चुनावी वादा मास्टर नीतीश

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
चुनाव के समय तरह-तरह के वादे करना अब परम्परा बन गयी है। चुनावी घोषणा पत्र के पीछे कभी रचनात्मक सोच रही होगी लेकिन अब जनता को बेवकूफ बनाने की कोशिश की जाती है। सभी जानते हैं कि कोई राजनीतिक दल अपने पार्टी फंड से तोहफा नहीं बांटेगा, फिर भी जेवर से लेकर बर्तन तक देने की घोषणा कर दी जाती है। अब सरकारी सुविधा लुटाने की होड़ मची है। बेरोजगार भत्ता से लेकर फ्री बिजली देने का वादा किया जाता है। मजे की बात यह कि मतदाता इन वादों के भ्रम मंे आ भी जाते हैं। इसी साल बिहार में विधानसभा के चुनाव होने हैं। अभी चुनाव की तारीख घोषित नहीं हुई। इसलिए चुनाव आचार संहिता लागू नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अभी हाल ही पत्रकारों को 15 हजार रुपये पेंशन देने का वादा भी कर दिया। मीडिया तो मोदी जी का साथ पहले से दे रही थी अब नीतीश बाबू ने पेंशन का तोहफा देने की घोषणा कर दी है। नीतीश कुमार ने इस बार जितने चुनावी वादे किये हैं, उससे सभी का रिकार्ड टूट गया है। अभी आचार संहिता लागू होने तक इनकी संख्या काफी बढ़ जाएगी। नीतीश कुमार की यही राजनीतिक कला उनको नौ दफे मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलवा चुकी है। हालांकि चुनावी वादों के रूप में जनता को बरगलाया जाता है और लोकतांत्रिक चुनाव की भावना के विपरीत है लेकिन इसके लिए किसी सरकार ने अब तक कानून नहीं बनाया और भविष्य में कानून बनने की कोई संभावना भी नहीं दिखती।
बिहार में कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले सभी सियासी पार्टियां मतदाताओं को लुभाने के लिए कई तरह के चुनावी वादे कर रही हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तो देश के ऐसे राजनेताओं में शुमार हैं, जो अपने सियासी मास्टर स्ट्रोक के लिए जाने जाते हैं। उनके मास्टर स्ट्रोक का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री के तौर पर नौवीं बार सीएम पद की शपथ ली है। हर बार बिहार विधानसभा चुनाव से पहले वह कुछ ऐसा कर जाते हैं, जो बिहार की सियासत में एक बड़ा दांव साबित होता है। ऐसे में, इस बार उन्होंने चुनाव से पहले अब तक ताबड़तोड़ चुनावी वादे किए हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 1 अगस्त 2025 से सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली देने का ऐलान किया है। इस योजना से राज्य के लगभग 1.67 करोड़ परिवारों को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अगले तीन वर्षों में 10,000 मेगावाट सौर ऊर्जा का लक्ष्य तय किया है। इसके तहत, छत पर या सार्वजनिक स्थानों पर सौर पैनल स्थापित करने की योजना है। कुटीर ज्योति योजना के तहत अत्यंत गरीब परिवारों के लिए सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का पूरा खर्च सरकार वहन करेगी, जबकि अन्य को उचित सहायता प्रदान की जाएगी। नीतीश कुमार ने बड़े पैमाने पर शिक्षकों की नियुक्ति का ऐलान किया है। 2020 से लेकर अब तक तीन चरणों में लाखों शिक्षकों की बहाली हो चुकी है। अब चैथे चरण की नियुक्ति के लिए नीतीश कुमार ने रिक्तियों का आकलन कर तुरंत परीक्षा आयोजित करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने अगले पांच सालों यानी 2025 से 2030 के बीच एक करोड़ नौकरी-रोजगार का लक्ष्य तय किया है।
बिहार के युवाओं को नीतीश कुमार ने बड़ा तोहफा दिया है। नीतीश कुमार ने बिहार युवा आयोग के गठन की मंजूरी दी है। युवाओं को रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध कराने, प्रशिक्षित करने और सशक्त बनाने के लिए बिहार युवा आयोग के गठन की घोषणा की गई है। यह आयोग स्थानीय युवाओं को राज्य के भीतर निजी क्षेत्र के रोजगारों में प्राथमिकता दिलाने और राज्य के बाहर रहकर पढ़ाई करने वाले युवाओं के हितों की रक्षा करने पर भी निगरानी रखेगा। बिहार के युवाओं को इंटर्नशिप के जरिए रोजगार दिए जाने का ऐलान किया गया है। इसके तहत, 18 से 28 वर्ष के युवाओं के लिए इंटर्नशिप सहायता योजना शुरू की गई है। उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर 4,000 रुपये से 6,000 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। पहले साल 2025-26 में 5,000 युवाओं को सहायता प्रदान करने और अगले पांच वर्षों में इसे एक लाख लाभार्थियों तक बढ़ाने की योजना है।
जननायक और भारत रत्न बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर के नाम पर एक कौशल विश्वविद्यालय स्थापित करने का भी वादा किया गया है। इस विश्वविद्यालय के कुलाधिापति खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार होंगे। नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि बिहार राज्य की मूल निवासी महिलाओं को अब प्रदेश की सभी सरकारी नौकरियों में 35 फीसद आरक्षण दिया जाएगा। यह आरक्षण सभी प्रकार की नौकरियों पर लागू होगा। नीतीश कुमार ने बिहार में सामाजिक सुरक्षा पेशन में ढाई गुना से भी ज्यादा का इजाफा कर दिया है। नीतीश कुमार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन को 400 रुपये से बढ़ाकर 1,100 रुपये करने का ऐलान किया है।
नीतीश कुमार ने बिहार के मान्यता प्राप्त पत्रकारों को मिल रही पेंशन राशि में बढ़ोतरी का ऐलान किया है। अब सभी पात्र पत्रकारों को हर महीने 6 हजार रुपये की जगह 15 हजार रुपये पेंशन की राशि प्रदान की जाएगी। चुनाव से पहले नीतीश कुमार ने एक और बड़ी घोषणा करते हुए बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन का निर्देश दिया है। यह आयोग सफाई कर्मचारियों से जुड़ी सभी योजनाओं की समीक्षा करेगा और उन्हें लागू करवाएगा, साथ ही उनके पुनर्वास और सामाजिक उत्थान के लिए काम करेगा। बिहार से बाहर रहने वाले प्रवासियों को त्योहारों के दौरान घर लौटने के लिए सरकारी सहायता मिलेगी। इस योजना का लाभ दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों में काम कर रहे बिहार के लाखों प्रवासी श्रमिकों और नागरिकों को मिलेगा, जो हर साल त्योहारों में अपने गांव-घर लौटने के लिए जद्दोजहद करते हैं। नीतीश सरकार ने सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम में मां जानकी जन्मभूमि मंदिर के पुनर्विकास के लिए 882।87 करोड़ रुपये की योजना की घोषणा की है। मंदिर के विकास से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोगों को रोजगार मिलेगा।
इस प्रकार बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता के लिए खजाना खोल दिया है। सीएम नीतीश एक के बाद एक कई लोक लुभावन घोषणाएं कर रहे हैं। बिहार में फ्री बिजली, महिला आरक्षण, सरकारी भर्ती और युवा आयोग के गठन जैसे कई फैसलों की लगातार चर्चा हो रही है। (हिफी)