लेखक की कलम

आतिशी का मार्शल पर आतिशी दांव

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
आम आदमी पार्टी (आप) को अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में चित करने के लिए भाजपा तरह-तरह के हथकंडे अपना रही है। इसी कड़ी में विधायक नरेश बाल्यान पर लगाये जा रहे आरोपों को भी देखा जा रहा है। उनके खिलाफ पेश आडियो के आधार पर पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया है। विधायक आरोपों को निराधार बता रहे हैं। इससे पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने मार्शल्स को हटाने के मामले को महिला सुरक्षा से खिलवाड़ बताया है। दिल्ली के बस मार्शल्स को नियमित करने को लेकर सीएम आतिशी ने गत 29 नवम्बर को सदन में अपनी बात रखी। सीएम आतिशी ने कहा कि बस मार्शल को गलत तरीके के हटाया गया है। हम इन्हें हटाए जाने का विरोध कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इन 10 हजार बस मार्शल को तुरंत नौकरी पर लगा लें। विधानसभा में दिल्ली पुलिस में रिक्त पड़े पदों के मुद्दे पर भी चर्चा शुरू हुई। सत्ता पक्ष ने चर्चा शुरू करते हुए कहा कि दिल्ली में दहशत का माहौल है। लोगों की हत्याएं हो रही हैं। फिरौती मांगी जा रही है। मगर पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही है। अखबार अपराध की घटनाओं से भरे पड़े हैं। दिल्ली में फिर धमाका हुआ है, इसके बारे में लोग जानना चाहते हैं कि इसके पीछे किसका हाथ है? दिल्ली पुलिस में कई पद रिक्त पड़े हैं। दिल्ली पुलिस में 13,507 पद रिक्त हैं। इन्हें भरे जाने की सदन में मांग उठी है।
सीएम आतिशी ने बस मार्शल्स की नियुक्ति को लेकर एलजी वीके सक्सेना को चिट्ठी भी लिखी थी। उन्होंने कहा कि आपसे हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि इस प्रस्ताव पर जल्द से जल्द अपनी स्वीकृति दें, ताकि उन 10 हजार परिवारों में फिर से रौशनी लौट आए और महिलाओं की सुरक्षा के लिए बसों में मार्शल तैनात हो सकें। उन्होंने कहा कि 13 नवंबर को दिल्ली सरकार ने आपको मार्शलों की दोबारा नियुक्ति का प्रस्ताव भेजा था, लेकिन अभी तक उस प्रस्ताव को आपकी मंजूरी नहीं मिली है। मैं आपसे हाथ जोड़कर विनती करती हूं कि इस प्रस्ताव को मंजूरी दें। पूरी सरकार, मार्शल्स और महिलाएं आपकी मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं।सीएम आतिशी ने कहा कि पूरी दिल्ली कभी नहीं भूल सकती वे दिन जब हमारी माताएं- बहनें और बेटियां बसों में असुरक्षित महसूस करती थीं। छेड़खानी और गलत नजरों का शिकार होना जैसे उनकी रोजमर्रा की जिंदगी का हिस्सा बन गया था। बच्चियों का स्कूल और कॉलेज जाना किसी चुनौती से कम नहीं था और महिलाएं काम पर जाने से पहले सौ बार सोचती थीं कि क्या वे सुरक्षित लौट पाएंगी। ये दर्द हर घर में महसूस किया जाता था।उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए बसों में 10 हजार से ज्यादा मार्शल तैनात किए। इन मार्शल ने ईमानदारी से अपना काम करते हुए बहुत से उपद्रवियों को पकड़ा था। उसके बाद से ही हर महिला ने पहली बार बसों में खुद को सुरक्षित महसूस किया था। बसों में तैनात हमारे मार्शल हर उस मां-बहन-बेटी के लिए उम्मीद थे जो रोज अपने घर से निकलती थी। इन मार्शलों ने न सिर्फ महिलाओं को सुरक्षा दी बल्कि उन्हें आत्मविश्वास भी दिया। उनमें ये भरोसा भी जगाया कि अब कोई असामाजिक तत्व उनको तंग नहीं करेगा।उन्होंने कहा कि महोदय इन गरीब मार्शलों की नौकरी छीनने से न केवल उनके परिवारों का सहारा छिन गया, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा का वह कवच भी कमजोर हो गया जो हर दिन लाखों महिलाओं को निडर होकर बसों में सफर करने की ताकत देता था। उन्होंने कहा कि इन सभी मार्शलों को दोबारा नियुक्ति देकर इन्हें वापस नौकरी पर रखने के लिए 13 नवंबर 2024 को हमारे सभी मंत्रियों ने एक प्रस्ताव पास करके आपके कार्यालय भेजा, लेकिन अब लगभग दो हफ्ते से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी इस प्रस्ताव पर आपकी ओर से कोई फैसला नहीं लिया गया है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि ये देरी क्यों हो रही है?
आतिशी ने यह भी कहा कि विजेंद्र गुप्ता एलजी साहेब से इन बस मार्शल को फिर से नौकरी दिलवा लें तो मैं अपनी पार्टी को मना लूँगी कि वह रोहिणी में विजेंद्र गुप्ता के खिलाफ प्रत्याशी भी नहीं खड़ा करेंगी। उनके लिए चुनाव में प्रचार भी कर देंगी। आतिशी ने कहा, एल जी साहब के बार-बार मना करने के बाद भी बस मार्शलों ने हिम्मत नहीं हारी और लड़ाई लड़ते रहे। इस दौरान मंत्री सौरभ भारद्वाज जी और अन्य विधायकों ने इनका साथ दिया और इनकी बहाली के लिए अपनी गिरफ्तारी तक दी। इसके लिए बस मार्शलों के जज्बे को सलाम करती हूं। सीएम आतिशी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जी और मैंने एलजी साहब को कई पत्र लिखकर बस मार्शलों की तनख्वाह रोकने और उन्हें नौकरी से हटाने के फैसले का विरोध किया लेकिन उपराज्यपाल के कानों पर जूं नहीं रेंगी और उन्होंने 10 हजार से ज्यादा बस मार्शलों को नौकरी से निकाल दिया।
अब आम आदमी पार्टी सरकार के खिलाफ एक नया मामला सामने लाया गया है। उत्तम नगर से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक नरेश बाल्यान को कोर्ट ने दो दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया है। पुलिस ने उन्हें 1 दिसंबर को राऊज एवेन्यू कोर्ट में पेश किया था। उन पर जबरन वसूली करने का आरोप लगाया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने रंगदारी के एक मामले में नरेश बाल्यान को गिरफ्तार किया था। दरअसल, गैंगस्टर कपिल सांगवान के साथ बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद यह कार्रवाई हुई।बीजेपी नेता वीरेंद्र सचदेवा और गौरव भाटिया ने नरेश बाल्यान पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि इनके सबसे बड़े समर्थक गैंगस्टर हैं। नरेश बाल्यान वसूली एमएलए हैं। गैंगस्टर के साथ बातचीत कर रहे हैं। भाजपा ने आरोप लगाते हुए बताया कि एमएलए ने आडियो में कहा कि फलाना बिल्डर से पैसे वसूल लें। इस तरह ये पूरी दिल्ली में गैंगस्टर्स रैकेट चला रहे हैं।वहीं विधायक नरेश बाल्यान ने इसे बीजेपी की साजिश करार दिया था। उन्होंने कहा था कि यह ऑडियो दो वर्ष पुरानी है। इस पर उन्होंने केस भी किया हुआ है। उनका कहना था कि भाजपा द्वारा दावा किया जा रहा है कि वह (नरेश) ही ऑडियो में बात कर रहे हैं, लेकिन यह झूठ है। कुख्यात गैंगस्टर कपिल सांगवान उर्फ नंदू नजफगढ़ इलाके का रहने वाला है और फिलहाल देश से बाहर है। उसके खिलाफ 20 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज हैं। हरियाणा के बहादुरगढ़ के नफे सिंह हत्याकांड और भाजपा नेता सुरेंद्र मटियाला हत्याकांड का वह मास्टरमाइंड है। वह पांच वर्ष से विदेश में बैठकर गैंग चला रहा है। (हिफी)

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