लेखक की कलम

साजिशों का जखीरा

हम अपने देश को विकसित राष्ट्रों की पंक्ति में सबसे आगे खड़े होना देखना चाहते हैं लेकिन छिपे हुए गद्दार साजिशों का जखीरा तैयार कर रहे हैं। फरीदाबाद में डाक्टर के घर से बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक पदार्थ बरामद हुए हैं। माना जा रहा है कि भारत को दहलाने की एक बड़ी साजिश नाकाम हो गयी है। अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कालेज में डाक्टर आदिल ने एक लाॅकर ले रखा था। इस लाकर में एके-47 राइफल रखी गयी थी। इसके अलावा डाक्टर मुजामिल, डाक्टर उमर मोहम्मद और डाक्टर हुसैन भी इस साजिश में शामिल हैं। ये सब पढ़े-लिखे हैं और इनसे समाज के हित की बड़ी अपेक्षा की जाती थी लेकिन इंसान की खाल में ये भेड़िया निकले। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले मंे दो विशेष पुलिस अधिकारियों (एसपीओ) को आतंकवादियों से संलिप्तता के चलते गिरफ्तार किया गया। इनके नाम अब्दुल लतीफ और मोहम्मद अब्बास बताये जाते हैं। इसे भी क्या सिर्फ एक संयोग कहेंगे कि दोनों साजिशों के आरोपी एक ही सम्प्रदाय विशेष से जुड़े हैं। उस सम्प्रदाय विशेष के देशभक्तों से हम अपील करेंगे कि ऐसे भटके हुए लोगों को समझाएं, डांटे और जरूरत पड़ने पर उनको समाज से बहिष्कार की सजा दें।
गत दिनों देश में एक बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है। दिल्ली से सटे फरीदाबाद में हथियार और विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने डॉक्टर के घर से इन चीजों को बरामद किया है। इसके साथ ही भारत को दहलाने की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया गया है। मिली जानकारी के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मेडिकल कॉलेज मामले में गिरफ्तार दूसरे डॉक्टर की निशानदेही पर फरीदाबाद से विस्फोटक पदार्थ और हथियार बरामद किए हैं। इससे पहले अनंतनाग के सरकारी मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर आदिल के लॉकर से एक एके-47 राइफल बरामद की गई थी। आदिल की गिरफ्तारी से देश में बड़ी आतंकी साजिश का खुलासा हुआ है। फरीदाबाद में डॉक्टर के घर से बरामदगी के बाद एक दूसरे डॉक्टर को भी पकड़ा गया था। इनके ठिकानों से हथियार और 3 मैगजीन, एक पिस्टल और जिंदा कारतूस ,दो खाली कारतूस, दो अतिरिक्त मैगजीन विस्फोटक से संबंधित बड़े भंडार भी मिले हैं। सूटकेस में बडी मात्रा में ज्वलनशील पाउडर मिला है।
डॉ. मुजम्मिल-लगभग 1 वर्ष 6 महीने तक अल-फलाह कॉलेज, गीता में वरिष्ठ चिकित्सक के रूप में कार्यरत रहा। डॉ. उमर मोहम्मद- वर्तमान में फरार है। डॉ. शाहीन शाहिद-टुकेन को आगे की पूछताछ और जांच के लिए हिरासत में लिया गया है।
इस प्रकार साजिश के तहत 2 डॉक्टर गिरफ्तार और 1 फरार है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, 3 डाक्टरों पर आतंकी संगठनों से जुड़े होने का शक जताया जा रहा है। कश्मीर के अनंतनाग और पुलवामा से 2 डॉक्टर गिरफ्तार किए गए हैं। 1 डॉक्टर अब भी फरार है जिसकी तलाश जारी है। आशंका जताई जा रही है कि इनका ताल्लुक अंसार गजवातुल हिंद आतंकी संगठन से हो सकता है। मामले में आगे की जांच की जा रही है। गत 7 नवंबर को डा0 आदिल अरेस्ट हुआ था इस रेड को जम्मू कश्मीर पुलिस ने अंजाम दिया है। जानकारी के मुताबिक, डॉक्टर आदिल को कुछ दिन पहले पुलिस ने सहारनपुर से दबोचा था, ये उसी का घर है। श्रीनगर पुलिस ने सहारनपुर से डॉक्टर आदिल को 7 नवंबर को अरेस्ट किया था। अगले दिन 8 नवंबर को उसके अनंतनाग के घर से भारी मात्रा में विस्फोटक, एके-47, 2 पिस्टल और मैगजीन मिली थी और अब फरीदाबाद से उसके कमरे से कई घातक हथियार मिले हैं।
यूपी के सहारनपुर में श्रीनगर पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन वाले पोस्टर लगाने के आरोप में डॉ. आदिल अहमद राठर को गिरफ्तार किया. अंबाला रोड के फेमस हॉहॉस्पिटल में तैनात डॉ. अदील की पहचान सीसीटीवी फुटेज से हुई। सहारनपुर जिले के एक निजी हॉस्पिटल में तैनात डॉक्टर आदिल अहमद राठर पर गंभीर आरोप लगे हैं। डॉक्टर पर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के पोस्टर लगाने का आरोप है। श्रीनगर पुलिस ने देर शाम डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार डॉक्टर आदिल अहमद राठर जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग का रहने वाला है। वह सहारनपुर के अंबाला रोड स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में मेडिसिन विशेषज्ञ के रूप में तैनात था। कुछ दिन पहले श्रीनगर के कई इलाकों में जैश-ए-मोहम्मद के समर्थन में पोस्टर लगाए गए थे, जिससे शहर में तनाव फैल गया था। पुलिस ने 28 अक्टूबर को इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी।जांच के दौरान श्रीनगर पुलिस ने आस-पास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली थी, जिसमें आरोपी डॉक्टर पोस्टर लगाते हुए नजर आया था। इसके बाद पुलिस ने आरोपी की पहचान की और उसके पैतृक गांव अनंतनाग में परिवार से पूछताछ की। मोबाइल सर्विलांस के जरिए डॉक्टर की लोकेशन सहारनपुर में मिली थी, जिसके बाद पुलिस टीम तुरंत हरकत में आ गई थी। डॉक्टर ने पिछले महीने ही सहारनपुर की महिला डॉक्टर से निकाह किया था। घटना के बाद लोकल इंटेलिजेंस यूनिट और पुलिस प्रशासन सतर्क हो गए हैं। श्रीनगर से आने वाले डॉक्टरों और अन्य लोगों की पड़ताल शुरू कर दी गई है। बताया जा रहा है कि सहारनपुर में कई निजी अस्पतालों में जम्मू-कश्मीर के लोग काम कर रहे हैं, जिन पर अब सुरक्षा एजेंसियों की खास नजर है।
जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकवादियों के साथ संबंधों के कारण दो विशेष पुलिस अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया। अधिकारियों ने बताया कि एसपीओ अब्दुल लतीफ और मोहम्मद अब्बास को पहले भी आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता के लिए गिरफ्तार किया गया था।उन्होंने बताया कि कठुआ की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मोहिता शर्मा ने दोनों एसपीओ को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त करने का आदेश दिया। दोनों पुलिसकर्मियों पर आतंकवादियों को सहायता प्रदान करने का आरोप है।
यह सच है कि जम्मू में आतंकवाद रोधी अभियान चलाया गया। कई जगहों पर छापेमारी की गई। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने आतंकवादी संगठनों के खिलाफ जारी कार्रवाई का जम्मू के विभिन्न इलाकों में विस्तार करते हुए पाकिस्तान से सक्रिय स्थानीय आतंकवादियों एवं उनके ‘ओवरग्राउंड वर्कर्स’ (ओजीडब्ल्यू) को निशाना बनाया। रामबन, कठुआ और राजौरी जिलों में भी चला सर्च ऑपरेशन कश्मीर के संदर्भ में ओजीडब्ल्यू का मतलब उन व्यक्तियों से है जो आतंकवादियों को साजो-सामान उपलब्ध कराते हैं एवं उन्हें गुप्त गतिविधियां चलाने में मदद करते हैं। अधिकारियों ने कहा कि रामबन, कठुआ और राजौरी जिलों में कई जगहों पर व्यापक तलाशी और घेराबंदी अभियान जारी है। सर्दियां आते ही मैदानी इलाकों में छिप रहे आतंकवादी जम्मू के डोडा जिले में बड़े पैमाने पर जारी आतंकवाद-रोधी अभियान के बीच कई संदिग्ध लोगों को पूछताछ के लिए बुलाया गया। यह खुफिया जानकारी मिलने के बाद तलाश अभियान तेज कर दिया गया कि ऊंचाई वाले इलाकों में सक्रिय आतंकवादी सर्दियों के लिए मैदानी इलाकों में सुरक्षित ठिकानों की खोज कर रहे हैं।
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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