अनुकरणीय राज्यपाल, मुख्यमंत्रियों का टोपी ट्रांसफर
मोनू मानेसर को गहलोत करें गिरफ्तार: खट्टर

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
टमाटर की बढ़ती कीमतों पर पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने जहां अनुकरणीय कदम उठाया है, वहीं राजस्थान और हरियाणा के मुख्यमंत्री मोनू मानेसर की गिरफ्तारी पर एक दूसरे की जिम्मेदारी तय कर रहे हैं। मोनू मानेसर को नूंह में दंगे के सिलसिले मंे तलाश किया जा रहा है जबकि राजस्थान मंे दो मुस्लिम भाइयों की हत्या का आरोप भी उस पर लगा है।
मोनू मानेसर को गहलोत करें गिरफ्तार: खट्टर
राजस्थान पुलिस पर हरियाणा में एफआईआर: गहलोत
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का टोपी ट्रंासफर सियासत में चर्चा का विषय बना है।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 3 अगस्त को कहा कि उनके हरियाणा समकक्ष (हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर) बजरंग दल कार्यकर्ता और गोरक्षक मोनू मानेसर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए राजस्थान पुलिस को खुली छूट देने की पेशकश करके वहां हो रही सांप्रदायिक झड़पों से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी टिप्पणी हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि राजस्थान पुलिस इस साल फरवरी में गौ तस्कर होने के संदेह में दो मुसलमानों की हत्या के मुख्य आरोपी मोनू मानेसर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। सीएम गहलोत ने आरोप लगाया कि इससे पहले जब राजस्थान पुलिस दोहरे हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए हरियाणा गई थी, तो उसे वहां की पुलिस से कोई सहयोग नहीं मिला। उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर हरियाणा में हिंसा रोकने में विफल रहे और अब सिर्फ लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बयान दे रहे हैं। सीएम खट्टर ने कहा था कि राजस्थान पुलिस मोनू मानेसर के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। हमने उनसे कहा है कि उसकी तलाश के लिए जो भी मदद की आवश्यकता होगी वह प्रदान की जाएगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट किया, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मीडिया में बयान देते हैं कि राजस्थान पुलिस की हर संभव मदद की जाएगी, लेकिन जब हमारी पुलिस नासिर-जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई थी, तब हरियाणा पुलिस ने सहयोग नहीं किया, बल्कि राजस्थान पुलिस के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। दो चचेरे भाइयों- जुनैद (35) और नासिर (27) के जले हुए शव इसी साल 16 फरवरी को हरियाणा के भिवानी में एक जले हुए वाहन में पाए गए थे। उनके परिवारों ने कहा कि बजरंग दल के सदस्यों ने उनका अपहरण कर लिया, पीटा और मार डाला। हालांकि बजरंग दल ने इस दावे को खारिज कर दिया था। सीएम गहलोत ने हरियाणा में हिंसा पर भी चिंता व्यक्त की और आशंका जताई कि यह उनके राज्य में भी फैल सकती है।
उन्होंने ट्वीट किया, मणिपुर के बाद हरियाणा में हो रही हिंसा पूरे देश के
लिए चिंताजनक है। मैं सभी पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। पुलिस-प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए और हिंसा रोकनी चाहिए और शांति बहाल करनी चाहिए। (हिफी)