लेखक की कलम

तेजस्वी लगा रहे जद यू में सेंध

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने दावा किया है कि आगामी विधानसभा चुनाव में भाजपा ने अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार तय कर लिया है। भाजपा मौजूदा उपमुख्यमंत्री द्वय सम्राट चैधरी या विजय सिन्हा को नहीं, बल्कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के निकटतम रहे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाएगी। तेजस्वी ने अपने बयान में कहा कि उन्हें भरोसेमंद सूत्रों से पता चला है कि भाजपा की योजना मंगल पांडेय को आगे करने की है। तेजस्वी ने इसे एनडीए की लीक हुई योजना बताया और कहा कि सम्राट चैधरी और विजय सिन्हा सिर्फ धोखा खा रहे हैं। दूसरी तरफ जदयू के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम को तेजस्वी यादव ने पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी। मुजाहिद आलम नीतीश कुमार के निकटतम माने जाते थे। इतना ही नहीं तेजस्वी ने सीमांचल विकास परिसद के गठन का वादा कर जदयू के किले में बड़ी सेंध लगा दी है। चुनाव के समय सभी नेता चैकन्ने रहते हैं। इसलिए तेजस्वी यादव के बयान में सच्चाई कितनी है यह तो भविष्य ही बताएगा लेकिन नीतीश कुमार से लेकर भाजपा के सीएम पद के प्रत्याशी कानाफूसी तो करने ही लगे हैं।
राजद नेता तेजस्वी यादव ने शिगूफा छेड़ा है कि भारतीय जनता पार्टी बिहार में मौजूदा उपमुख्यमंत्री द्वय सम्राट चैधरी या विजय सिन्हा को नहीं, बल्कि पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के निकटतम रहे बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को अपना मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनाएगी। इसी के साथ नीतीश कुमार को एक और झटका देते हुए तेजस्वी ने कहा बिहार में महागठबंधन की सरकार बनी तो सीमांचल विकास कमेटी का गठन किया जाएगा। यह बातें नेता प्रतिपक्ष सह पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कोचाधामन प्रखंड के किसान कालेज सुंदरबाड़ी में आयोजित मिलन समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने सीमांचल की गरीबी, बदहाली, पलायन, लोगों की आय, एसआईआर, वक्फ संशोधन विधेयक पर एनडीए सरकार पर जमकर प्रहार किया। उन्होंने कहा कि सीमांचल में गरीबी है, बेरोजगारी है। बाढ़ व नदी कटाव की समस्या अब भी है। बीस साल तक मुख्यमंत्री नीतीश चाचा ने सीमांचल के लिए कुछ नहीं किया। हमारी सरकार बनी तो सीमांचल की बदहाली दूर करने को लेकर काम किया जाएगा। इस क्षेत्र में किसान मक्का की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं। तेजस्वी ने कहा कि सरकार बनी तो सीमांचल के हर पंचायत में एक भंडारण (गोदाम) का निर्माण कराया जाएगा। वक्फ विधेयक संशोधन को रद किया जाएगा। एनडीए की सरकार वक्फ की जमीन को छीनकर पूंजीपति दोस्तों को देना चाहती है। उन्होंने कहा यह देश सभी का है। एसआईआर के तहत एनडीए की सरकार अकलियत, दलित, पिछड़ा, अति पिछड़ा, आदिवासियों से वोटों के अधिकार को छीनना चाह रही है, जिसे हम लोग कभी नहीं होने देंगे। सरकार बनी तो हर गरीब महिलाओं को हर महीना 25 सौ रुपये, सामाजिक पेंशन की राशि 15 सौ रुपये दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने चाचा नीतीश कुमार के साथ मिलकर 17 महीने सरकार चलायी। इस अवधि में पांच लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी गई। अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचेत हो गए हैं, भाजपा वालों ने उन्हें हाईजेक कर लिया है। अब उनसे बिहार नहीं चल रहा। यह सरकार अब खटारा हो गई है, जिसे बदलने की जरूरत है।
इस दौरान जदयू के पूर्व विधायक मुजाहिद आलम को तेजस्वी यादव ने राजद सदस्यता ग्रहण करायी। विधानसभा चुनाव में भाजपा और उसके साथी दलों को पटकनी देने के लिए तेजस्वी यादव ने यादव-कुशवाहा भाई-भाई का नारा दिया है। पिछले दिनों राजद के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आलोक मेहता के सरकारी आवास 12 सरदार पटेल मार्ग में कुशवाहा समाज के नेताओं का जुटान हुआ था। इस अवसर पर राज्य भर से आए कुशवाहा समाज के नेताओं ने संकल्प लिया कि आगामी विधानसभा चुनाव में कुशवाहा समाज चट्टानी एकता के साथ राजद एवं महागठबंधन को वोट करेगा। कुशवाहा समाज की ओर से जिलेवार भाईचारा सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा। बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मंत्री आलोक मेहता ने कहा कि बहुजन समाज में एकजुटता की आवश्यकता है। एनडीए एवं भाजपा के नेतृत्व में छल, बल, धन एवं सत्ता के बल पर बिहार को हड़पने की कोशिश की जा रही है।
विधानसभा के पिछले चुनाव में महागठबंधन के बेहतरीन प्रदर्शन में निर्णायक युवा रहे थे, जिन्होंने राजद-कांग्रेस को एकजुट होकर वोट दिया था। कुल मतदाताओं में इनकी हिस्सेदारी आधे से भी अधिक की हो चुकी है। ऐसे में चुनावी राजनीति में युवाओं की पूछ कुछ अधिक ही बढ़ गई है। तेजस्वी यादव को तो इस वर्ग से इतनी अधिक अपेक्षा है कि वे नौकरी-रोजगार में डोमिसाइल नीति तक का आश्वासन दे रहे। इस गारंटी के साथ कि मात्र 20 माह में बिहार की तस्वीर और युवाओं की तकदीर बदल देंगे।पिछले दिनों राजद की ओर से पटना में छात्र युवा संसद और युवा चैपाल का आयोजन हुआ। उसमें तेजस्वी ने कई वादों के साथ शिक्षा को विकास का सबसे बड़ा हथियार बताया। कहा कि आपने उन्हें 20 वर्ष दिया, मुझे मात्र 20 माह देकर देखिए। उस आयोजन में सम्मिलित युवाओं को तेजस्वी के नाम के लोगो वाली टी-शर्ट के साथ कलम उपहार में दी गई। तेजस्वी यादव युवा आयोग का गठन होगा, डोमिसाइल नीति लागू होगी, नौकरी के लिए आवेदन फ्री में परीक्षा हेतु जाने-जाने के लिए किराया नहीं, पेपर लीक नहीं होगाध् परीक्षा-फल समय पर, युवाओं को नशे से मुक्ति मिलेगी, वर्ष में 275 दिन पठन-पाठन की गारंटी, कॉलेजों में विद्यार्थियों के लिए 80 प्रतिशत उपस्थिति अनिवार्य 2000 एकड़ में विश्व-स्तरीय विश्वविद्यालय एजुकेशन सिटी हर आठवां युवा फरार्टेदार अंग्रेजी बोलेगा। राजनीति के जानकार इसे राजद में पीढ़ीगत परिवर्तन के साथ नीतिगत बदलाव का उदाहरण बता रहे हैं। लालू-राबड़ी के शासन-काल में बिहार में लाठी रैली हुई थी। तेजस्वी यादव अब राजद को उस छवि से बाहर
निकाल रहे है। तेजस्वी युवाओं को यह बताने से नहीं चूक रहे हैं। बिहार में नौकरी-रोजगार के लिए बने
माहौल को वे अपने प्रयास का प्रतिफल बता रहे। इस दावे के साथ वे 25 वर्ष से कम उम्र वाली लगभग 58 प्रतिशत जनसंख्या को साधना चाह रहे।
इस आठ करोड़ की जनसंख्या के साथ बिहार देश का सबसे बड़ा
युवा राज्य है। स्पष्ट है कि अगले कई वर्षों तक युवा मतदाता ही निर्णायक रहने वाले हैं। ऐसे में तेजस्वी की यह पहल दूरदर्शी मानी जा
रही। (हिफी)

 

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