक छेद देखा जा सकता है। इसके अलावा जहाज का अगला हिस्सा ठीक उसी तरह खड़ा हो गया, जैसा टाइटैनिक फिल्म में दिखाया गया है। रेस्क्यू में शामिल यूनिट्स ने बताया कि जिन 6 लोगों को बचाया गया है, उन्होंने 24 घंटे से भी ज्यादा समय समुद्र में तैरते हुए बिताया। हूती गुट ने खुद दावा किया है कि उन्होंने भी कुछ क्रू मेंबर्स को बचाकर सुरक्षित जगह पहुंचाया है। जहाज पर 21 फिलीपीन के नागरिक थे, एक रूसी और तीन सुरक्षा गार्ड, जिनमें एक ग्रीक और एक भारतीय भी शामिल था। बचाए गए लोगों में भारतीय सुरक्षा गार्ड भी है। हूती गुट ने इससे ठीक एक दिन पहले ‘मैजिक सीज’ नामक एक अन्य जहाज पर भी हमला किया था। हालांकि उसके सभी क्रू को समय रहते बचा लिया गया था। हूती लड़ाके नवंबर 2023 से लेकर दिसंबर 2024 तक 100 से ज्यादा जहाजों को निशाना बना चुके हैं। उनका दावा है कि ये हमले फलस्तीनियों के समर्थन में किए जा रहे हैं, खासकर गाजा युद्ध के खिलाफ। दोनों जहाज लाइबेरिया के झंडे तले चल रहे थे और ग्रीक कंपनियों की ओर से संचालित थे। डेटा से पता चलता है कि इन जहाजों के समान अन्य जहाजों ने पिछले एक साल में इजरायली बंदरगाहों पर भी आवाजाही की थी। इन हमलों के बाद लाल सागर में जहाजों की आवाजाही में तेज गिरावट आई है।