राजनीति

संकल्प से सिद्धि का नया सफर

 

भारत में अठारहवीं लोकसभा चुनाव 2024 की मतगणना के परिणाम आ चुके हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा नीत राजग ने 293 सीट पर जीत हासिल कर तीसरी बार सरकार बनाने का रास्ता साफ कर दिया है।
1.5 महीने से ज्यादा चले चुनाव के सात चरणों में देश के विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की कुल 543 लोकसभा सीटों पर चुनाव संपन्न हुए। भाजपा के नेतृत्व वाले गठबंधन एनडीए ने यूं तो चार सौ पार का दावा किया था लेकिन यूपी महाराष्ट्र राजस्थान हरियाणा में भाजपा अपने पूर्व प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रही। जिसके चलते भाजपा अकेले अपने बूते पर बहुमत हासिल करने में नाकाम रही लेकिन राजग में भाजपा की 240 जदयू की 12 और तेदेपा 16 लोजपा 5 शिवसेना शिंदे की 7 जद एस 2 रालोद 2 जनसेना 2 अन्य 5 का योगदान शामिल हैं।

राजग का एक बार पुनः सत्तारूढ़ होना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कार्यप्रणाली कार्यशैली कार्यकुशलता दूरदर्शिता और दृढ़ता का नतीजा है जिसमें एक अलग आत्मविश्वास और देश के लिए कुछ कर गुजरने की ईच्छा शक्ति साफ झलकती है। यही वजह है कि समूचे चुनाव अभियान के दौरान तमाम तरह की भद्दी टिप्पणी और आरोप के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने विजय अभियान में बिना थके बिना रुके लगे रहे और अपने बूते पर देश भर में
चुनाव अभियान की डोर थामे हुए विजय सौपान तक पहुंच गए। उधर इंडिया गठबंधन 205 सीट पर जीत हासिल करने में समर्थ रहा है यदि तृणमूल के सीटों को भी मिला ले तो 234 संख्या होती है। पीएम मोदी ने महामहिम राष्ट्रपति से भेंट कर सत्रहवीं लोकसभा भंग करने की सिफारिश करते हुए
अपना इस्तीफा सौंप दिया। राष्ट्रपति ने उन्हें नई सरकार के गठन तक कार्यवाहक प्रधानमंत्री बने रहने का अनुरोध किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी जीत को लेकर कितने आश्वस्त थे यह इस बात से समझा जा सकता है कि लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण का मतदान संपन्न होने के अगले ही दिन प्रधानमंत्री ने कई बैठकों की अध्यक्षता की है। जानकारी के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नयी सरकार के लिये 100 दिन का एजेंडा तैयार करने के वास्ते विभिन्न सरकारी मंत्रालयों को काम सौंपा था। उन्होंने अपनी मंत्रिपरिषद से पहले 100 दिनों के लिए कार्यक्रमों को प्राथमिकता देने के लिए कहा है।

नरेन्द्र मोदी चुनाव परिणाम आने से पहले ही सक्रिय हो चुके हैं।संकल्प की ऐसी दृढ़ता विश्व के किसी भी दूसरे समकक्ष नेता के आचरण और व्यक्तित्व में शामिल नहीं है यही एक चीज है जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दूसरों से अलग एक मजबूत विश्व नेता बतौर स्थापित करती है। प्रधानमंत्री मोदी की यह कार्य शैली से समूचे विश्व के नेता हतप्रभ रह जाते हैं। संकल्प की इस दृढ़ता के पीछे एग्जिट पोल द्वारा दर्शाये परिणाम नही थे बल्कि उनका अपना आत्मविश्वास अपने तय अजेंडा पर एकटक होकर काम करने की मनोवृत्ति और ईश्वर पर अटल विश्वास के साथ ही कर्म को प्रधान मानना उनकी सफलता को सुनिश्चित कर देता है। याद रहे कि चुनाव शुरू होने से पहले ही प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि उन्होंने अभी से अपनी अगली सरकार के शुरुआती 100 दिन की कार्ययोजना पर काम शुरू कर दिया है। यही नहीं, उन्होंने अपने मंत्रियों को भी नई सरकार के पहले 100 दिन के लिए अपने-अपने विभागों की प्राथमिकताएं और कार्यक्रम पेश करने का आदेश दिया था। यही नहीं उन्होंने देश के विकास के लिए 2047 तक का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया है।

आम चुनावों के लिए विजय अभियान के दौरान उन्होंने 73 साल की आयु में 72 दिन में कुल 206 जनसभा रैली और रोड शो किए यह अपने आप में रिकार्ड है। चुनाव प्रचार से निपटते ही मोदी ने विवेकानंद राॅक मैमोरियल में 45 घंटे की मौन साधना विपश्यना की। उनका अध्यात्मिकता के भीतर गहरा विश्वास और ज्ञान है। इस मौन साधना से जहां लम्बे समय की मानसिक व शारीरिक थकावट व तनाव से मुक्ति मिली वहीं नई ऊर्जा और चेतना के साथ अगले ही घंटों में देश के बड़े अधिकारियों के साथ देश की सामयिक परिस्थितियों पर गहन विचार किया। एक आधिकारिक बयान के अनुसार, देश के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में मोदी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि आग की घटनाओं को रोकने और उससे निपटने के लिए नियमित आधार पर उचित अभ्यास किए जाने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जंगलों में फायर लाइन के रखरखाव और बायोमास के उपयोग के लिए नियमित अभ्यास की योजना बनाई जानी चाहिए। बयान में कहा गया कि अधिकारियों ने प्रधानमंत्री को बताया कि पूर्वानुमानों के अनुसार राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश में अभी भीषण लू का प्रकोप जारी रहेगा। इस वर्ष देश के अधिकांश हिस्सों में मॉनसून सामान्य और सामान्य से अधिक रहने की संभावना है, जबकि प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य से नीचे रहने की आशंका है। एक बयान में कहा गया कि चक्रवात रेमल के बाद की स्थिति की समीक्षा के लिए हुई बैठक में मोदी को मिजोरम, असम, मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा में भूस्खलन और बाढ़ के कारण जानमाल के नुकसान सहित विभिन्न राज्यों में इसके प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई। प्रधानमंत्री को बताया गया कि कैसे राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने लोगों को बचाने, हवाई मार्ग से उन्हें निकालने और सड़क साफ करने का काम चलाया। बयान में कहा गया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय राज्य सरकारों के साथ नियमित संपर्क में है। बयान के अनुसार, मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार चक्रवात से प्रभावित राज्यों को पूर्ण समर्थन देना जारी रखेगी। बैठक में शामिल रहे एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने देश में वनों में आग की घटनाओं पर गहरी चिंता जताई, जिससे बड़े पैमाने पर जीवों की मौत और पर्यावरण को हानि होती है। एनडीआरएफ टीमों को पहाड़ी इलाकों में पूरी तरह सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। खासकर वहां, जहां आग लगने की आशंका अधिक रहती है, अधिकारियों को पर्याप्त इंतजाम करने को कहा गया। बैठक में भीषण लू से होने वाली घटनाओं से निपटने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा की गई तैयारियों की समीक्षा की गई।

इस बैठक में पीएम मोदी ने अधिकारियों को आग की घटनाओं को रोकने, विभिन्न राज्यों में लू, मॉनसून और पूर्वोत्तर के राज्यों में बाढ़ और भू-स्खलन के बारे में जानकारी ली। पीएम मोदी ने कहा है कि केंद्र सरकार चक्रवात से प्रभावित राज्यों को पूर्ण समर्थन देना जारी रखेगी। पीएम मोदी की इस बैठक में देश के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया।

स्पष्ट है कि प्रधानमन्त्री मोदी देश को पुनः अपने कुशल व योग्य नेतृत्व से राजग सरकार का गठन करने के लिए अग्रसर हो रहे है। वास्तव में आज मोदी के कद का कोई नेता देश या दुनिया में नहीं है। आने वाले समय में मोदी के नेतृत्व में सिर्फ भारत सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित करेगा वरन विश्व के सिरमौर बनने की ओर भी अग्रसर होगा।मोदी ने भाजपा मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए स्पष्ट कहा कि आने वाले समय में सरकार कुछ कड़े फैसले लेगी। उनका यह बयान बताता है कि मोदी 0.3 सरकार का चाल चरित्र पहले की तर्ज पर ही रहेगा लेकिन इस बार गठबंधन की बैसाखी को साधने की जिम्मेदारी भी मोदी कितना बखूबी से निबाहेंगे यह आने वाले समय में साफ होगा। संकल्प से सिद्धि का यह सिलसिला थमने वाला नहीं है। (हिफी)

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)

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