लेखक की कलम

धामी ने दी उत्तराखण्ड को नयी दिशा

उत्तर प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्र को लेकर 9 नवम्बर को उत्तरांचल के नाम से एक नया राज्य बना था जिसका नाम बाद में उत्तराखण्ड हो गया। इस राज्य ने इस वर्ष अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर लिये। इस बीच कांग्रेस और भाजपा की सरकारें रहीं। पिछले लगभग साढ़े तीन साल से भाजपा के पुष्कार सिंह धामी सत्ता संभाल रहे हैं। अपनी स्थापना के समय भी उत्तराखण्ड में यातायात के सीमित साधन थे और तीर्थ नगरी होने के कारण यहां धार्मिक पर्यटन प्रमुख उद्यम भी रहा है। लोगों को पर्यटन के लिए आकर्षित करने के लिए पुष्कर सिंह धामी ने आल वेदर रोड पर सबसे ज्यादा ध्यान दिया ताकि हर मौसम में लोग उत्तराखण्ड की यात्रा कर सकें। धामी ने उत्तराखण्ड को समान नागरिक संहिता लागू करने वाला देश का प्रथम राज्य बनाया। राज्य में सशक्त भू कानून, सख्त धर्मान्तरण विरोधी कानून, सख्त नकल विरोधी कानून एवं दंगा रोधी कानून लागू करके धामी ने उत्तराखण्ड को एक नई दिशा दी है। धामी सरकार की उपलब्धियों को देखते हुए ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था 21वीं सदी के विकसित भारत के निर्माण के दो प्रमुख स्तम्भ हैं। पहला अपनी विरासत पर गर्व और दूसरा विकास के लिए हर संभव प्रयास। उत्तराखण्ड इन दोनों ही स्तम्भों को मजबूत कर रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कहते हैं कि हम प्रधानमंत्री के विजन के अनुरूप राज्य को हर क्षेत्र में आदर्श राज्य बनाने का प्रयास कर रहे हैं। पुष्कर सिंह धामी ने गत दिनों अपने दूसरे कार्यकाल के तीन वर्षों की प्रमुख उपलब्धियां गिनाई थीं। पुष्कर सिंह धामी ने 4 जुलाई 2021 को पहली बार मुख्यमंत्री का दायित्व संभाला। अगले साल ही विधानसभा के चुनाव हुए और धामी के नेतृत्व में भाजपा ने प्रचंड बहुमत से फिर सरकार बनायी।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने दूसरे कार्यकाल के तीन वर्ष पूरे होने से एक दिन पहले प्रेस वार्ता का आयोजन किया। मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में आयोजित इस प्रेस वार्ता में धामी ने अपनी सरकार की प्रमुख उपलब्धियों, योजनाओं और भविष्य की योजनाओं को जनता के सामने रखा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के तहत उत्तराखंड जल्द ही देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में शामिल होगा। सीएम धामी ने आगामी चारधाम यात्रा को सफल और निर्बाध रूप से संचालित करने के लिए सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यात्रा मार्ग को सुगम बनाने के लिए अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें की जा रही हैं। यात्रा के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं, सुरक्षा व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा, चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए सरकार सभी आवश्यक कदम उठा रही है। मुख्यमंत्री धामी ने अपने कार्यकाल में लागू किए गए महत्वपूर्ण कानूनों का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता यूसीसी भू-कानून, दंगा निरोधक कानून और नकल विरोधी कानून को प्रभावी रूप से लागू किया गया है। सीएम धामी ने कहा, यूसीसी का उत्तराखंड में सफलतापूर्वक लागू होना एक ऐतिहासिक कदम है, जिससे राज्य में समानता और सामाजिक समरसता को बढ़ावा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि भू-कानून में किए गए संशोधनों से राज्य में बाहरी लोगों द्वारा अवैध भूमि खरीद पर रोक लगेगी। वहीं, दंगा निरोधक कानून से राज्य में हिंसा फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई संभव होगी। नकल विरोधी कानून को लेकर धामी ने कहा कि इससे सरकारी भर्तियों में पारदर्शिता बनी है और नकल माफिया पर लगाम कसी गई है। मुख्यमंत्री ने राज्य में कानून व्यवस्था को मजबूत करने का दावा किया।
इस दौरान उन्होंने कहा कि माहौल बिगाड़ने वालों, लव जिहाद और थूक जिहाद फैलाने वालों पर कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सीएम धामी ने स्पष्ट किया कि राज्य में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने या किसी भी प्रकार का धार्मिक उन्माद फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य में अवैध मजारों और मदरसों के खिलाफ अभियान को और तेज किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा, अवैध मदरसों और मजारों पर लगातार कार्रवाई जारी है और इसे और आगे बढ़ाया जाएगा। प्रदेश में कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री धामी ने राज्य में आर्थिक विकास को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में प्रति व्यक्ति आय में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। धामी ने कहा, राज्य सरकार की जनहितकारी योजनाओं और विकास परियोजनाओं के चलते प्रदेश में आर्थिक स्थिति मजबूत हुई है।
सीएम ने उत्तराखंड को फिल्म डेस्टिनेशन और पर्यटन हब के रूप में विकसित करने की योजना पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि राज्य में फिल्म नीति को प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे उत्तराखंड में अधिक फिल्मांकन हो और स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलें। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार धार्मिक, सांस्कृतिक और साहसिक पर्यटन को भी प्रोत्साहित कर रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने तीन साल के कार्यकाल को प्रदेश के लिए ऐतिहासिक और विकासोन्मुख बताया। उन्होंने कानून व्यवस्था, चारधाम यात्रा की तैयारियों, भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई और पर्यटन को बढ़ावा
देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई।
मुख्यमंत्री धामी ने पांचवें वर्ष में पिथौरागढ़ और रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज शुरू करने का संकल्प लिया है। सरकार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से कर संग्रह को मजबूत करेगी। धामी ने चार वर्ष में जन अपेक्षाओं को पूरा किया। भाजपा ने उन पर दोबारा विश्वास जताया। सरकार ने समान नागरिक संहिता लागू की और नकल विरोधी कानून बनाया। अर्थव्यवस्था को दोगुना करने का लक्ष्य है। राजनीतिक अस्थिरता के भंवर में गोते खा रहा उत्तराखंड को ऐसे युवा चेहरे की दरकार रही, जो जिताऊ भी हो और स्थायित्व के भाव से एक-एक कदम सोच-विचार कर आगे बढ़ाए। साथ ही अवस्थापना विकास को गति भी दे तो भौगोलिक विषमताओं में पनपती सामाजिक-आर्थिक असमानता दूर कर जनाकांक्षाओं को उम्मीद का ठोस आधार दे। चार वर्ष का कार्यकाल पूरा कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आमजन और भाजपा की इन अपेक्षाओं में स्वयं को ढाला भी और चुनौतियों से निपटने का जज्बा भी दिखाया। पुष्कर सिंह धामी ने चार जुलाई, 2021 को जब मुख्यमंत्री के रूप में अपना पहला कार्यकाल प्रारंभ किया था तो तत्कालीन भाजपा सरकार में दो मुख्यमंत्री बदले जा चुके थे। महज छह-सात महीने बाद विधानसभा चुनाव की चुनौती के बीच राजनीतक विश्लेषकों की नजरें स्वाभाविक रूप से इस पर टिकीं थीं कि युवा चेहरा वरिष्ठों एवं अनुभवी नेताओं के बीच अपनी जगह किस प्रकार स्थापित कर पाएगा।
(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)

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