राहुल ने न्यूयार्क छोड़ भारत में बनाए इको फ्रेंडली उत्पाद

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के एक छोटे से शहर से आने वाले राहुल सिंह की सफलता की कहानी भी प्रेरणा देती है। राहुल सिंह का जन्म एक साधारण से परिवार में हुआ था लेकिन आज वह इकोसोल होम नाम की कंपनी के मालिक है। यह कंपनी इको-फ्रेंडली प्रोडक्ट ब्रांड है। इस कंपनी का टर्नओवर 280 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। राहुल सिंह ने साल 2001 में अपनी 12वीं कक्षा की पढ़ाई एक सरकारी स्कूल से पूरी की, जिसके बाद उन्होनें नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, सूरत से बीटेक किया। बीटेक के बाद राहुल ने एक्सएलआरएल एण्ड जेवियर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, जमशेदपुर से एमबीए किया। पढाई पूरी करने के बाद राहुल ने कई सालों तक अमेरिका में कई बड़ी कंपनियों में नौकरी की। साल 2008 से 2019 तक राहुल ने कॉर्पोरेट में अपना अच्छी करियर बनाया लेकिन इसके बाद उन्होनें नौकरी छोड़कर कारोबार शुरू करने का फैसला लिया।
राहुल ने अपने सहयोगी अरविंद गणेशन के साथ मिलकर पर्यावरण-अनुकूल उत्पाद बनाने के लिए इकोसोल होम की शुरूआत की। अरविंद को उत्पाद प्रबंधन, मार्केटिंग और सप्लाई चेन ऑपरेशंस में 15 सालों से ज्यादा का अनुभव था। ऐसे में दोनों ने अपनी नौकरी को छोड़ा और कारोबार में कदम रखा। राहुल और अरविंद ने साल 2020 में 4 करोड़ का निवेश कर इकोसोल होम की शुरूआत की। 4 करोड़ के निवेश के लिए राहुल ने अपनी पूरी कमाई लगा दी। उनहोनें इस निवेश के लिए न्यूयॉर्क में अपना घर भी बेच दिया।
भारत आकर राहुल ने कर्नाटक के तुमकुर में 5,000 वर्ग फीट में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट स्थापित की, जहां 25 कर्मचारी काम करते थे। शुरूआत में राहुल को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उन्होनें बांस, गन्ने की खोई और ताड़ के पत्तों से बने रसोई उत्पाद बनाएं। इसमें चॉपिंग बोर्ड, सर्विंग यूटेंसिल्स, प्लेट और कटोरे शामिल थे।उनका यह ब्रांड ऑर्गेनिक उत्पाद बनाता है। आज इकोसोल की मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट विदेशों में भी हैं। इस कंपनी के कैटलॉग में 42 प्रकार के उत्पाद और 1600 एसकेयूएस शामिल है। साल 2022 में इकोसोल ने अमेरिका में खुदरा स्टोरों में उत्पाद लॉन्च किए और 2023 में 11 देशों में 3800 स्टोरों में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विस्तार किया। आज यह कंपनी एक ब्रांड है, जिसका टर्नओवर 280 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है।