राजनीतिलेखक की कलम

महुआ मोइत्रा पर आरोप

 

झारखंड राज्य से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को खत लिखकर आरोप लगाया है कि महुआ मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी को लाभ पहुंचाने के इरादे से संसद में सवाल पूछे। दुबे के खत के मुताबिक, वर्ष 2019 से 2023 के बीच जो 61 सवाल महुआ मोइत्रा ने किए, उनमें से 50 सवाल अदाणी समूह के खिलाफ थे, और दर्शन हीरानंदानी को फायदा पहुंचाने के लिए पूछे गए थे।

हमारे संविधान निर्माताओं ने लोकतांत्रिक व्यवस्था को अपनाते हुए कभी कल्पना भी नहीं की होगी कि सांसद या विधायक रिश्वत लेकर संसद अथवा विधानसभा में सवाल पूछेंगे। प्रजातंत्र मंे जनता की सरकार बनाने के लिए इन प्रतिनिधियों को जनता ही चुनती है। इस प्रकार जनता के आकलन मंे भारी चूक हो रही है। संसद अथवा विधानसभा में हंगामा करके कार्यवाही को बाधित करना अथवा मारपीट करना भी अकल्पनीय रहा होगा। अफसोस कि यही सब कुछ हो रहा है। पाला बदलने के नाम पर भी जनप्रतिनिधि जनविश्वास को तोड़ते हैं। अभी ताजा विवाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद महुआ मोइत्रा को लेकर उठा है। महुआ मोइत्रा तेज तर्रार सांसद हैं और संसद में सरकार की टांग खींचती रहती हैं। अब उन्हीं पर भाजपा के सांसद निशिकांत दुबे ने आरोप लगाया है। वह कहते हैं कि हीरानंदानी समूह को लाभ पहुंचाने और अदाणी समूह को नकुसान पहुंचाने के लिए टीएमसी सांसद महुआ ने संसद मंे सवाल पूछे। इन्फ्रा और ऊर्जा के एक बड़े ठेके को लेकर अडानी समूह और हीरानंदानी गु्रप में भिड़ंत हुई थी। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने इस आरोप को पूरी तरह से निराधार बताया है। इसलिए इस आरोप और आरोप लगाने वाले के बारे मंे गंभीरता से जांच कराने की जरूरत है। भाजपा ने 2014 मंे भ्रष्टाचार के मुद्दे पर ही कांग्रेस को सत्ता से बेदखल किया था लेकिन क्या अब वही भ्रष्टाचार शक्ल बदल कर देश को खोखला नहीं कर रहा है?

भारतीय जनता पार्टी सांसद निशिकांत दुबे ने तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा पर बड़ा आरोप लगाया है कि अदाणी समूह को नुकसान पहुंचाने के इरादे से महुआ ने रिश्वत लेकर संसद में सवाल पूछे। टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर ये आरोप दरअसल सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट जय अनंत देहाद्री द्वारा निशिकांत दुबे को लिखे गए खत में लगाए गए हैं, जिनमें दावा किया गया है कि टीएमसी सांसद ने अदाणी समूह के खिलाफ सवाल पूछने के लिए व्यवसायी दर्शन हीरानंदानी से करोड़ों की रिश्वत ली थी, ताकि हीरानंदानी समूह को लाभ मिल सके। देश में रीयल एस्टेट के बड़े कारोबारियों में शुमार होने वाले निरंजन हीरानंदानी के पुत्र दर्शन हीरानंदानी जल्द ही हीरानंदानी ग्रुप के सीईओ बनने वाले हैं। हीरानंदानी समूह का दखल ऊर्जा, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी है और अदाणी समूह से हीरानंदानी समूह की प्रतिद्वंद्विता बनी रहती है। हीरानंदानी समूह ने इन्फ्रा और ऊर्जा के उस कॉन्ट्रैक्ट के लिए भी बोली लगाई थी, जो अंततः अदाणी समूह को मिला था। इसके अलावा, हीरानंदानी समूह ने वर्ष 2014 में धामरा पोर्ट के लिए भी बोली लगाई थी, जबकि यह कॉन्ट्रैक्ट भी अदाणी समूह को ही मिला था।

जनवरी, 2023 में हीरानंदानी समूह के खिलाफ आयकर विभाग ने तलाशी अभियान चलाया था, और उससे पहले वर्ष 2002 के मार्च माह में भी समूह के खिलाफ विदेशों में बेनामी निवेश की जांच की गई थी। उस समय भी हीरानंदानी समूह ने दावा किया था कि निवेश नियमों के अनुसार ही किया गया था। इसके बाद, अक्टूबर, 2021 में पैंडोरा पेपरों में भी समूह पर आरोप लगाया गया था कि छह करोड़ अमेरिकी डॉलर के ट्रस्ट का फायदा हीरानंदानी परिवार को मिला, क्योंकि ट्रस्ट का पैसा दर्शन हीरानंदानी का ही था। इससे पहले, नवंबर, 2017 में पैराडाइज पेपरों हीरानंदानी समूह पर फ्रॉड से जुड़े आरोप लगाया गए थे, और दावा किया गया था कि समूह ने केस सामने आने से पहले ही विदेशी फर्म बना ली थी।
एडवोकेट जय अनंत देहाद्री की चिट्ठी के मुताबिक, दर्शन हीरानंदानी पर वर्ष 2021 में महुआ मोइत्रा को 2 करोड़ रुपये की रिश्वत देने का आरोप है। आरोप के मुताबिक, महुआ को यह रकम इंटरनेशनल मीडिया में अदाणी समूह तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाने के लिए दी गई थी। इसके अलावा, खत के मुताबिक, दर्शन हीरानंदानी के सीईओ ने वर्ष 2019 में महुआ मोइत्रा के आवास पर अदाणी समूह के खिलाफ एक डॉजियर भी पहुंचाया था। आरोप है कि टीएमसी सांसद ने मोदी तथा अदाणी समूह को टारगेट करने के लिए संसद में सवाल पूछे, जो हीरानंदानी समूह के हितों से जुड़े थे। एडवोकेट जय अनंत देहाद्री के खत में आरोप यह भी है कि वर्ष 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए हीरानंदानी ने ही महुआ मोइत्रा को 75 लाख रुपये की रकम दी थी। इसके अलावा, महुआ को आवंटित किए गए सरकारी आवास की
मरम्मत का काम भी दर्शन हीरानंदानी ने ही करवाया तथा महुआ को एक वक्त पर महंगे तोहफे दिए। टीएमसी सांसद पर एक गंभीर आरोप यह भी लगाया गया है कि उन्होंने अपने लोकसभा अकाउंट का पासवर्ड दर्शन हीरानंदानी को दिया, जिसकी बदौलत उन्होंने या तो संसद में पूछे जाने के लिए सवाल पोस्ट किए, या दर्शन के ही कहने पर महुआ ने उन सवालों को खुद पोस्ट किया।

झारखंड राज्य से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को खत लिखकर आरोप लगाया है कि महुआ मोइत्रा ने दर्शन हीरानंदानी को लाभ पहुंचाने के इरादे से संसद में सवाल पूछे। दुबे के खत के मुताबिक, वर्ष 2019 से 2023 के बीच जो 61 सवाल महुआ मोइत्रा ने किए, उनमें से 50 सवाल अदाणी समूह के खिलाफ थे, और दर्शन हीरानंदानी को फायदा पहुंचाने के लिए पूछे गए थे। निशिकांत दुबे ने खत में टीएमसी सांसद को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने की भी मांग की है, जबकि दूसरी ओर महुआ मोइत्रा ने इस मुद्दे पर किसी भी जांच के लिए तैयार होने का दावा किया है, बशर्ते संसद में मौजूद भाजपा के कई नेताओं के खिलाफ होने वाली विशेषाधिकार हनन जांच भी करवाई जाए।
वहीं, दूसरी ओर महुआ मोइत्रा ने कहा कि इस मुद्दे पर वो किसी भी जांच के लिए तैयार हैं। हीरानंदानी के प्रवक्ता ने भी कहा, ये आरोप गलत हैं। हम सिर्फ कारोबार करते हैं, राजनीति नहीं। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button