फ्रांस में नई कैबिनेट से पहले प्रधानमंत्री का इस्तीफा

फ्रांस में राष्ट्रपति मैक्रॉन ने सोमवार, 6 अक्टूबर को नए नवेले प्रधान मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नू का इस्तीफा स्वीकार कर लिया। नई कैबिनेट के ऐलान के कुछ घंटे के अंदर ही इस तरह नए प्रधान मंत्री के इस्तीफे से यह यूरोपीय देश राजनीतिक गतिरोध में और अधिक फंस गया है।
गौरतलब है कि मैक्रों ने पिछले महीने ही प्रधान मंत्री पद के लिए लेकोर्नू को नामित किया था लेकिन रविवार की देर रात जिस तरह मैक्रो ने बड़े पैमाने पर बिना किसी बदलाव ने नए कैबिनेट लाइनअप का ऐलान किया था, उसकी तीखी आलोचना की जा रही थी। अब इस ऐलान के कुछ घंटे बाद ही प्रधान मंत्री के इस्तीफे की खबर सामने आ गई है। राष्ट्रपति मैक्रों ने 5 अक्टूबर की रात (स्थानीय समयानुसार) एक नई सरकार का ऐलान किया था। प्रधान मंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नु के नेतृत्व में काफी हद तक परिचित चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया गया था। मैक्रों के अंदर सातवें प्रधान मंत्री बने लेकोर्नू की नियुक्ति के लगभग एक महीने बाद नई कैबिनेट लाइनअप देश के सामने रखा गया लेकिन अब खुद प्रधान मंत्री ने ही इस्तीफा दे दिया है। फ्रांस की हालत इस समय खास्ताहाल नजर आ रही है।
पिछले सप्ताह जारी आधिकारिक आंकड़ों से पता चला कि फ्रांस का सार्वजनिक ऋण (कर्जा) रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है। फ्रांस का लोन से जीडीपी अनुपात अब ग्रीस और इटली के बाद यूरोपीय यूनियन का तीसरा सबसे बड़ा है और यूरोपीय संघ के नियमों के तहत अनुमति मिले स्तर- 60 प्रतिशत से दोगुना के करीब है। पिछली सरकारों ने पिछले तीन वार्षिक बजटों को बिना वोट के संसद में पेश किया था, इस तरीके को संविधान द्वारा अनुमति प्राप्त है लेकिन विपक्ष ने इसकी गहरी आलोचना की है। लेकोर्नू ने पिछले सप्ताह यह सुनिश्चित करने का वादा किया था कि सांसद विधेयक पर मतदान करने में सक्षम हों।