अपीलीय अदालत ने ट्रम्प के फैसले को किया निरस्त

दुनियाभर में अपनी नीतियों से बवाल मचा रहे डोनाल्ड ट्रंप को अपने ही घर में एक बड़ा झटका तब लगा, जब अमेरिका की अपीलीय अदालत ने उनके एक फैसले को निरस्त कर दिया। कोर्ट ने डोनाल्ड ट्रंप को फेडरल रिजर्व गवर्नर लीसा कुक को पद से हटाने से रोक दिया है। अपीलीय अदालत ने अपना फैसला सुनाते हुए कहा कि लिसा कुक फेडरल रिजर्व की गवर्नर फिलहाल बनी रहेंगी। इस फैसले का मतलब यह है कि कुक अपनी जिम्मेदारियां जारी रख सकेंगी।
डोनाल्ड ट्रंप इस फैसले से बिल्कुल खुश नहीं होंगे क्योंकि इसका सीधा मतलब है कि लिसा कुक फेड की नीति बैठक में हिस्सा ले सकेंगी, जहां अमेरिकी ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद की जा रही है। वैसे अमेरिका के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी अमेरिकी राष्ट्रपति ने केंद्रीय गवर्नर को हटाने की कोशिश में जमीन आसमान एक कर दिया हो। डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त में लिसा कुक पर मॉर्गेज फ्रॉड का आरोप लगाते हुए हटाने की कोशिश की थी। ट्रंप के करीबी विलियम पुल्टे ने लिसा पर आरोप लगाया था कि उनके मॉर्गेज आवेदनों में संपत्तियों का गलत विवरण दिया गया था, जिससे उन्हें कम इंटरेस्ट और ज्यादा क्रेडिट मिल सकते थे। कुक ने इस आरोप को नकारा है और कहा है कि ये पूरी तरह राजनीतिक हमला है क्योंकि वह नीतिगत मसलों पर ट्रंप से सहमत नहीं थीं।
वहीं, ट्रंप प्रशासन ने तर्क दिया था कि लिसा कुक के हटने से फेडरल रिजर्व की अखंडता और मजबूत होगी। वहीं कुक के वकीलों का जवाब था कि फेड की बैठक से पहले कुक को हटाने से ग्लोबल मार्केट प्रभावित हो सकता है। इस पर ट्रंप प्रशासन के वकीलों ने सीधा कहा कि राष्ट्रपति के पास फेड गवर्नर को हटाने का व्यापक अधिकार है और अदालतों के पास इन फैसलों की समीक्षा करने की शक्ति नहीं है।