अध्यात्म
-
गीता ज्ञानधारा अध्याय-9
पिताहमस्य जगतो माता धाता पितामहः। वेद्यं पवित्रमोंङार ऋक्साम यजुरेव च।।17।। देखो! जिसके सहवास से अष्टांग प्रकृति इस संसार को…
Read More » -
गीता ज्ञानधारा अध्याय-9
(हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) भगवद् गीता भारत के वेदान्त एवं उपनिषदों का सार है। इसमें मनुष्य जीवन के परम उद्देश्य-तत्व…
Read More » -
गीता ज्ञानधारा अध्याय-9
(हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) भगवद् गीता भारत के वेदान्त एवं उपनिषदों का सार है। इसमें मनुष्य जीवन के परम उद्देश्य-तत्व…
Read More » -
गीता ज्ञानधारा अध्याय-8
(हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) भगवद् गीता भारत के वेदान्त एवं उपनिषदों का सार है। इसमें मनुष्य जीवन के परम उद्देश्य-तत्व…
Read More » -
गीता ज्ञानधारा अध्याय-8
(हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) भगवद् गीता भारत के वेदान्त एवं उपनिषदों का सार है। इसमें मनुष्य जीवन के परम उद्देश्य-तत्व…
Read More » -
गीता ज्ञानधारा अध्याय-8
(हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) भगवद् गीता भारत के वेदान्त एवं उपनिषदों का सार है। इसमें मनुष्य जीवन के परम उद्देश्य-तत्व…
Read More » -
गीता ज्ञानधारा अध्याय-7
(हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) भगवद् गीता भारत के वेदान्त एवं उपनिषदों का सार है। इसमें मनुष्य जीवन के परम उद्देश्य-तत्व…
Read More » -
अनासक्त कर्म ही क्यों श्रेष्ठ है?
हम सब कर्मशील प्राणी हैं। कर्म की प्रेरणा है कर्मफल प्राप्ति की इच्छा। कर्मफल प्राप्ति की अभिलाषा के कारण ही…
Read More » -
स्वर्ग के राजा अदिति पुत्र
देवताओं के राजा इन्द्र माने जाते हैं। हमारे हिंदू धर्म में कई देवी-देवताओं का उल्लेख मिलता है। सभी देवताओं के…
Read More » -
हरि अनंत हरि कथा अनंता
(शांतिप्रिय-हिन्दुस्तान समाचार फीचर सेवा) उमा राम गुन गूढ़, पंडित मुनि पावहिं बिरति। पावहिं मोह बिमूढ़ जे, हरि विमुख न धर्मरति।…
Read More »