पेरिस ओलम्पिक की स्वर्णिम उम्मीद अविनाश साबले

(चक्षु स्वामी-हिफी फीचर)
साबले के अलावा 20 किलोमीटर पैदल चल रहे पुरुषों की स्पर्धा में अक्षदीप सिंह, विकास सिंह और परमजीत सिंह विष्ट और महिलाओं की स्पर्धा में प्रियंका गोस्वामी भी पेरिस ओलंपिक का टिकट कटा चुकी हैं। लाॅन्ग जंप के एथलीट मुरली श्रीशंकर ने भी आामी ओलंपिक गेम्स के लिये क्वालीफाई किया है। श्रीशंकर ने गेम्स लाॅन्ग जंप के फाइनल में 8.08 मीटर के बेस्ट जंप के साथ रजत पदक हासिल किया है। श्रीशंकर ने अपने पहले जंप में 7.79 मीटर का जंप किया था और वह चैथे स्थान पर थे।
काॅमनवेल्थ गेम्स 2022 में ऐतिहासिक सिल्वर मेडल जीतने वाले अविनाश साबले ने पौलैंड के सिलेसिया में रविवार 16 जुलाई को हुयी डाइमंड लीग में 3000 मीटर सटीपल्बेज इवेंट में छठा स्थान प्राप्त किया है और 2024 के ओलंपिक के लिये क्वालिफाई किया है। आपको बता दें कि डायमंड लीग एथेलेटिक मीट की एक सीरीज है जिसमें ट्रैक एंड फील्ड इवेंट शामिल है। यह इवेंट हर साल आयोजित किया जाता है, जोकि दुनिया के अलग-अलग शहरों में आयोजित होता है। 28 साल के महाराष्ट्र के इस स्टार एथलीट ने आठ मिनट 11.63 सेकंड का समय निकाला जो उनके राष्ट्रीय रिकाॅर्ड समय आठ मिनट 11.20 सेकंड से थोड़ा अधिक है और इसी के आधार पर अविनाश साबले ने पेरिस का टिकट हासिल किया।
काॅमनवेल्थ गेम्स के सिल्वर मेडिलिस्ट खिलाड़ाी की यह इस सीजन की तीसरी डायमंड मीत थी। अविनाश ने इस जीत के साथ इस इवेंट में तीन दशक से चलते आ रहे केन्या के वर्चस्व को भी खत्म किया था। साबले पहले ही विश्व चैंपियनशिप के लिये भी क्वालीफाई कर चुके हैं, जो 2023 में 19 से 27 अगस्त तक बुडापेस्ट में होगी।
एक इण्टरव्यू के दौरान अविनाश साबले ने बताया कि उन्हें बचपन से ही दौड़ लगाने की आदत थी और वह हर कार्य दौड़कर ही करते थे चाहे वह उनका स्कूल हो या घर हो। हर कोई उनसे बहुत प्रभावित था उनकी इसी बात से प्रभावित होकर उनके स्कूल अध्यापक बोला करते थे कि तुम एथलीट की फील्ड में जाओ तो बहुत आगे बढ़ोगे। अविनाश ने कभी सोचा भी नहीं था कि वह सिल्वर मेडल भी जीतेंगे।
यह पहला मौका है जब स्टीपलचेज जैसे खेल में कोई मेडल नसीब हुआ हो। अविनाश साबले का यह कारनामा ऐतिहासिक था क्योंकि विक्टोरिया 1994 के बाद यह पहली बार था जब शक्तिशाली केन्याई राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की 3000 मीटर स्टीपलचेज ने पोडियम की स्पीप करने में विफल रहे।
28 साल के अविनाश साबले ने 12वीं तक की पढ़ाई पूरी करने के बाद सेना की 5 महार रेजिमेंट ज्वाइन करी थी। सियाचिन, राजस्थान और सिक्किम जैसी चुनौतीपूर्ण जगहों पर तैनात रहने वाले अविनाश साबले महाराष्ट्र में मांडवा गांव के किसान के बेटे हैं। आर्मी में रहते-रहते ही 2015 में उन्होंने एथलेटिक्स शुरू की थी।
साबले के अलावा 20 किलोमीटर पैदल चल रहे पुरुषों की स्पर्धा में अक्षदीप सिंह, विकास सिंह और परमजीत सिंह विष्ट और महिलाओं की स्पर्धा में प्रियंका गोस्वामी भी पेरिस ओलंपिक का टिकट कटा चुकी हैं। लाॅन्ग जंप के एथलीट मुरली श्रीशंकर ने भी आामी ओलंपिक गेम्स के लिये क्वालीफाई किया है। श्रीशंकर ने गेम्स लाॅन्ग जंप के फाइनल में 8.08 मीटर के बेस्ट जंप के साथ रजत पदक हासिल किया है। श्रीशंकर ने अपने पहले जंप में 7.79 मीटर का जंप किया था और वह चैथे स्थान पर थे।
दूसरे प्रयास में उन्होंने 7.94 मीटर का जंप किया। मुरली ने इससे पहले 8.18 मीटर के जंप के साथ 13वें इंटरनेशनल जंपिंग मीटिंग में गोल्ड मेडल जीता था।
श्री शंकर अपने दूसरे ओलंपिक में हिस्सा लेंगे। वह टोक्यो ओलंपिक में क्वालीफिकेशन के बाहर हो गये थे।
भारत ने एथलीट के अभी तक 14 मेडल जीत लिये हैं जिसमें छह गोल्ड चार सिल्वर और चार ब्रोंज मेडल शामिल हैं। श्री शंकर ने पिछले महीने राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय चैम्पियनशिप के क्वालीफिकेशन दौर के दौरान 8.41 मीटर की कूद से अगस्त में होने वाले बुडापोस्ट विश्व चैम्पियनशिप के लिये ही क्वालीफाई कर लिया था। यह उनके कैरियर की सर्वश्रेष्ठ कूद भी रही।
यहां उन प्रमुख एथलीटों के बारे मंे बताया गया है जिन्होंने पेरिस के लिये 2024 में अपना स्थान हासिल किया है।
भवनीश मेंदीरत्ता ने निशानेबाजी में भारत के लिये पेरिस ओलंपिक 2024 का पहला कोटा हासिल किया है। पिस्टल विश्व चैम्पियनशिप 2022 में व्यक्तिगत पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल मंे स्वर्ण पदक जीता है और भारत के लिये पेरिस में होने वाले 2024 में ओलंपिक गेम्स में स्थान हासिल किया है।
रुद्राक्ष पाटिल भारतीय निशानेबाज हैं। उन्होंने गुरुवार को मिस्र के काहिरा में आयोजित आईएसएफ राइफल/ पिस्टर विश्व चैम्पियनशिप 2022 में पेरिस 2024 ओलंपिक के लिये भारत को कोटा स्थान दिलाया है। स्वप्निल कुसाले पुरुषों को 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन इवेंट में चैथे स्थान पर रहे।
अक्षदीप सिंह एक भारतीय प्रोफेशनल फील्ड हाकी के पुरुष खिलाड़ी हैं। उन्होंने राष्ट्रीय पैदल चाल चैम्पियनशिप में 20 किलोमीटर स्पर्धा मे राष्ट्रीय चैम्पियनशिप और 2024 पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया।
प्रियंका गोस्वामी महिला ने भी पैदल चाल में स्वर्ण पदक के साथ 2024 ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है।
भारत के 20 किमी पैदल चाल के एथलीट विकास सिंह और परमजीत सिंह विष्ट ने रविवार को एशियाई चैम्पियनशिप में दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है और 2024 में होने वाले पेरिस ओलंपिक के लिये क्वालीफाई किया है। (हिफी)