वैश्विक त्योहार बन गया है दीपावली

(मनोज कुमार अग्रवाल-हिफी फीचर)
दीपावली महापर्व सिर्फ भारत में ही नहीं वरन दुनिया के सौ से अधिक देशों में अलग-अलग अंदाज में मनाया जाता है। एक ओर दुनिया भर में फैले प्रवासी भारतीय परंपरागत तरीके से वहाँ दीपावली मनाते हैं तो दूसरी ओर कई देशों में अलग परंपरा के अनुसार दीपावली मनायी जाती है। भारत में इन दिनों जैसे दिवाली की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। ऐसे ही रोशनी का ये त्योहार भारत से बाहर भी मनाया जाता है। हजारों किलोमीटर दूर अमेरिका में बसे भारतीय भी हर साल दिवाली मनाते हैं। यही नहीं अमेरिका के राष्ट्रपति भी अपने कार्यालय व्हाइट हाउस में दिवाली धूमधाम से मनाते हैं। ये परंपरा व्हाइट हाउस में पिछले 21 बरसों से चल रही है। इस बार मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में दिवाली मनाई। जिसमें देश भर के कांग्रेसियों, अधिकारियों और कॉर्पोरेट अधिकारियों समेत 600 से अधिक प्रतिष्ठित भारतीय अमेरिकियों ने भाग लिया।
एक संवादी रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के अलावा कई देशों में दिवाली को एक राष्ट्रीय पर्व की तरह मनाया जाता है और उस दिन सार्वजनिक छुट्टी होती है। जैसे फिजी, गयाना, मॉरीशस, म्यांमार, श्रीलंका और नेपाल में दिवाली के दिन सार्वजनिक छुट्टी होती है। कनाडा, ब्रिटेन, थाइलैंड, मलेशिया में भी दिवाली बड़े धूमधाम से मनाई जाती है हालांकि यहां सार्वजनिक छुट्टी नहीं होती।
व्हाइट हाउस में दिवाली पार्टी का दो दशक का इतिहास बन गया है। 2003 में उस वक्त के राष्ट्रपति रहे जॉर्ज बुश ने सबसे पहले व्हाइट हाउस में दिवाली मनाने की परंपरा शुरु की थी। हालांकि वह कभी निजी तौर पर इसमें शामिल नहीं हुए थे। साल 2009 में बराक ओबामा ने राष्ट्रपति बनने पर व्हाइट हाउस में निजी तौर पर दिवाली मनाई। इसके बाद 2017 में डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने पर इस परंपरा को और आगे बढ़ाया।
वहीं साल 2021 में अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर दिवाली की झलक दिखी जब पहली बार दिवाली की थीम पर एनिमेशन किया गया। ये एनिमेशन दो नवंबर की शाम से चार नवंबर दिवाली के दिन तक चलता रहा। फिर सबसे बड़ा आयोजन 2022 में हुआ जब राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन के साथ मिलकर व्हाइट हाउस में अब तक की सबसे बड़ी दिवाली पार्टी की मेजबानी की थी।
हिन्दूबहुल देश नेपाल में भारत की तरह ही 5 दिन तक दीपावली मनाई जाती है। नेपाल में दिवाली को त्योहार ‘तिहार’ के नाम से जाना जाता है। यहां पर इस त्योहार को पांच दिनों तक मनाया जाता है। परंपरा लगभग
वैसी है जैसी भारत की है। यहां भी दिवाली पर घरों को दीप से सजाया जाता है और लक्ष्मी माता की पूजा
भी की जाती है। पर कुछ मायनों में अलग है। जैसे यहां पहले दिन कौवे को, दूसरे दिन कुत्तों को खाना खिलाया जाता है। लक्ष्मी पूजा तीसरे दिन होती है। चौथा दिन नए साल के तौर पर मनाया जाता है। इस दिन महापूजा होती है और बेहतर सेहत की कामना की जाती है। पांचवा दिन भाई टिका होता है जब बहनें भाइयों को तिलक लगाती है।
सिंगापुर, त्रिनिदाद की दिवाली भी खास रहती है। सिंगापुर में दिवाली को दीपावली के नाम से मनाया जाता है। यहां के ‘लिटिल इंडिया इलाके’ को खासतौर पर सजाया जाता है। दिवाली के दिन यहां सांस्कृतिक शो और मंदिरों में खास पूजा भी की जाती है जो
इसे और भी खास बना देती है। कैरेबियाई देशों में त्रिनिदाद और टोबैगो में
बड़ी संख्या में भारतीय बसे हैं और
वहां भी खूब धूमधाम से दिवाली मनाई जाती है।
मलेशिया में दीपावली अलग ढंग से मनती है। मलेशिया में दिवाली को ‘हरी दिवाली’ कहा जाता है। हालांकि भारत से थोड़ा अलग अंदाज में यहां दिवाली को मनाया जाता है। इस देश के लोग दिवाली के दिन की शुरुआत शरीर पर तेल लगाकर करते हैं। इसके बाद मंदिरों में जाकर पूजा करते हैं। एक और बात, मलेशिया में पटाखें जलाने की परमिशन नहीं है इसलिए यहां के लोग एक दूसरे को गिफ्ट, मिठाई देकर दिवाली का त्योहार मनाते हैं।
वहीं मॉरीशस की बात करें तो यहां भारतीय समुदाय की बड़ी आबादी है इसलिए यहां दिवाली का जश्न बहुत लोकप्रिय है। यहां की दिवाली भी भारत जैसी ही होती है जिसे राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है। लोग इस दिन एक दूसरे को मिठाइयां बांटते हैं, पटाखे जलाते हैं और लक्ष्मी की पूजा करते हैं।
फिजी भी भारतीय संस्कृति के मूल से उदय हुआ देश है जहां भारतीय प्रवासियों की संख्या अधिक है। यहां भी दिवाली को बड़े स्तर पर मनाया जता है। यहां के लोग इस दिन को खुशी और समृद्धी के त्योहार के रूप में मनाते है। इस दिन मंदिरों में सास्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। लोग पारंपरिक गीत गाते हैं, मिठाइयां बांटते हैं और पटाखे भी जलाते हैं। दूसरी तरफ ब्रिटेन की बात करें तो यहां के कई शहरों में दिवाली के जश्न की रौनक तो देखने लायक होती है। खासतौर पर बर्मिंघम में। यहां भी भारतीय लोग बड़े पैमाने पर रहते हैं। भारत की तरह यहां भी दिवाली का त्योहार मनाया जाता है।
इसके अलावा बांग्लादेश, रूस, सूडान, कजाखस्तान, अफगानिस्तान, कतर दुबई समेत कई खाड़ी देशों में भी दीपावली मनायी जाती है। यह पर्व दुनिया भर में उमंग और उत्साह के उजाले का प्रसार कर रहा है। (हिफी)