सम-सामयिक

अयोध्या सबसे भव्य पर्यटन स्थल

 

अयोध्या को योगी आदित्यनाथ की सरकार ने जिस तरह विकसित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी उससे भविष्य में इसे दुनिया का सबसे भव्य पर्यटन स्थल बनने से कोई रोक नहीं सकेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अनुसार पिछले एक वर्ष में ही उत्तर प्रदेश में साढे 31 करोड़ पर्यटक आये हैं । इससे प्रदेश में विभिन्न प्रकार के रोजगारों का सृजन हुआ है। अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि पर बने मंदिर के प्रति देश और विदेश में रामभक्तों ने जिस तरह से उत्साह दिखाया है उससे पर्यटकों की संख्या बढने से इनकार नहीं किया जा सकता । मंदिर का निर्माण कराने वाले ट्रस्ट के अनुसार राम भक्तों से मिले दान के ब्याज से श्री राम जन्मभूमि मंदिर का पहला तल बन गया है ।

राम के नाम पर सभी ने चंदा दिया। राम मंदिर के लिए सबसे पहला विदेशी चंदा अमेरिका से आया। अमेरिका से एक राम भक्त ने पहले दान के रूप में 11 हजार रुपये मंदिर ट्रस्ट को भेजे थे। हालांकि, राम मंदिर ट्रस्ट ने उस दानकर्ता का नाम जाहिर नहीं किया है। बता दें कि पहले राम मंदिर के लिए विदेशी चंदा की अनुमित नहीं थी, मगर गृह मंत्रालय की तरफ से एफसीआरए मंजूरी मिलने के बाद विदेश में रहने वाले राम भक्तों को मंदिर निर्माण में सहयोग करने का रास्ता भी आसान हो गया। अयोध्या के राम मंदिर में दान करने वाले एक से बढ़कर एक रामभक्त हैं। अब तक राम मंदिर को करीब 5300 करोड़ रुपए का दान मिला है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के मुताबिक, मंदिर के समर्पण निधि वाले अकाउंट में ही अब तक 3200 करोड़ रुपए आ चुके हैं। इसी के अनुरूप योगी आदित्य नाथ की सरकार अयोध्या धाम को भव्य रूप दे रही है । पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अयोध्या का विकास किया जा रहा है । गरीब और अमीर सभी वर्ग के पर्यटकों को वहां आने, रहने और श्री राम जन्मभूमि मंदिर समेत अन्य मंदिरों में दर्शन करने की सुविधा को ध्यान में रखा जा रहा है ।

भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर के लिए देश-विदेश से रामभक्तों ने दिल खोलकर दान दिया है। अयोध्या में जब राम मंदिर निर्माण की नींव रखी गई तो किसी को यकीन नहीं था कि रामभक्त इस कदर दान करेंगे कि उसके ब्याज के पैसे से ही मंदिर का पहला तल बनकर तैयार हो जाएगा। अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को है। इसका शुभ मुहूर्त का 84 सेकंड का है। इस क्षण के साक्षी सभी बनना चाहते हैं । भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा पीएम मोदी के हाथों होगी। इस दौरान गर्भ गृह में पीएम मोदी के अलावा चार लोग मौजूद रहेंगे। समारोह में वही जा सकेंगे जिनको निमंत्रण मिलेगा। अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में ही 22 जनवरी को रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा होने वाली है। यह मंदिर तीन मंजिला बनेगा। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मानें तो राम मंदिर के लिए अब तक 5500 करोड़ से अधिक का दान आ चुका है। केवल देश ही नहीं, विदेशों में बैठे रामभक्त भी राम मंदिर के लिए चंदा दे रहे हैं। इसप्रकार श्रीराम जन्म भूमि मंदिर निर्माण में सरकार को पैसा खर्च करने की जरूरत ही नहीं पडेगी। सरकार का पैसा अयोध्या के विकास पर खर्च होगा। इससे अयोध्या दुनिया का सबसे भव्य पर्यटन स्थल बन जाएगा।
अगर देश की बात की जाए तो राम मंदिर के लिए दान देनेवालों में सबसे ऊपर नाम मशहूर कथावाचक और अध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू का है। इन्होंने 11.3 करोड़ रुपये का दान दिया है।

विदेश में बैठे राम भक्त राम मंदिर ट्रस्ट द्वारा दिल्ली में खोले गए भारतीय स्टेट बैंक में अपना दान दे सकते हैं। इसी अकाउंट में अमेरिका के राम भक्त ने 11 हजार रुपए भेजा था। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का खाता संख्या 42162875158, आईएफएसी कोड -एसबीआईएन 000691 है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मानें तो राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक करीब 18 करोड़ रामभक्तों ने भारतीय नेशनल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में करीब 3,200 करोड़ रुपये समर्पण निधि जमा की है। ट्रस्ट ने दान के पैसे की एफडी करा दी थी, जिसके ब्याज के पैसे से ही मंदिर की पहली मंजिल का निर्माण हो गया है।

राम मंदिर ट्रस्ट ने देश के 11 करोड़ लोगों से 900 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य रखा था। लेकिन दिसंबर तक मंदिर के लिए करीब 5 हजार करोड़ से अधिक का दान प्राप्त हो गया। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की मानें तो राम मंदिर निर्माण के लिए अब तक करीब 18 करोड़ रामभक्तों ने भारतीय नेशनल बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा के खाते में करीब 3,200 करोड़ रुपये समर्पण निधि जमा की है। राम भक्तों के दान से अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर निर्माणाधीन है। इसके अलावा, अमेरिका, कनाडा और ब्रिटेन से भी चंदा आया है। (हिफी)

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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