शबाना की मासूम का बनेगा सीक्वल

सुपरहिट फिल्म बनाने वाले शेखर कपूर ने हाल ही में अपनी 1983 की फिल्म मासूम के सीक्वल मासूम द नेक्स्ट जेनरेशन की अनाउंसमेंट की है। हालांकि उनकी फिल्म मासूम को लोगों ने बिल्कुल पसंद नहीं किया था, लेकिन वो अब इस फिल्म का सीक्वल यही सोच के लेकर आ रहे हैं कि यह फिल्म मासूम की तरह फ्लॉप नहीं होगी। 1983 की फिल्म मासूम में शबाना आजमी, नसीरुद्दीन शाह, सईद जाफरी, जुगल हंसराज, उर्मिला मातोंडकर के अलावा कई कलाकारों ने अहम रोल प्ले किए थे। इसी बीच शेखर कपूर ने अपनी एक लेटेस्ट पोस्ट में अपनी बनाई गई पहली फिल्म मासूम को लेकर हैरान कर देने वाली बात बताई। उन्होंने फिल्म को लेकर खुलासा किया कि इसे देखने के लिए कोई भी थिएटर में नहीं गया था, लेकिन फिर अचानक से इसकी टिकटें ब्लैक में बिकने लगी थीं।
दरअसल डायरेक्टर शेखर कपूर ने हाल ही में एक पोस्ट शेयर की हैं, जिसमें उन्होंने मासूम फिल्म के रिलीज के बाद उस टेंशन भरे हफ्ते को याद किया। उन्होंने बताया कि मैंने इसी फिल्म के जरिए अपने डायरेक्टर बनने की पहली सीढ़ी चढ़नी शुरू की थी लेकिन इसी फिल्म ने मुझे धोखा दे दिया। फिल्म रिलीज होने के बाद इसे कोई भी देखने नहीं आया था और उन्हें लगा कि एक फिल्म निर्माता के रुप में उनका करियर शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया है। शेखर ने पोस्ट में लिखा, प्रॉब्लम ये है कि आपने एक आर्टिकल फिल्म बनाई है, फिर दूसरे युवा कालाबाजारी करने वाले भी लगभग धमकी भरे अंदाज में शामिल हो गए। मुझे जल्द ही समझ आ गया कि आर्टिकल से उनका मतलब आर्टिस्टिक था। लेकिन यह किसी भी तरह से तारीफ नहीं थी। क्योंकि उन्होंने फुल हाउस होने की उम्मीद में टिकट खरीदे थे, ताकि वे मुनाफे पर बेच सकें। बस, कोई नहीं आया। आगे उन्होंने लिखा, मैं थिएटर में गया। और वहां सिर्फ दो लोग थे, और उनमें से एक मैं था! इतने खालीपन ने मुझे झकझोर दिया। यह एक फिल्म निर्माता के रूप में मेरे करियर का अंत था जो हकीकत में शुरू भी नहीं हुआ था। क्योंकि मासूम मेरी पहली फिल्म थी और मुझे इससे बहुत उम्मीद थी। हालांकि, टर्निंग पॉइंट मिड वीक में आया। डिस्ट्रिब्यूटर्स ने फिल्म को सिनेमाघरों से हटाना शुरू कर दिया था, और उसकी जगह कोई ज्यादा कमर्शियल फिल्म लाने की कोशिश कर रहे थे। फिर सब कुछ बदल गया और मुझे फोन आया कि लोग आपकी फिल्म देखने के लिए आने लगे हैं। शुक्रवार तक, टिकट हाउस फुल हो गए और टिकट ब्लैक में बिकने लगे जो दर्शक शुरू में इसे देखने से कतरा रहे थे, अब वही अंदर जाने के लिए छटपटा रहे हैं।” शेखर आगे लिखते हैं, और नए सिनेमाघर ढूंढने की होड़ शुरू हो गई। मासूम को हिट डिक्लेयर कर दिया गया है। अब, इतने सालों बाद जब मैं मासूम, द नेक्स्ट-जेनरेशन को प्रोडक्शन में लाने की तैयारी कर रहा हूं तो आर्टिकल फिल्म शब्द मुझे अभी भी सताता है
और गुरुवार को क्या हुआ? क्या मेरी या मेरी फिल्म की किस्मत रातों रात बदल गई? जो लोग नहीं जानते उन्हें बता दें कि मासूम 1.75 करोड़ के बजट में
बनी थी। जबकि बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ने 8.95 करोड़ का वल्र्डवाइड कमाई हासिल की। (हिफी)