सर्दियों में रामबाण है खीरा

(पं. आर.एस.-द्विवेदी-हिफी फीचर)
सर्दियों को भोजन का मौसम भी कहा जाता है। इन दिनों पाचन शक्ति अच्छी रहती है लेकि गैस बनने और हृदयघात जैसी संभावनाएं भी बढ़ जाती हैं। इसलिए अपने भोजन में खीरा और मुनक्का का प्रयोग करें तो काफी राहत मिलेगी। खीरा गैस और अपच जैसी समस्या दूर करता है तो मुनक्के का सेवन करने से दिल स्वस्थ रहता है। खीरा पेट की गर्मी को शांत करने, वेट लॉस और शरीर में पानी का लेवल बनाए रखने में सहायक होता है। लेकिन बहुत सारे लोग सर्दियों में खीरा खाना छोड़ देते हैं। क्योंकि खीरा का तासीर ठंडी होती है। साथ ही यह फल वात बढ़ाने वाला माना जाता है। जिसकी वजह से सर्दियों में गैस की दिक्कत हो सकती है।
सर्दियों में शरीर की जठराग्नि कमजोर हो जाती है। ऐसे में खीरा पचने में बाधा बन सकता है और अपच व गैस जैसी समस्या हो सकती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आप इन सभी समस्याओं से बच सकते हैं। अगर आप खीरा खाने का सही तरीका जान लें। तो यह बहुत फायदा करेगा।
खीरे में पर्याप्त मात्रा में पानी पाया जाता है। ऐसे में खीरे का सेवन शरीर को डिहाइड्रेशन से बचाता है। सर्दियों में प्यास कम लगती है, जिसकी वजह से शरीर डिहाइड्रेट हो सकता है। स्किन का ड्राई होना, होंठ फटना
और मुंह सूखना डिहाइड्रेशन के मुख्य लक्षण हैं। डॉक्टर की मानें, तो खीरे में 90 फीसदी पानी होता है। जो हमारे शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है।
शरीर में पानी की कमी कब्ज का कारण बन सकती है। वहीं खीरे के अंदर पानी की पर्याप्त मात्रा होने के साथ फाइबर भी होता है। यह दोनों ही चीजें मल को मुलायम और मोटा बनाती हैं। ऐसे में खीरे के सेवन से आप कब्ज की समस्या से बच सकते हैं और मल आसानी से बाहर आ सकता है। सर्दियों में खान-पान ज्यादा होता है। जिसके कारण वजन कम करने में थोड़ी परेशानी होती है, लेकिन आप खीरे को सलाद की तरह डाइट में जोड़ने से कैलोरी इनटेक कम की जा सकती है। वहीं फाइबर पेट को ज्यादा देर तक भरा रखता है और भूख को भी शांत करता है। एक्सपर्ट कई अध्ययनों का हवाला देते हुए कहे हैं कि खीरे के सेवन से डायबिटीज का खतरा कम किया जा सकता है। यह ब्लड शुगर के लेवल को मैनेज करता है। खीरे की तासीर ठंडी होती है
और यह थोड़ा देर से पचता है।
इसलिए इसके ऊपर काली मिर्च, भुना जीरा या फिर काला नमक जैसे मसाले डालें। इससे खीरे का पाचन बढ़ जाएगा। (हिफी)