शेख हसीना की बेटी के खिलाफ भी मुकदमा, गिरफ्तारी वारंट

बांग्लादेश की एक अदालत ने 10 अप्रैल को अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कोर्ट ने उनकी बेटी साइमा वाजेद पूतुल और 17 अन्य लोगों के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है। इन पर आरोप है कि इन्होंने “धोखाधड़ी” के जरिए एक आवासीय प्लॉट हासिल किया। ढाका के एक स्पेशल जज जाकिर हुसैन गालिब ने भ्रष्टाचार निरोधक आयोग (एसीसी) की चार्जशीट को स्वीकार कर लिया है, चूंकि सभी आरोपी फरार हैं, तो कोर्ट ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है। एसीसी के वकील मीर अहमद सलाम ने बताया कि जज मोहम्मद जाकिर हुसैन गालिब ने एसीसी की चार्जशीट स्वीकार कर वारंट जारी किया। उन्होंने कहा कि कोर्ट ने एसीसी से 4 मई को जांच रिपोर्ट पेश करने को कहा है। इसमें ढाका के बाहरी इलाके पूरबाचल में राज्य संचालित राजधानी उन्नयन कार्तृपक्ष (राजुक) द्वारा पट्टे पर दी गई जमीन का मामला शामिल है।
एसीसी ने 12 जनवरी 2025 को शेख हसीना और अन्य सह-आरोपियों, जिनमें ज्यादातर सरकारी अधिकारी हैं इनके खिलाफ यह केस दर्ज किया था। चार्जशीट के मुताबिक, साइमा वाजेद पूतुल ने अपनी तत्कालीन प्रधानमंत्री मां शेख हसीना पर दबाव डाला और पूरबाचल न्यू सिटी हाउसिंग प्रोजेक्ट में प्लॉट आवंटन के नियमों, नीतियों और कानूनी प्रक्रियाओं का उल्लंघन कर इसे अपने नाम करवाया। एसीसी का आरोप है कि पूतुल ने यह सब तब किया, जब उनके और उनके परिवार के पास ढाका शहर में राजुक क्षेत्र में पहले से ही घर या फ्लैट था। पूतुल इस समय विश्व स्वास्थ्य संगठन की दक्षिण पूर्व एशिया क्षेत्रीय निदेशक हैं। 1 नवंबर 2023 से नई दिल्ली में कार्यरत हैं। बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध ट्राइबनल ने पहले हसीना, उनके राजनीतिक सहयोगियों और वरिष्ठ सिविल-सेना अधिकारियों के खिलाफ मानवता के खिलाफ अपराध और जबरन गायब करने जैसे आरोपों में दो गिरफ्तारी वारंट जारी किए थे। यह वारंट पिछले दिन की घोषणा के ठीक बाद आया, जिसमें एसीसी ने हसीना, उनकी छोटी बहन शेख रेहाना और एक पूर्व अधिकारी पर “मुजिब शताब्दी” समारोह के लिए 4000 करोड़ टका बर्बाद करने की नई जांच शुरू करने की बात कही थी।ं