भारत को विश्व गुरु बनाने का लक्ष्य पूरा कर रही देश की युवा पीढ़ी: कुलाधिपति

नैनीताल। कुमाऊं विश्वविद्यालय के 19वें दीक्षांत समारोह का डीएसबी परिसर के एएन सिंह सभागार में कुलाधिपति एवं राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि), उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कुलपति प्रो. दीवान सिंह रावत व कुलसचिव डॉ. मंगल सिंह मंद्रवाल ने दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस दौरान मेधावी विद्यार्थियों को पदक वितरित किए गए, जिसमें 73 फीसदी छात्राएं शामिल रहीं। सिने अभिनेता ललित मोहन तिवारी को डी-लिट की मानद उपाधि दी गई। जबकि टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज के चांसलर और यूजीसी के पूर्व अध्यक्ष प्रो. डीपी सिंह को उनकी अनुपस्थिति में डीएससी की मानद उपाधि दी गई।
मुुख्य अतिथि रहे कुलाधिपति व राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा युवा पीढ़ी भारत को विकसित राष्ट्र, नए आयामों और भारत को विश्व गुरु बनाने के लक्ष्य को लेकर आगे चल रहा है जो हमारे लिए गर्व की बात है। जबकि विशिष्ट अतिथि उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धनसिंह रावत ने कहा राज्य की लोक संस्कृति व लोक विरासत को संजोए रखने तथा बेहतर भविष्य के लिए प्राइमरी स्कूलों में कुमाऊंनी-गढ़वाली, जौनसारी आदि बोलियों से संबंधित पाठ्य सामग्री लागू की गई है। इससे हम अपनी बोल व भाषा का संरक्षण कर सकेंगे। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरुआत में कुलपति दीवान सिंह रावत ने विश्वविद्यालय की उपलब्धियां बताते हुए कहा कि बीते पांच दशक से कुमाऊं विवि ज्ञान और नवाचार का एक स्तंभ बनकर खड़ा है, जिसने उच्च शिक्षा में नए मानक स्थापित किए हैं। पूर्व छात्र विश्वभर में विभिन्न क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं, इस संस्थान से मिले मूल्यों और शिक्षा के जीवंत प्रतीक हैं। इस पहल से विद्यार्थियों को उन व्यक्तित्वों के अनुभवों से सीखने का अवसर मिला है।