अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठेंगी आतिशी

नई दिल्ली। जल मंत्री आतिशी हरियाणा से पानी की अतिरिक्त पानी की मांग करते हुए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठेंगी। आप ने अपील की है कि इंडिया गठबंधन के सभी दलों को अनशन के समर्थन में आगे आना चाहिए। वहीं, भाजपा ने दिल्ली सरकार के इस कदम को गैर जिम्मेदाराना बताया है। भाजपा का आरोप है कि आतिशी का अनशन सिर्फ दिखावा है। दिल्ली सरकार अपनी नाकामियों को छिपा रही है।
आतिशी का अनशन दोपहर 12 बजे से जंगपुरा स्थित भोगल इलाके में होगा। इससे पहले वह राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देने राजघाट जाएंगी। आतिशी ने बताया कि दिल्लीवालों को अतिरिक्त पानी मिले, इसके लिए हर संभव प्रयास किया, लेकिन, हरियाणा ने पानी नहीं दिया है। इस वजह से अब पानी सत्याग्रह शुरू किया जा रहा है। आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि दिल्लीवालों ने भाजपा को सात सीटें दी हैं। इसके बाद भी उन्हें उनके हक का पानी नहीं दे रहे हैं। जल संकट भाजपा की ओर से प्रायोजित है। वह दिल्ली का पेयजल रोक रही है। सवाल यह है कि दिल्ली को उसके हक का 100 एमजीडी पानी जो वर्षों से मिलता आ रहा है, उसे क्यों रोक रहे हैं। इस पानी से दिल्ली के 28 लाख लोगों की पानी की समस्या दूर हो सकती है, लेकिन हरियाणा सरकार यह पानी नहीं दे रही है।
जल बोर्ड मुनाफा कमाने की नहीं, बल्कि सेवा करने की इकाई है। आठ सालों में दिल्ली सरकार ने 7300 किमी नई पाइप लाइन डालने, 3700 किमी पुरानी पाइप लाइनों को बदलने और नए डब्ल्यूटीपी बनाने समेत कई कार्य किए हैं। प्रदेश भाजपा प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आप अपने ही बुने जाल में फंस गई है। पानी की किल्लत को लेकर आप नेता सिर्फ झूठ बोल रहे हैं। आप सांसद संजय सिंह व प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ का बयान साफ बताता है कि
जनता को इस बात का अहसास हो चुका है कि आप विधायक टैंकर माफिया के जरिये पानी बेच रहे हैं, इसलिए हरियाणा की ओर से तय मात्रा से अधिक पानी मिलने के बावजूद पानी नहीं मिल रहा है। सांसद संजय सिंह ने आतिशी के अनशन में इंडिया गठबंधन का साथ मांग है जो आश्चर्यजनक है। पानी की किल्लत दिल्ली में हुई तो कांग्रेस ने खुद केजरीवाल सरकार के जल बोर्ड पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाकर जांच की मांग की और प्रदर्शन किया। वहीं, प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष योगिता सिंह ने कहा कि जल मंत्री आतिशी ने अनशन के लिए जगह भोगल चुनी गई है, यह आश्चर्यजनक है। सवाल यह है कि अगर उन्हें किसी कॉलोनी में बैठकर ही धरना देना था तो अपनी विधानसभा कालकाजी में करतीं। आतिशी अपने विधानसभा क्षेत्र में ही जनाधार खो चुकी हैं।