लेखक की कलमसम-सामयिक

स्कूलों व मदरसे में भी घिनौनी हरकतें!

 

देश भर में अलग अलग स्थानों पर शिक्षा के पावन स्थलों में मासूम बच्चियों को येन केन प्रकारेण दरिंदगी का शिकार बनाने की घटनाओं की झड़ी लगी है। तमिलनाडु के सिरुमुगाई से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां रूटीन विजिट पर निकले बाल संरक्षण अधिकारी उस समय हैरान रह गए जब उन्होंने पाया कि टीचर द्वारा ही कथित तौर पर 9 छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया गया।
दरअसल, जिला बाल संरक्षण अधिकारियों ने यौन उत्पीड़न और बाल विवाह के बारे में सेमिनार आयोजित करने के लिए अलंगोम्बू सरकारी स्कूल का दौरा किया था। इस दौरान जब स्टूडेंट्स से उन्होंने बातचीत की तो अधिकारी ये देखकर हैरान रह गई कि स्कूल में शिक्षक के रूप में कार्यरत नटराजन द्वारा कक्षा 7 और 8 की नौ छात्राओं का कथित तौर पर यौन उत्पीड़न किया गया था। अब पुलिस शिकायत दर्ज कराई है। इस मामले में पॉक्सो एक्ट के तहत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं उत्तर प्रदेश के पीलीभीत के रहने वाले एक मौलवी ने उत्तराखंड में मदरसे की 5 से 9 साल की 5 बच्चियों के साथ रेप किया। उन्हें धमकाता कि किसी को बताया तो जिन्न छोड़कर तुम्हारे मां-बाप को मरवा दूंगा। पुलिस ने आरोपी मौलवी को गिरफ्तार कर लिया है। मामले की जांच में चैंकाने वाला खुलासा हुआ हैं। थाना रुद्रपुर में मस्जिद के ऊपर अवैध मदरसा बना हुआ है। यहां एक मौलवी बच्चियों के साथ रेप करता था। बच्चियां मदरसे में मौलवी से उर्दू सीखने जाती थीं। पुलिस ने मौलवी को गिरफ्तार किया और इन्वेस्टिगेशन शुरू की। इसमें चैंकाने वाली बात निकलकर सामने आई हैं। पीड़िता की मां ने तहरीर में अपनी बेटी के अलावा चार बच्चियों का नाम भी उल्लेख किया था। इन बच्चियों का बयान कराया गया। ये बच्चियां हिंदी-इंग्लिश मीडियम स्कूलों में पढ़ने जाती थीं। दोपहर में स्कूल खत्म करने के बाद पेरेंट्स इन्हें मौलवी के पास उर्दू सीखने के लिए भेज देते थे।
महाराष्ट्र के बदलापुर और अकोला में भी ऐसा ही मामला सामने आया। बता दें कि महाराष्ट्र के बदलापुर में सरकारी स्कूल का टीचर छात्राओं को अश्लील वीडियो दिखाता था। आरोप है कि टीचर करीब चार महीनों से ये हरकत कर रहा था। छात्राओं ने बाल कल्याण समिति को कॉल किया। कर्नाटक के कलबुर्गी जिले में 11 वर्षीय स्कूली छात्रा के साथ बलात्कार के प्रयास के आरोप में पुलिस ने एक शिक्षक को गिरफ्तार किया है। पुलिस के मुताबिक पीड़िता स्कूल में 5वीं कक्षा में पढ़ती थी। एक दिन बच्ची दोपहर का भोजन करने के बाद कक्षा में गई थी तो आरोपी ने उस पर हमला कर दिया। निंबार्गा पुलिस ने आरोपी शिक्षक की तलाश शुरू की और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने यौन अपराधों से बच्चों की रोकथाम अधिनियम (पोक्सो) और भारतीय न्याय संहिता की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।
कर्नाटक के कोलार जिले में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक निजी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में पढ़ने वाली 17 वर्षीय लड़की ने स्कूल परिसर में ही बच्चे को जन्म दिया है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली लड़की ने महिला शौचालय में बच्चे को जन्म दिया है। इस घटना के बाद से स्कूल परिसर में हड़कंप मच गया है।पुलिस के अनुसार, लड़की और बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लड़की के माता-पिता ने बाद में कोलार महिला पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने बताया कि उन्होंने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम की धारा 6 (गंभीर यौन उत्पीड़न) और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376 (2) (एन) (एक ही महिला से बार-बार बलात्कार करना) के तहत मामला दर्ज किया है।
ऐसा लगता है कि जैसे हमारे देश में बच्चियों और महिलाओं पर जिस्म के भूखे दरिंदे घात लगाकर टूट रहे हैं और कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन गए हैं। पश्चिम बंगाल में ट्रेनी डाक्टर के बलात्कार और हत्या को लेकर देशव्यापी प्रदर्शन किए जा रहे हैं लेकिन दरिंदगी बर्बरता और हैवानियत की वारदातें लगातार सामने आ रही है। पिछले दिनों वारदातों पर एक नजर डालें 22 अगस्त को राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में एक 4 वर्षीय मासूम की मां जब किसी काम से घर से बाहर गई हुई थी तो उसके 35 वर्षीय रिश्तेदार ने मासूम से बलात्कार कर डाला। 22 अगस्त को ही बिहार के बेतिया में एक नर्सिंग कालेज के प्रिंसीपल मनीष कुमार जायसवाल को लड़कियों से अश्लील हरकतें करने, आफिस में शराब पीने तथा होस्टल की छत पर मालिश करवाने के आरोप में निलम्बित किया गया।
22 अगस्त को ही उत्तर प्रदेश में शाहजहांपुर जिले के पुवायां थाना क्षेत्र में एक युवक ने एक मकान में घुस कर एक महिला से बलात्कार कर डाला जब उसका पति घर से बाहर गया हुआ था। 22 अगस्त को ही महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में घर से लापता एक10 वर्षीय लड़की का शव गन्ने के खेत से बरामद हुआ जिसकी हत्या करने से पहले उससे बलात्कार किया गया था। 23 अगस्त को असम के नागांव जिले के धींग इलाके में रात लगभग 8 बजे ट्यूशन से साइकिल पर घर लौट रही 14 वर्षीय एक हिन्दू किशोरी से 3 लोगों ने बलात्कार कर डाला। 23 अगस्त को ही महाराष्ट्र के बदलापुर में एक स्कूल में 3 और 4 वर्ष की 2 मासूम बच्चियों के यौन उत्पीड़न के मामले में सरकार द्वारा गठित 2 सदस्यीय पैनल के अनुसार इन बच्चियों का एक बार नहीं बल्कि 15 दिनों में कई बार यौन शोषण किया गया जिससे उनकी योनि की झिल्ली फट गई। 23 अगस्त को ही छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में स्कूल से लौट रही एक 13 वर्षीय नाबालिग को लिफ्ट देने के बहाने जंगल में ले जाकर उससे बलात्कार करने के आरोप में एक 30 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। 23 अगस्त के दिन ही चंडीगढ़ में एक स्कूल बस ड्राइवर मोहम्मद रज्जाक को 12वीं कक्षा की छात्रा की तस्वीरों से छेड़छाड़ के जरिए उसे ब्लैकमेल करके उससे बलात्कार करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। 23 अगस्त को ही महाराष्ट्र में चंद्रपुर जिले के नागभीड़ कस्बे में मानसिक रूप से कमजोर एक 27 वर्षीय युवती से सामूहिक बलात्कार करने के आरोप में 5 लोगों को गिरफ्तार व एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया गया। 23 अगस्त रात को कर्नाटक में उड्डुपी जिले के कारकल में एक 24 वर्षीय युवती को अपहरण कर नशीला पदार्थ देने के बाद सुनसान जगह पर ले जाकर बलात्कार कर दिया गया। 24 अगस्त को महाराष्ट्र में पुणे के पिंपरी-चिंचवड में एक निजी स्कूल में 12 वर्षीया छात्रा के यौन उत्पीड़न के आरोप में एक अध्यापक और 7 अन्य को गिरफ्तार किया गया। 24 अगस्त को ही असम में सोनितपुर जिले में सैर पर निकली 2 लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास करने के आरोपी ने पुलिस हिरासत से भागने की कोशिश की जिसे पुलिस ने गोली मार कर घायल कर दिया।
प्रतिदिन हो रही बलात्कार की घटनाओं ने न सिर्फ देश में मासूम बच्चियों और उनके अभिभावकों के दिल दिमाग में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर दहशत और आशंका को जन्म दे रहीं हैं। (हिफी)

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)

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