51 हजार पदों पर भर्ती की मांग पर अड़े प्राथमिक शिक्षक पात्र अभ्यर्थी

भोपाल । सरकारी स्कूलों में नवीन सत्र शुरू हो गया है। लेकिन शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया अब तक पूरी नहीं हो पाई है। प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के द्वितीय काउंसलिंग की जिला चयन सूची जारी नहीं होने से पात्र अभ्यर्थी परेशान हैं। इसी सिलसिले में प्रदेश भर के करीब 200 पात्र अभ्यर्थी राजधानी में लोक शिक्षण संचालनालय (डीपीआइ) के सामने एकत्र हुए धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही अभ्यर्थियों ने जल्द नियुक्ति और 51 हजार पदों पर भर्ती की मांग को लेकर स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार के बंगले का घेराव भी किया। प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा के द्वितीय चरण में स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा 7500 पदों की भर्ती की जानी है। जिसके लिए अभ्यर्थियों से जिलेवार स्कूलों का आवंटन करवा लिया गया है, लेकिन अभ्यर्थियों को 15 दिन बाद भी यह नहीं पता है कि उन्हें कौन-सा जिला आवंटित हुआ है। अभ्यर्थियों का कहना है कि स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने नवीन सत्र की शुरुआत यानी जुलाई तक नियुक्ति पत्र सौंपने का आश्वासन दिया था, लेकिन अभी तक जिला चयन सूची जारी नहीं हुई है। साथ ही पदों में भी वृद्धि नहीं की गई है।
बता दें कि प्राथमिक शिक्षक भर्ती प्रक्रियाधीन है, जिसमें नाममात्र के पदों पर भर्ती की जा रही है, जबकि पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों की संख्या करीब एक लाख 94 हजार है। प्रदेश में हजारों पद खाली होने के बावजूद यह विसंगति है। प्राथमिक शिक्षक भर्ती 2020 में 51 हजार पदों की मांग को लेकर चयनित अभ्यर्थियों ने एक माह तक डीपीआइ के सामने क्रमिक भूख हड़ताल भी की थी। अभ्यार्थियों की मांग है कि प्रमोशन एवं रिटायरमेंट से खाली पदों की पूर्ति प्राथमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा 2020 के उत्तीर्ण अभ्यार्थियों से की जाए। इसके अलावा अन्य मांगों को भी शामिल किया गया है।