यूपी के बजट में गांव-किसान पर जोर: सीएम योगी

लखनऊ। योगी सरकार ने अपने बजट में अगले साल होने वाले पंचायत चुनाव के लिए खेत तैयार कर लिया है। गांव, गरीब, किसान, महिलाओं के लिए बजट में योजनाओं रूपी उपहारों का इंतजाम कर व्यापक समर्थन के लिए खाद-बीज डाले जा चुके हैं।
अब योजनाओं का लाभ दिलाने की मुहिम के तहत सत्ताधारी भाजपा का संगठन लाभार्थियों से सतत् संपर्क कर सिंचाई के लिए पसीना बहाएगा जिससे वोटों की उपज बढ़ाकर जीत की फसल काटी जा सके।
त्रिस्तरीय पंचायतों में बढ़त तो जरूरी है ही, विधानसभा चुनावों में जीत का रास्ता भी इन्हीं पंचायतों से होकर गुजरता है। हालांकि चुनावी वेला आने से पहले योगी सरकार को एक और बजट पेश करने का अवसर मिलेगा, परंतु वह अभी से माहौल बनाए रखना चाहती है, ताकि विरोधियों की रणनीति को असफल किया जा सके।
प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत (ग्राम, क्षेत्र व जिला पंचायत) चुनाव अप्रैल 2021 में हुआ था जिसमें भाजपा को बड़ी जीत मिल थी। भाजपा जिला पंचायत अध्यक्ष के 75 में से 66 पदों पर काबिज हुई थी। सपा के लगातार कब्जे वाली कई सीटों पर भी उसको पछाड़ दिया था। इसके बाद वर्ष 2022 में हुए विधानसभा चुनावों में भी भाजपा ने परचम लहराया था और योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में दोबारा सरकार बनी थी। भाजपा अब इसी क्रम को दोहराना चाहती है। गुरुवार को पेश किए गए बजट में योगी सरकार ने इस दिशा में कदम आगे बढ़ा दिया है।