अनुकरणीय राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों का टोपी ट्रांसफर
पंजाब राजभवन के किचन मंे टमाटर लाने पर अस्थायी रोक

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
टमाटर की बढ़ती कीमतों पर पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने जहां अनुकरणीय कदम उठाया है, वहीं राजस्थान और हरियाणा के मुख्यमंत्री मोनू मानेसर की गिरफ्तारी पर एक दूसरे की जिम्मेदारी तय कर रहे हैं। मोनू मानेसर को नूंह में दंगे के सिलसिले मंे तलाश किया जा रहा है जबकि राजस्थान मंे दो मुस्लिम भाइयों की हत्या का आरोप भी उस पर लगा है।
पंजाब राजभवन के किचन मंे टमाटर लाने पर अस्थायी रोक
हमारे देश मंे एक समय खाद्यान्न की बहुत कमी थी। उस समय प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने एक दिन उपवास रखने का अनुरोध किया था। जनप्रतिनिधि इस तरह समस्याओं का बेहतर समाधान तलाशते हैं। पिछले दो महीने से टमाटर के दाम ने लोगों की थाली का बजट और स्वाद दोनों बिगाड़कर रखा है। खुदरा बाजार में टमाटर की कीमत 200 से 250 रुपये प्रति किलो तक हो गई है। टमाटर की बढ़ती कीमत के कारण अब पंजाब के राजभवन में बनने वाले खाने में टमाटर का इस्तेमाल नहीं होगा। पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने जनता के साथ एकजुटता दिखाने के लिए राजभवन में टमाटर की खपत को अस्थायी रूप से रोकने का आदेश जारी किया है। जनता के लिए राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का यह प्रेरणादायक संदेश है। टमाटर की कीमतें पंजाब ही नहीं सारे देश मंे आम आदमी की खरीद क्षमता से बाहर हैं। इससे घर का बजट डगमगा रहा है। टमाटर की खपत को सीमित करके समस्या को सुलझाया जा सकता है। बारिश के चलते टमाटर का संकट पैदा हुआ है। यह स्थायी नहीं है। राजभवन की ओर से जारी बयान में कहा गया कि किसी वस्तु की खपत रोकने या कम करने से उसकी कीमत पर असर पड़ना तय है। मांग कम होने से कीमत अपने आप कम हो जाएगी। मुझे उम्मीद है कि लोग फिलहाल अपने घरों में विकल्पों का उपयोग करेंगे। टमाटर की कीमतों में वृद्धि को कम करने में मदद करेंगे। उत्तर प्रदेश की महिला विकास और बाल पोषण राज्य मंत्री प्रतिभा शुक्ला ने पिछले महीने लोगों को टमाटर की कीमतें नियंत्रित करने के लिए घर पर टमाटर उगाने या उन्हें खाना बंद करने की सलाह देने के बाद विवाद खड़ा कर दिया था।
राजभवन के बयान में टमाटर की कीमतों में वृद्धि के लिए सप्लाई चेन में दिक्कत, जलवायु परिस्थितियों और अन्य बाजार गतिशीलता समेत विभिन्न कारकों को जिम्मेदार ठहराया गया है। राजभवन ने अपने बयान में कहा, टमाटर की खपत को त्यागने के पीछे राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित का लक्ष्य इस चुनौतीपूर्ण समय के दौरान सहानुभूति, मितव्ययिता और संसाधनों के जिम्मेदार उपयोग के महत्व को रेखांकित करना है। (हिफी)