वरिष्ठ नागरिकों को सुविधाएं

(अशोक त्रिपाठी-हिफी फीचर)
हमको जिन्होंने उंगली पकड़ कर चलना सिखाया और हर प्रकार से समस्याओं का सामना करने की सीख दी आज जब उन वरिष्ठ नागरिकों के कदम लड़खड़ाने लगे हैं और उनको बेहतर इलाज की भी जरूरत है तब सरकार की भी जिम्मेदारी बनती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ नागरिकों को आयुस्मान योजना के तहत मुफ्त इलाज की सुविधा दी है। राज्य सरकारों से इस बारे में कागजी कार्रवाई करने को कहा गया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वरिष्ठ नागरिकों के आयुस्मान कार्ड बनाने का निर्देश दिया है। इसी प्रकार रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में जानकारी दी कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए लोअर बर्थ (निचली बर्थ) की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। इसके तहत, 45 साल से अधिक उम्र की महिला यात्रियों को बिना विशेष अनुरोध के निचली बर्थ प्रदान की जाती है। यह सुविधा वरिष्ठ नागरिकों के आराम और सुरक्षा को
ध्यान में रखते हुए लागू की गई है। इसके साथ ही वरिष्ठ नागरिकों को रेल मंत्रालय अन्य सुविधाएं भी दे रहा है।
ट्रेन से एक शहर से दूसरे शहर या राज्य तक यात्रा करना आज के समय में काफी सरल हो गया है। भारतीय रेलवे (आईआरसीटी) ने यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अनेक कदम उठाए हैं, जिनमें वरिष्ठ नागरिकों को विशेष लाभ प्रदान किए जाते हैं। रेलवे में वरिष्ठ नागरिकों को किराए में छूट मिलती है, जिससे उनकी यात्रा अधिक किफायती हो जाती है।इसके अलावा, वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन में प्राथमिकता के आधार पर सीटें आरक्षित की जाती हैं, ताकि उन्हें लंबी दूरी की यात्रा में किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। रेलवे स्टेशन पर भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है, जैसे व्हीलचेयर और सहायक सेवाएं, ताकि उनकी यात्रा और भी आरामदायक
हो सके। इस तरह, भारतीय रेलवे न सिर्फ किफायती यात्रा का विकल्प है, बल्कि यह वरिष्ठ नागरिकों के लिए
भी एक सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन सेवा है।
भारतीय रेलवे अपने यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव देने के लिए लगातार प्रयासरत है। विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे कई विशेष सुविधाएं प्रदान करता है। इस विशेष कोटा का लाभ 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के पुरुष और 58 वर्ष या उससे अधिक आयु की महिलाएं उठा सकती हैं। गर्भवती महिलाओं के लिए भी यह सुविधा उपलब्ध है, बशर्ते वे मेडिकल सर्टिफिकेट दिखाएं। इसके अलावा, 45 वर्ष या उससे अधिक आयु की अकेले यात्रा करने वाली महिलाएं भी इस कोटा के तहत निचली बर्थ का लाभ प्राप्त कर सकती हैं। इस तरह, आईआरसीटीसी लोअर बर्थ कोटा बुजुर्ग यात्रियों और अन्य योग्य व्यक्तियों के लिए सुरक्षित और आरामदायक यात्रा सुनिश्चित करता है, जिससे उनकी यात्रा अधिक सुगम और सुविधाजनक हो जाती है।
भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ट्रेन की कुछ बर्थ उनके लिए आरक्षित की हैं। स्लीपर कोच में प्रत्येक कोच में छह निचली बर्थ वरिष्ठ नागरिकों के लिए सुरक्षित होती हैं। वहीं, एसी 3 टियर और एसी 2 टियर कोच में तीन निचली बर्थ इस श्रेणी के यात्रियों के लिए आरक्षित की जाती हैं। राजधानी, दुरंतो और अन्य प्रमुख फुल एसी ट्रेनों में भी वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह सुविधा उपलब्ध होती है, जिससे वे आराम से यात्रा कर सकें। इस आरक्षण का मुख्य उद्देश्य बुजुर्ग यात्रियों की यात्रा को अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक बनाना है।
इसी प्रकार केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में 70 साल और अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत पांच लाख रुपये तक का हेल्थ कवर देने का ऐलान किया गया है। आयुष्मान भारत योजना को लेकर केंद्र सरकार के इस ऐलान के बाद अब उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार एक्टिव हो गई है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे तुरंत जरूरी प्रक्रिया पूरी करें ताकि पात्र लोगों को इसका फायदा मिल सके। उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, गत 26 सितंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप 70 साल से अधिक आयु वर्ग के प्रदेशवासियों को आयुष्मान कार्ड का लाभ देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस दिशा में सभी जरूरी कार्य व प्रक्रियाओं को शीघ्र पूर्ण किया जाए, ताकि अधिक से अधिक पात्र लोगों को आयुष्मान कार्ड का लाभ मिल सके।
आयुष्मान भारत योजना या प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, भारत सरकार की एक स्वास्थ्य योजना है जिसे 23 सितम्बर, 2018 को पूरे भारत में लागू किया गया था। 2018 के बजट सत्र में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इस योजना की घोषणा की थी। इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर लोगों (बीपीएल कार्ड धारक) को स्वास्थ्य बीमा मुहैया कराना है। इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जायेगा। उस समय के जनसंख्या आंकड़ों के अनुसार 10 करोड़ बीपीएल कार्ड धारक परिवार (लगभग 50 करोड़ लोग) इस योजना का प्रत्यक्ष लाभ उठा रहे थे। इसके अलावा बाकी बची आबादी को भी इस योजना के अन्तर्गत लाने की योजना है। इसका उद्देश्य व्यक्तियों और उनके परिवारों को सस्ती दरों पर गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा प्रदान करना है ताकि लोग बिना किसी परेशानी के बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ प्राप्त कर सकें। आप स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंचने के लिए कार्ड का उपयोग कर सकते हैं। कार्ड में आपका पूरा मेडिकल इतिहास और स्वास्थ्य रिकॉर्ड भी होता है, जिसे बीमा कंपनियां और अस्पताल एक स्थान पर पहुंच सकते हैं।
इस योजना को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 14 अप्रैल 2018 को भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती के दिन झारखंड के राँची जिले से आरम्भ किया था। कई बार ऐसा होता है कि आयुष्मान योजना के पैनल में शामिल अस्पताल आयुष्मान कार्डधारक का इलाज करने से मना कर देता है। ऐसे में आयुष्मान कार्डधारक को अपनी जेब से पैसे देकर इलाज कराना पड़ता है लेकिन, पैनल में शामिल अस्पताल इस योजना में शामिल बीमारी के इलाज आयुष्मान कार्ड से करने से इंकार नहीं कर सकता। लोगों को जानकारी न होने की वजह से कुछ अस्पताल इलाज में आनाकानी कर जाते हैं। मरीज भी इसकी शिकायत जानकारी के अभाव में नहीं करता। आयुष्मान योजना के पैनल में शामिल अस्पतालों में 5 लाख रुपए तक का मुफ्त इलाज करवाया जा सकता है। अस्पताल मुफ्त में इलाज करने से इंकार करें तो हाथ पर हाथ धरकर नहीं बैठें। आप टोल फ्री नंबर और पोर्टल के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराएं। 14555 आयुष्मान भारत योजना का राष्घ्ट्रीय स्तर का एक टोल फ्री नंबर है। इस पर देश के किसी भी राज्य में रहने वाला नागरिक शिकायत कर सकता है। यहां हिन्दी व अंग्रेजी के अलावा देश की अन्य भाषाओं में भी शिकायत दर्ज की जाती है। अलग-अलग राज्यों के लिए भी टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। उत्तर प्रदेश में रहने वाले 180018004444 नंबर पर शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। मध्य प्रदेश के निवासियों के लिए टोल फ्री नंबर 18002332085 है। इसी तरह बिहार में रहने वाली आयुष्मान योजना से संबंधित शिकायत 104 पर और उत्तराखंड के नागरिक 155368 और18001805368 पर अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। (हिफी)