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भारत ने माॅरीशस को दिया विशेष आर्थिक पैकेज

मॉरीशस के प्रधानमंत्री रामगुलाम अपनी तीन दिवसीय यात्रा पर वाराणसी पहुंचे गए। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ भारत-मॉरीशस शिखर वार्ता 11 सितम्बर को हुई। रामगुलाम के साथ उनकी पत्नी बीना रामगुलाम भी आयी हैं।
पीएम मोदी ने वाराणसी में मॉरीशस के पीएम नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात की। द्विपक्षीय वार्ता में दोनों देशों के सीनियर अफसर भी शामिल हुए।
सांस्कृतिक राजधानी काशी की धरती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मारीशस के पीएम डा. नवीनचंद्र रामगुलाम की अगुवाई में होने वाली द्विपक्षीय वार्ता दोनों देशों के पुरातन रिश्ते की डोर को और मजबूत करेगी। द्विपक्षीय चर्चाओं के दौरान सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा संग विकास साझेदारी और क्षमता निर्माण पर बल होगा। स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, बुनियादी ढांचे के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और नीली अर्थव्यवस्था जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के अवसरों पर मंथन के साथ आगे और कदम बढ़ेंगे।
यह यात्रा मार्च 2025 में प्रधानमंत्री मोदी की मारीशस की यात्रा से उत्पन्न सकारात्मक माहौल पर आधारित है। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों को संवर्धित रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया था।
हिंद महासागर क्षेत्र में एक मूल्यवान साझेदार और घनिष्ठ समुद्री पड़ोसी के रूप में मारीशस भारत के ‘महासागर’ (क्षेत्रों में सुरक्षा एवं विकास के लिए पारस्परिक व समग्र उन्नति) दृष्टिकोण और पड़ोसी पहले की नीति के लिए महत्वपूर्ण है।
भारत-मारीशस के बीच होने वाला द्विपक्षीय वार्ता ग्लोबल साउथ की सामूहिक आकांक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है। बनारस में जी 20 की बैठक के दौरान सबसे ज्यादा इसी पर फोकस रहा। ग्लोबल साउथ विकासशील और अविकसित देशों का समूह है। आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका में यह देश स्थित हैं।

 

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