धर्म-अध्यात्म
-
ममता, काम, क्रोध का त्याग ब्रह्म प्राप्ति का मार्ग
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-95 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि अनंत…
Read More » -
भक्ति योग से ‘परम नैष्कम्र्यसिद्धि’ होती है
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-94 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More » -
भगवान स्वकर्म को ही ‘स्वधर्म’ मानते हैं
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-93 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More » -
गुण और कर्म के अनुसार होता है मानव जन्म
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-92 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More » -
सात्विक, राजस व तामस सुख
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-91 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More » -
कर्म प्रेरणा व कर्म संग्रह
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-89 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More » -
कर्मों की सिद्धि के पांच कारण
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-88 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More » -
फलेच्छा का त्यागी कभी दुखी नहीं होगा
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-87 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More » -
संन्यास और त्याग का तत्व
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-86 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More » -
ऊँ तत्, सत् से परमात्मा को अर्पण
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-85 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
Read More »