अध्यात्म
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ज्ञान, कर्म व कर्ता के भेद
गीता-माधुर्य-33 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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दान व तप के भी हैं तीन प्रकार
गीता-माधुर्य-32 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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आसुरी सम्पत्ति वाले के लक्षण
गीता-माधुर्य-30 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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दैवी संपत्ति वाले के लक्षण
गीता-माधुर्य-29 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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अज्ञान से उत्पन्न होता तमोगुण
गीता-माधुर्य-27 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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प्रकृति और पुरुष दोनों अनादि
गीता-माधुर्य-26 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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निर्गुण के उपासक होते हैं विवेकी
गीता-माधुर्य-25 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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भगवान के सर्वश्रेष्ठ उपासक
गीता-माधुर्य-25 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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अर्जुन की विनय पर कृष्ण हुए द्विभुज रूप
गीता-माधुर्य-24 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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भगवान ने बतायीं दिव्य विभूतियां
गीता-माधुर्य-22 योगेश्वर कृष्ण ने अपने सखा गांडीवधारी अर्जुन को कुरुक्षेत्र के मैदान में जब मोहग्रस्त देखा, तब कर्मयोग, ज्ञानयोग…
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