22 जनवरी को रामलला अपने गर्भगृह में होंगे विराजमान : चंपत राय

अयोध्या। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में होने वाले रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तैयारियां तेजी से चल रही है। यह समारोह 22 जनवरी 2024 को होगा और रामलला अपने गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे। इस दिन को लेकर श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय का एक बयान सामने आया है। उन्होंने 22 जनवरी की तुलना 15 अगस्त से की है। उन्होंने कहा कि यह दिन उतना ही महत्वपूर्ण है जितना आजादी का था।
श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि 22 जनवरी उतना ही महत्वपूर्ण है जितना 15 अगस्त 1947 था, जितना कारगिल को वापस प्राप्त करना था, जितना 1971 में एक लाख सैनिकों की नजरबंदी महत्वपूर्ण थी, यह उतना ही महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि मंदिर के निर्माण को लेकर अयोध्या के लोगों में संतुष्टि की भावना है, जो भारत को एकजुट करने का साधन बन गया है। सन् 1983 के बाद पूरे भारत से अयोध्या के लोग, आस-पड़ोस की छोटी-छोटी रियासतें, पुजारी, शिक्षक और सभी साधु-संत इससे जुड़ने लगे हैं। जो विषय सिर्फ अयोध्या तक ही सीमित था। यह पूरे देश के सम्मान का विषय है।