म्यांमार व थाईलैण्ड में भूकम्प ने मचाई तबाही

म्यांमार और थाईलैंड में 28 मार्च को दोपहर 12 बजे के करीब खतरनाक भूकंप के झटके महसूस किए गए। म्यांमार में रिएक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 7.7 रही। तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि इसके झटके बैंकॉक से दिल्ली तक महसूस किए गए। बता दें कि इसके झटके पड़ोसी देश बांग्लादेश, चीन, लाओस और थाइलैंड और भारत में महसूस किए गए। घरों की खिड़कियों, पंखों से लेकर ट्यूबलाइट तक हिलने लगी। म्यांमार के कई जगहों पर बहुमंजिला इमारत गिरने, पुल ढहने और लोगों के मलबे में दबने की खबर आ रही है। इस भूकंप का सबसे ज्यादा प्रभाव थाइलैंड में दिख रहा है। कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें बड़ी-बड़ी इमारतें ढह रही हैं। खबर ये भी है कि बैंकॉक में 43 लोग बहुमंजिला इमारत के ढहने के बाद मलबे में दब गए हैं। स्थानीय खबरों की मानें तो बैंकॉक में भूकंप के दौरान निर्माणाधीन गगनचुंबी इमारत ढह गई। बैंकॉक में टावर गिरने से कम से कम 43 लोग लापता हो गए हैं। उनके मरने की आशंका जताई जा रही है।
मध्य म्यांमार में 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद थाई प्रधानमंत्री ने आपातकालीन बैठक की। थाई प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनवात्रा ने शक्तिशाली भूकंप के बाद तत्काल बैठक बुलाई। भूकंप के बाद उन्होंने दक्षिणी द्वीप फुकेत की अपनी आधिकारिक यात्रा रोक दी है। थाइलैंड में इमरजेंसी घोषित कर दिया गया है। ताजा खबर आ रही है कि 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है।
बताया जा रहा है कि म्यांमार में 7.7 और 6.4 तीव्रता के दो लगातार भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। इसके जोरदार झटकों का असर थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में भी महसूस किया गया। खबर आ रही है कि म्यांमार के मांडले में स्थित फेमस अवा ब्रिज भीषण भूकंप के कारण इरावदी नदी में गिर गया। खबरों की मानें तो बैंकॉक में इस भूकंप ने काफी तबाही मचाई। बैंकॉक में एक निमार्णाधीन बहुमंजिला इमारत जमींदोज हो गई। इसका वीडियो सामने आया है। बैंकॉक में भूकंप के झटके के बाद बिल्डिंग गिरने का वीडियो सामने आया है।