फिलीपींस में भी सरकार के खिलाफ आक्रोश

फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड मार्कोस जूनियर ने देश में बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं में फैले बड़े भ्रष्टाचार को लेकर जनता के गुस्से का समर्थन किया है।
उन्होंने लोगों से कहा कि वे अपने विरोध को खुलकर व्यक्त करें, लेकिन प्रदर्शन पूरी तरह शांतिपूर्ण होने चाहिए। राष्ट्रपति मार्कोस ने वादा किया कि इस घोटाले की जांच एक स्वतंत्र आयोग करेगा और इसमें उनके राजनीतिक सहयोगियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। टेलीविजन पर प्रसारित संसदीय सुनवाइयों में कई सांसदों, सरकारी इंजीनियरों और निर्माण कंपनियों पर भारी कमीशन खाने के आरोप लगे हैं।राष्ट्रपति ने इस घोटाले का जिक्र पहली बार जुलाई में अपने वार्षिक संबोधन में किया था। हाल के दिनों में नेपाल और इंडोनेशिया में हुए हिंसक प्रदर्शनों के विपरीत, फिलीपींस में अब तक विरोध प्रदर्शन छोटे और शांतिपूर्ण रहे हैं। अधिकतर गुस्सा सोशल मीडिया पर दिख रहा है, जहां कैथोलिक चर्च के नेता, कारोबारी और रिटायर्ड जनरल खुलकर सरकार की आलोचना कर रहे हैं। 21 सितंबर को राजधानी मनीला में एक बड़े लोकतंत्र समर्थक स्मारक स्थल पर प्रदर्शन होने वाला है, जिसमें बड़ी भीड़ जुटने की संभावना है। इसको देखते हुए पुलिस और सेना को अलर्ट पर रखा गया है।