डोभाल ने उजागर की थी पाक के एटम बम बनाने की सच्चाई

दिल्ली में हुए घातक धमाके को सरकार ने आतंकी हमला मान लिया है और अब इसके बाद की कार्रवाई शुरू हो गई है। उधर पाकिस्तान के हाथ-पांव फूल रहे हैं तो इधर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। उनके आवास पर चल रही इस बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, गृह सचिव गोविंद मोहन और आईबी निदेशक तपन डेका मौजूद हैं। बैठक की खबर मिलते ही सोशल मीडिया पर अजीत डोभाल का नाम ट्रेंड होने लगा है। छै। डोभाल पाकिस्तान की नस-नस से वाकिफ हैं और कई खुफिया मिशन को अंजाम दे चुके हैं। अजीत डोभाल का सबसे पेंचीदा और दिलचस्प मिशन था, पाकिस्तान का सीक्रेट परमाणु मिशन उजागर करना। जब 1974 में भारत ने परमाणु परीक्षण किया तो पाकिस्तान भौंचक्का रह गया था और उसने चीन और उत्तर कोरिया से मदद मांगी। पाकिस्तान सीक्रेट तरीके से परमाणु हथियार बना रहा था और भारत को उसका चेहरा दुनिया के सामने लाना था। इस मिशन में डोभाल को पाकिस्तान में भेष बदलकर रहना था, जो उनकी जान के लिए बेहद रिस्की था। इस किस्से का जिक्र डी देवदत्त की किताब, ‘अजीत डोभाल- ऑन ए मिशन’ में है। जिसमें खुलासा किया गया है कि भारत के हाथ कोई सुराग नहीं लग रहा था और डोभाल कई दिनों तक पाकिस्तान की कहूटा की गलियों में भिखारी का भेष रखकर उस इलाके में घूमते रहे, जहां परमाणु फैसिलिटी होने का शक था। डोभाल हर सेकेंड सबूत की तलाश कर रहे थे तभी एक दिन नाई की दुकान देखकर उनका माथा ठनका। जहां पर कुछ लोग रेग्युलर आते थे, ये लोग असल में उसी न्यूक्लियर फैसिलिटी के रिसर्च सेंटर के वैज्ञानिक थे, जिसकी तलाश भारत कर रहा था।
डोभाल ने यहां से पाकिस्तान वैज्ञानिकों के कटे हुए बाल समेटे और उन्हें भारत टेस्टिंग के लिए भेजा, जिसमें डोभाल का शक सही निकला। टेस्टिंग के दौरान कटे हुए बालों में रेडिएशन और यूरेनियम के कुछ अंश मिले। इसके बाद पाकिस्तान की छुपकर परमाणु हथियार बनाने की सच्चाई सबके सामने आ गई।



