धर्म-अध्यात्म
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सात्विक, राजस व तामस के भोजन
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-84 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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काम, क्रोध व लोभ हैं नर्क के दरवाजे
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-82 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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असुर स्वभाव वालों के लक्षण
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-81 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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दैवी सम्पदा प्राप्त मनुष्य के लक्षण
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-80 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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सूर्य-चंद्र आदि हैं भगवान की विभूतियां
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-78 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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वायु की तरह निर्लिप्त रहता जीव
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-77 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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अर्जुन को संसार का वृक्ष ज्ञान
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-75 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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दुःख-सुख में एक समान रहने वाला गुणातीत
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-74 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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सत्व, रज और तम उत्पन्न करते शरीर
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-73 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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सत्व गुण से उत्पन्न होता ज्ञान
श्रीमद् भगवत गीता का प्रबोध-72 जिस तरह मर्यादा पुुरुषोत्तम श्रीराम के चरित्र को लेकर कहा गया है कि ‘हरि…
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