लेखक की कलम

अब विपक्ष राहुल के साथ

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी का कथित बम भले ही सत्ता पक्ष के किले को धराशायी नहीं कर सका लेकिन उसने राहुल गाँधी को विपक्ष का नेता जरूर बना दिया है। फर्जी मतदाताओं के मामले में राहुल गांधी ने जिस तरह सबूत पेश किये हैं उससे हलचल तो दूर तक हुई है। राहुल ने सबूतों के साथ मतदाता सूची में खामियां गिनाईं। यह पहली बार है जब राहुल गांधी ने सबूतों के साथ किसी मुद्दे को उठाया है। विपक्षी दल इसी लिए राहुल के साथ खड़े हुए हैं। गत 7 अगस्त को इंडिया गठबंधन के 25 राजनीतिक दलों के करीब 50 नेताओं ने राहुल के साथ बैठक में भाग लिया। राहुल गांधी के घर पर आयोजित इस डिनर मीटिंग में गठबंधन के नेताओं ने मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर भी चर्चा की। बैठक में यह भी तय किया गया कि सांसद 11 अगस्त को संसद से चुनाव आयोग तक मार्च निकालेंगे। राहुल गांधी के आवास 5 सुनहरी बाग रोड पर आयोजित बैठक में सोनिया गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, डी राजा, तिरुचि शिवा, टी आर बालू, शरद पवार, सुप्रिया सुले और फारूक अब्दुल्ला पहुंचे। इसके साथ ही साथ ही बैठक में अखिलेश यादव, डिंपल यादव, रामगोपाल यादव, अभिषेक बनर्जी, उद्धव ठाकरे, रश्मि ठाकरे, आदित्य ठाकरे, कमल हासन, हनुमान बेनीवाल, महबूबा मुफ्ती, मुकेश सहनी और तेजस्वी यादव भी पहुंचे। उधर बिहार में प्रशांत किशोर के इसी संदर्भ में लगाये गये आरोपों पर चुनाव आयोग नोटिस लेने लगा है। बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने 7 अगस्त को जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) द्वारा लगाए गए आरोपों पर उन्हें सुझाव दिया है। सीईओ ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कहा है कि अभी भी वक्त है, राजनीतिक दल व अन्य हितधारक दावा-आपत्ति कर सकते हैं।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के घर पर इंडिया गठबंधन की बैठक हुई। बैठक के लिए विभिन्न दलों के नेता राहुल गांधी के आवास पर पर पहुंचे। बैठक में इंडिया गठबंधन के 25 राजनीतिक दलों के करीब 50 नेताओं ने भाग लिया। इस दौरान गठबंधन के नेताओं ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को लेकर भी चर्चा की। साथ ही उप राष्घ्ट्रपति चुनाव को लेकर भी गठबंधन के नेताओं ने रणनीति तय की। उप राष्ट्रपति चुनाव सितंबर में होना है। एनडीए अपना उम्मीदवार 12 अगस्त तक तय कर सकता है। इस दौरान राहुल गांधी ने मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी के मुद्दे पर प्रेजेंटेशन दिया। राहुल गांधी ने कहा कि सभी पार्टियों को इसे लेकर सजग होना पड़ेगा।उन्घ्होंने कहा कि बीजेपी ऐसा हर राज्य में कर रही है। एंटी इनकमबेंसी मैनेज कर रही है। यह लोकतंत्र के लिए खतरनाक है। साथ ही बैठक में चुनाव आयोग के खिलाफ मुहिम तेज करने की भी रणनीति बनाई गई। बिहार में राहुल-तेजस्वी की यात्रा का समापन एक सितंबर को होगा। इस मौके पर इंडिया गठबंधन के सारे बड़े नेता इकट्ठे हो सकते हैं। तेजस्वी यादव ने आज सभी नेताओं को इसको लेकर न्योता दिया साथ ही तेजस्वी यादव ने बिहार एसआईआर प्रक्रिया के खिलाफ इंडिया गठबंधन की यात्रा की जानकारी दी। संभव है कि इंडिया गठबंधन का महाजुटान अब महीने के अंत में बिहार में हो सकता है।
राहुल गांधी के दिल्ली स्थित आवास पर इंडिया ब्लॉक की बैठक में लगभग 25 पार्टियों के 50 नेता मौजूद थे। इन पार्टियों में कांग्रेस, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, आरएलपी, एसपी, आरजेडी, वीआईपी, सीपीआई, सीपीएम, सीपीएमएल, एफबी, जेएमएम, टीएमसी, एनसीपी (एसपी), शिवसेना (यूबीटी), डीएमके, वीसीके, आरएसपी, आईयूएमएल, केरल कांग्रेस (एम), के कांग्रेस (जे), एमएनएम, एमडीएमके, केएमडीके, पीडब्ल्यूके शामिल है। राहुल गांधी ने उसकी दिन प्रेस कॉन्फ्रेस करके बताया था कि कैसे चुनाव में धांधली की जा रही है और वो सारे तथ्य सभी नेताओं के सामने रखेंगे। इसी मामले पर इस बैठक का आयोजन किया गया था। बता दें कि इसी बैठक में ये भी तय हुआ है कि 17 अगस्त से बिहार में महागठबंधन वोट अधिकार यात्रा की शुरुआत करेगा। साथ ही 30 अगस्त को इस यात्रा का समापन पटना में होगा, जहां महागठबंधन की ज्वाइंट रैली होगी। इस यात्रा में तेजस्वी और राहुल गांधी मौजूद होंगे। भाजपा और चुनाव आयोग मिलकर चुनाव में कैसे धांधली कर रहे हैं, इसका पूरा खेल उन्होंने सबूतों के साथ समझाया। राहुल गांधी ने कहा हम लोकतंत्र की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं और हर कीमत पर इसे खत्म होने से बचाएंगे। बैठक को लेकर भाकपा महासचिव डी राजा ने कहा, कहा गया है कि 11 अगस्त को इंडिया ब्लॉक के सांसद संसद से चुनाव आयोग तक मार्च करेंगे। यह विपक्ष के नेता राहुल गांधी द्वारा बुलाई गई इंडिया ब्लॉक के नेताओं की पहली बैठक है। हम सभी इंडिया ब्लॉक के सभी दलों के नेताओं के साथ बातचीत करने की उनकी पहल की सराहना करते हैं। आज की बैठक बहुत ही सार्थक रही। मुद्दा मतदाता सूची के एसआईआर को लेकर चल रहे विवाद, चुनाव आयोग के कामकाज और मतदाता पंजीकरण के मामले में हो रही गड़बड़ियों पर था। राहुल गांधी ने एक पावरप्वाइंट प्रेजेंटेशन दिया। उन्होंने कर्नाटक और महाराष्ट्र का हवाला देते हुए कई उदाहरण दिए। उन्होंने यह भी कहा कि आज बिहार में जो हो रहा है, वह देश में कहीं भी हो सकता है। इसलिए, यह एक गंभीर मुद्दा है, जो हमारे देश के लोकतंत्र को चुनौती दे रहा है।
बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने स्पष्ट किया कि अगर किसी पात्र मतदाता का नाम छूटा है या किसी अयोग्य व्यक्ति का नाम गलती से प्रारूप मतदाता सूची में सम्मिलित रह गया है तो इस पर पहली सितंबर तक दावा या आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है।बिहार के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) विनोद सिंह गुंजियाल ने गुरुवार को जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर (पीके) द्वारा लगाए गए आरोपों पर उन्हें सुझाव दिया है।
सीईओ ने इंटरनेट मीडिया के
माध्यम से कहा है कि अभी भी वक्त है, राजनीतिक दल व अन्य हितधारक दावा-आपत्ति कर सकते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर किसी पात्र मतदाता का नाम छूटा है या किसी अयोग्य व्यक्ति का नाम गलती से प्रारूप मतदाता सूची में सम्मिलित रह गया है तो इस पर पहली सितंबर तक दावा या आपत्ति दर्ज कराई जा सकती है। गुंजियाल ने यह भी जानकारी दी कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान के तहत अब तक की गई कार्रवाई पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न हुई है। इससे जुड़ी जानकारी सार्वजनिक रूप से साझा की गई है।
सीईओ ने सभी नागरिकों एवं हितधारकों से अपील की कि वे निर्धारित समय सीमा के अंदर अपने दावे और आपत्तियां दर्ज कराएं, ताकि मतदाता सूची और अधिक शुद्ध एवं समावेशी बन सके। (अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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